8वीं कक्षा में पढने वाली इस लड़की ने ‘Shark Tank’ में रखा अपनी अनोखी एप का आईडिया, अब मेकर्स करेंगे लाखों रुपयों की फंडिंग

सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले शो ‘शार्क टैंक’ के बारे में तो आप सब लोगों ने सुना ही होगा. यह एक ऐसा रियलिटी शो है जो उभरते हुए उद्योग के बिजनेस आइडिया और उनके द्वारा किए जाने वाले बिजनेस को बढ़ावा देता है. इस रियलिटी शो के द्वारा उद्यमी अपने बिजनेस करने की आईडिया को प्रस्तुत कर सकते हैं यह तो उनका बिजनेस शुरू करने में उनकी पूरी मदद करता है. लेकिन इसके लिए उभरते हुए बिजनेसमैन को यह भी साबित करना पड़ता है कि आखिरकार कैसे उनका बिजनेस आगे चलकर बड़ा प्रॉफिट कमा सकता है. बीते कुछ समय पहले ही शार्क टैंक में एक 13 साल की लड़की ने अपनी एक खास ऐप को लेकर खूब सुर्खियां बटोरी थी. इसीके साथ आठवीं क्लास की अनुष्का जॉली नाम की यह छात्रा शार्क टैंक में सबसे कम उम्र में अपना बिजनेस आइडिया प्रस्तुत करने वाले प्रतिभागी भी बन गई है. जानकारी के लिए बता दे अनुष्का ने उम्र के बच्चों को बुली होने से बचाने के लिए एक शानदार ऐप का निर्माण किया है. गुरुग्राम पाथवेज स्कूल में पढ़ने वाली अनुष्का ने कवच नाम की एक ऐप का डेवलप करने के बारे में सोचा है.

शो दो निवेशको ने किया निवेश

शार्क टैंक में अपना आइडिया प्रस्तुत करने के बाद अनुष्का को वहां से निवेशकों के रूप में अनुपम मित्तल और अमन गुप्ता का निवेश प्राप्त हुआ है. कवच ऐप की बात की जाए तो यह आप बच्चे और उनके माता-पिता को उनकी पहचान गुप्त रखते हुए बुली किए जाने जैसी घटनाओं की शिकायत करने में मदद करता है. इस ऐप के जरिए स्कूल और काउंसलर को मामले में हस्तक्षेप करने और कार्यवाही करने में काफी ज्यादा मदद मिलती है. यह आप बच्चों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकती है. क्योंकि स्कूल में मिलने वाली धमकियों से काफी बच्चे काफी ज्यादा डर जाते हैं और वह अपनी बात खुलकर नहीं रख पाते लेकिन अब यह ऐप ऐसा करने में उन बच्चों की मदद करेगी.

गौरतलब है कि अपने द्वारा बनाई गई इस तरह कि आपके बारे में बात करते हुए अनुष्का ने बताया है कि शैक्षणिक संस्थाओं, सामाजिक संगठनों और विशेषज्ञों की मदद से एंटी बुलिंग स्क्वॉड में सौ से अधिक स्कूलों और 2000 से अधिक छात्रों पर सकारात्मक प्रभाव डाले हैं. एंटी बुलिंग स्क्वॉड समाज में एक पहल है जिसका उद्देश्य बुलिंग जैसी घटनाओं के प्रति बच्चों को जागरूक करना और उनकी मदद करना है.

मीडिया से बात करते हुए अनुष्का ने इस बात की भी जानकारी दी है कि इस प्रोसेस के दौरान उन्होंने इस बात का भी एहसास किया कि बुलिंग जैसी घटनाओं में से कुछ घटनाओं की तो रिपोर्ट की ही नहीं जाती और यही कारण है कि कुछ समस्याएं हल हो ही नहीं पाती इसी समस्या का हल ढूंढने के लिए अनुष्का ने कवच नाम की इस ऐप का निर्माण किया है. ताकि अपनी पहचान को छुपाए रखते हुए भी इस तरह की घटनओ की रिपोर्ट की जा सके. जानकारी के लिए बता दें अनुष्का पिछले 3 सालों से जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एंटी बुलिंग स्क्वॉड से जुड़े एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम कर रही हैं. यह प्लेटफार्म कम्यूनिटी के लिए काम करता है.