मां लक्ष्मी के इस मंदिर में दिए जाते हैं सोने-चांदी के सिक्के, घर ले जाने से लोग बन जाते हैं धनवान

हमारे देश में बहुत से मंदिर स्थित है और सभी मंदिरों की अपनी एक अलग कहानी और विशेषता मानी गई है। मंदिरों में रोजाना भक्त भगवान के दर्शन करने के लिए जाते हैं और अपने जीवन की परेशानियों को दूर करने की प्रार्थना करते हैं। ज्यादातर लोग भगवान से यही प्रार्थना करते हैं कि उनके जीवन में धन-धान्य की कमी ना रहे हैं और वह अपना जीवन खुशहाली पूर्वक व्यतीत कर सकें। जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं धन प्राप्ति के लिए माता लक्ष्मी जी को प्रसन्न करना बेहद जरूरी है। ऐसा बताया जाता है कि अगर माता लक्ष्मी जी की कृपा दृष्टि किसी व्यक्ति पर हो तो व्यक्ति के जीवन से धन से जुड़ी हुई परेशानियां दूर हो जाती हैं। माता लक्ष्मी जी के मंदिर देशभर में कई स्थानों पर स्थित हैं। आज हम आपको माता लक्ष्मी जी के एक ऐसे मंदिर के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जो बेहद खास माना जाता है। माता लक्ष्मी जी के इस मंदिर में प्रसाद के रूप में सोने और चांदी के सिक्के दिए जाते हैं। अपनी इसी विशेषता के लिए मां लक्ष्मी का यह मंदिर दुनियाभर में प्रसिद्ध है।

हम आपको माता लक्ष्मी जी के जिस मंदिर के बारे में जानकारी दे रहे हैं यह मंदिर मध्यप्रदेश के रतलाम के माणक में मां महालक्ष्मी का मंदिर स्थापित है। इस मंदिर में धन की देवी माता लक्ष्मी जी के साथ-साथ धन कोषाध्यक्ष कुबेर देवता की भी पूजा की जाती है। धनतेरस के दिन ब्रह्म मुहूर्त को यह मंदिर खोल दिया जाता है और यह भाई दूज के दिन तक खुला रहता है। धनतेरस वाले दिन माता लक्ष्मी जी का यह मंदिर पूरी तरह से सोने और चांदी के गहनों से सजा रहता है। धनतेरस के 8 दिनों पहले ही इस मंदिर को सोने-चांदी और नोट से सजाने का काम आरंभ हो जाता है। माता लक्ष्मी जी की यहां पर विधि-विधान पूर्वक पूजा होती है। ऐसा माना जाता है कि यहां से प्रसाद के रूप में जो सोने-चांदी के सिक्के और आभूषण मिलते हैं, अगर व्यक्ति उनको अपने घर ले जाता है तो उसको कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती है।

माता लक्ष्मी जी के इस मंदिर में भक्त अपनी श्रद्धा से आभूषण और नोटों की गड्डियां लेकर आते हैं। अगर आप इस मंदिर में प्रवेश करना चाहते हैं तो सबसे पहले टोकन कटवाना पड़ेगा और जाते वक्त आपको उस टोकन के हिसाब से ही प्रसाद दिया जाएगा। लोगों का ऐसा मानना है कि माता लक्ष्मी जी के इस दरबार से प्रसाद के रूप में जो आभूषण, सोने के सिक्के मिलते हैं उनको घर ले जाने से लोग धनवान हो जाते हैं। शायद ही कोई ऐसा मंदिर होगा जहां से प्रसाद के रूप में सोने और चांदी के सिक्के भक्तों को मिलते हैं। यह मंदिर अपने आप में बेहद अनोखा और खास है।

माता लक्ष्मी जी के इस मंदिर के बारे में ऐसा बताया जाता है कि रतलाम शहर पर राज करने वाले उस समय के तत्कालीन राजा को महालक्ष्मी जी ने सपने में दर्शन दिए थे जिसके बाद से ही उनके द्वारा यह परंपरा आरंभ हो गई थी। इस परंपरा को आज तक निभाया जाता है।