सावन में चमत्कार: सरयू नदी से निकला 30 किलो का चांदी का शिवलिंग, देखने वालों की उमड़ पड़ी भीड़

14 जुलाई 2022 से सावन का पवित्र महीना शुरू हो चुका है। सावन का महीना भगवान शिव जी को अति प्रिय है। सावन के महीने का इंतजार शिवभक्त बेसब्री से करते हैं। सावन के पावन महीने में भक्त भगवान शिव जी की विशेष पूजा-अर्चना कर प्रार्थना करते हैं कि उनके जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाएं। वहीं ऐसी मान्यता है कि सावन के महीने में शिव जी अपने भक्तों की मनोकामना पूरी कर देते हैं।

सावन के महीने में शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। सभी भक्त भगवान शिव जी की पूजा-अर्चना व जलाभिषेक करके अपनी मनोकामना को पूर्ण करने की प्रार्थना कर रहे हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश के सरयू नदी में एक बड़ा चमत्कार देखने को मिला है। जी हां, उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में सरयू नदी में रेत के अंदर 30 किलोग्राम का चांदी का एक शिवलिंग मिला है, जिसकी दूर दूर तक चर्चा हो रही है।

दरअसल, सावन के पावन और पवित्र महीने में चांदी का शिवलिंग मिलना लोग इसे चमत्कार बता रहे हैं। जैसे ही नदी से शिवलिंग मिलने की जानकारी प्राप्त हुई, तो इसे देखने वालों की भारी भीड़ एकत्रित हो गई। यह मामला पुलिस तक जब पहुंचा, तो उसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शिवलिंग को अपने कब्जे में लिया और थाने लाने के बाद आचार्य द्वारा शिवलिंग को मंदिर में लाया गया और रुद्राभिषेक किया गया। अब 30 किलोग्राम चांदी के शिवलिंग की तस्वीरें इंटरनेट पर खूब वायरल हो रही हैं।

सुबह सरयू नदी में स्नान करने के दौरान इस शख्स को मिला यह शिवलिंग

प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार की सुबह मऊ के दोहरीघाट कस्बा निवासी राममिलन निषाद नदी में स्नान करने के लिए गए हुए थे। इसी दौरान उन्होंने पूजा के सामान को धोने के लिए नदी से मिट्टी निकालनी शुरू की, तभी राममिलन को रेत में कुछ होने का आभास हुआ। जब राम मिलन को रहस्यमयी चीज मिलने की उम्मीद हुई, तो उन्होंने मिट्टी खोदना शुरू कर दिया।

इसी दौरान उन्होंने रामचंद्र निषाद जो मछली पकड़ रहे थे उनको बुलाया और उनके साथ मिलकर खुदाई की। जब मिट्टी को काफी गहरा उन्होंने खो दिया, तो उसके अंदर से एक भारी-भरकम चांदी का शिवलिंग निकला, जिसे देखने के बाद राममिलन और रामचंद्र दोनों ही आश्चर्य में पड़ गए थे।

देखने वालों की उमड़ी भीड़

जैसे ही लोगों को इस बात की सूचना मिली कि नदी से शिवलिंग मिला है, तो उसे देखने वालों की भारी भीड़ वहां पर एकत्रित हो गई। रामचंद्र और उसके परिवार चांदी के शिवलिंग को अपने घर लेकर आ गए और उसे साफ किया। इसी बीच जब पास के ही मंदिर के आचार्य श्यामजी पांडेय को इसकी सूचना मिली, तो वह भी वहां पर पहुंच गए और शिवलिंग को मंदिर ले आए।

श्यामजी पांडेय, प्रदीप पांडेय, आनंद पांडेय आचार्यों ने शिवलिंग का रुद्राभिषेक किया। आचार्य श्यामजी पांडेय की सूचना पर पुलिस पहुंची और वह शिवलिंग को अपने साथ थाने लेकर आ गई। पुलिस ने दर्शन-पूजन कराने का आश्वासन दिया है।

सवा फीट ऊंचा, 30 किलोग्राम वजनी है चांदी का शिवलिंग

ऐसा बताया जा रहा है कि सरयू नदी की रेत से मिले इस शिवलिंग की ऊंचाई करीब सवा फीट है और ऐसा बताया जा रहा है कि इस शिवलिंग का वजन लगभग 25 से 30 किलोग्राम है। इस शिवलिंग को लेकर लोग बेहद प्रसन्न हैं और लोग खुशी से हर हर महादेव के जयकारे लगाने लगे। हजारों की संख्या में लोग शिवलिंग के दर्शन करने के लिए पहुंचे।

चांदी का शिवलिंग होने की वजह से मेला राम बाबा मंदिर के बगल में शिव मंदिर के अंदर उसे रखा गया है। लोग इसे महादेव का चमत्कार बता रहे हैं। लोगों का ऐसा बताना है कि भोलेनाथ में कस्बावासियों को दर्शन देकर सावन मास का बेहतर पुण्य दे दिया है। इस शिवलिंग की दूर-दूर तक चर्चा हो रही है।