फिल्म इंडस्ट्री के सबसे महंगे विलेन थे अमरीश पुरी, एक्टिंग के लिए छोड़ दी थी सरकारी नौकरी

बॉलीवुड इंडस्ट्री के मशहूर खलनायक स्वर्गीय अमरीश पुरी को भला कौन नहीं जानता। इन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से अच्छा खासा नाम कमाया है। यह किसी के परिचय के मोहताज नहीं है। अगर खलनायक की बात होती है तो सबसे पहले अमरीश पुरी का नाम आता है। उन्होंने कई फिल्मों में खलनायक की भूमिका से सभी दर्शकों का दिल जीत लिया है। अमरीश पुरी के अंदर ऐसी अद्भुत क्षमता थी कि वह जिस रोल को करते थे वह सार्थक हो उठता था। आप सभी लोगों को फिल्म “मिस्टर इंडिया” में मोगैंबो का रोल तो याद ही होगा। अमरीश पुरी द्वारा निभाए गए हर किरदार आज भी लोगों के जेहन में बसे हुए हैं।

आपको बता दें कि बॉलीवुड में विलेन के रोल में लोगों के दिलों में दहशत पैदा कर देने वाले अभिनेता अमरीश पुरी का 12 जनवरी 2005 में निधन हो गया था। भले ही अमरीश पुरी इस दुनिया में नहीं हैं परंतु लोगों के दिलों में हमेशा रहेंगे। बॉलीवुड के मशहूर खलनायक अमरीश पुरी ने अपने करियर में करीब 400 से अधिक फिल्मों में काम किया है और उनके द्वारा निभाए गए किरदार को लोगों का बहुत प्यार मिला। अमरीश पुरी ने ज्यादातर फिल्मों में नकारात्मक भूमिका निभाई है। उनका किरदार हमेशा यादगार रहेगा। अमरीश पुरी को इस दुनिया को अलविदा कहे हुए 16 वर्ष हो चुके हैं। आपको बता दें कि 73 साल की उम्र में अमरीश पुरी की ब्रेन हेमरेज की वजह से निधन हुआ था।

आज हम आपको अमरीश पुरी के जीवन से जुड़ी हुई कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताने वाले हैं। अपने करियर में 400 से अधिक फिल्मों में काम करने वाले अमरीश पुरी 1954 में जब 22 वर्ष के थे तो उन्होंने किसी फिल्म में हीरो के लिए ऑडिशन दिया था लेकिन प्रोड्यूसर उन्हें यह कहते हुए निकाल दिया करते थे कि उनका चेहरा काफी पथरीला सा है, जिसके बाद अमरीश पुरी का झुकाव थिएटर की तरफ हो गया था। आपको बता दें कि रंगकर्मी इब्राहिम अल्काजी 1961 में उन्हें थिएटर में लाए थे। अमरीश पुरी उस समय के दौरान LIC में नौकरी किया करते थे। एक्टिंग के लिए उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी। नाटकों में उन्होंने एक्टिंग करना शुरू किया और धीरे-धीरे अमरीश पुरी ने अपनी अच्छी खासी पहचान बना ली।

अभिनेता अमरीश पुरी ने वर्ष 1960 से के दशक में रंगमंच की दुनिया से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। अमरीश पुरी के फ़िल्मी करियर शुरुआत साल 1971 की ‘प्रेम पुजारी’ से हुई। अभिनेता को फिल्म “आरोहण” और “अर्ध सत्य” के लिए बेस्ट अभिनेता का नेशनल अवार्ड भी मिला था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फिल्म “बाबुल” में ओमपुरी के रोल के लिए पहली पसंद अमरीश पुरी थे लेकिन किसी वजह से यह रोल ओमपुरी के हाथों में आ गया था। अमरीश पुरी में दूरदर्शन की मशहूर टीवी सीरीज “भारत एक खोज” में कई भूमिकाएं निभाई (1988), जिन्हें दर्शकों की खूब तारीफ मिली थी।

अमरीश पुरी ने हिंदी फिल्मों के साथ-साथ अंग्रेजी और अन्य भाषाओं में भी भी फिल्में की थीं। ऐसा माना जाता है कि हमारे अमरीश पूरी सबसे महंगे विलन थे और एक फिल्म में काम करने के लिए यह अच्छी खासी फीस लेते थे। खबरों के अनुसार अमरीश पुरी उस समय के दौरान बतौर फीस एक करोड़ रुपये लिया करते थे। फिल्मों में अमरीश पुरी के किरदार और उनके डायलॉग लोगों की जुबां पर आज भी हैं। भले ही फिल्मों में ज्यादातर उन्होंने नेगेटिव किरदार निभाया है लेकिन उन्होंने अपने पॉजिटिव रोल से भी लोगों का दिल जीत लिया था। फिल्म “घातक” में अमरीश पुरी ने बीमार पिता का रोल बखूबी तरीके से निभाया था। फूल और कांटे, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे, राम लखन, सौदागर, करण अर्जुन जैसी फिल्मों में इन्होंने अपने सकारात्मक रोल से सभी को काफी प्रभावित किया था।