डीएम के ड्राइवर का पूरा हुआ सपना, बेटा बना SDM, भावुक होकर पिता बोले- पत्नी होती तो…

इंसान अपने जीवन में बहुत कुछ करने के बारे में सोचता रहता है परंतु सोचने से ही कुछ भी नहीं होता है। अगर आपको अपनी मंजिल हासिल करनी है, तो इसके लिए जीवन में कड़ी मेहनत करने के साथ-साथ कड़ा संघर्ष भी करना पड़ता है। कहते हैं “मंजिले उन्ही को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है।” जब किसी घर का बच्चा बड़ा अफसर बन जाता है तो घरवालों की खुशी का ठिकाना नहीं रहता है। बच्चे के अफसर बनने के साथ ही उनकी सब इच्छाएं भी पूरी हो जाती हैं।

आज हम आपको इस लेख के माध्यम से एक ऐसी ही सफलता की कहानी बताने वाले हैं, जिसमें एक पिता डीएम के ड्राइवर हैं और बेटा UP PCS पास करके एसडीएम बन गया है। जी हां, आज हम आपको बहराइच के डीएम के ड्राइवर जवाहर लाल मौर्या के दो बेटों की कहानी बताने जा रहे हैं। जवाहर लाल के बड़े बेटे का नाम संजय सिंह है जो एनआईटी प्रयागराज से बीटेक करके मल्टीनेशनल कंपनी में चीफ इंजीनियर है। वही छोटे बेटे का नाम कल्याण सिंह मौर्या है, जो यूपी पीसीएस रिजल्ट में 40वीं रैंक हासिल कर एसडीएम बन गया है।

भावुक होते हुए पिता ने कहा…

आपको बता दें कि जवाहर लाल मौर्या पेशे से ड्राइवर हैं। जवाहर लाल वर्तमान में डीएम के ड्राइवर हैं। रिपोर्ट्स की मानें, तो वह 35 साल से इस पेशे से हैं और जिलाधिकारियों के साथ जुड़े हैं। उन्हें ही देखकर जवाहर लाल ने अपने बच्चों को भी वैसा ही बनने के लिए प्रेरित किया। बेटों के पिता जवाहर लाल ने अपने बच्चों की सफलता का श्रेय उनकी मां को दिया है। लेकिन उनकी मां बेटे की कामयाबी देखने के लिए इस दुनिया में अब नहीं हैं।

अपने बच्चों की सफलता की कहानी बताकर भावुक हुए जवाहर लाल कहते हैं “मेरी पत्नी का मेरे बेटों की सफलता में सबसे बड़ा योगदान है लेकिन आज वह इस खुशी को देखने के लिए मौजूद नहीं है। मैं तो ड्राइवर हूं, पूरा समय ड्यूटी पर रहता हूं लेकिन मेरी पत्नी बच्चों को सबसे अधिक समय देती थी, गाइड करती थी लेकिन उसकी किस्मत में यह खुशी देखना नहीं था। उनकी 5 साल पहले मृत्यु हो चुकी है लेकिन यह सब प्रेरणा उसी की है।”

पिता के सपने को कर दिखाया साकार

कल्याण सिंह ने अपने पिता के सपने को साकार कर दिखाया है। कल्याण सिंह ने यूपी पीसीएस में 40वीं रैंक प्राप्त की है। उनके पिता के अनुसार, कल्याण की भी प्रारंभिक शिक्षा बहराइच के नानपारा में हुई। इंटरमीडिएट की पढ़ाई बहराइच के सेवंथ डे एडवेंटिस्ट कॉलेज से पूरी हुई। उन्होंने BHU से बीएससी की। आईआईटी दिल्ली से केमिस्ट्री से एमएससी की। बता दें कि वे यूपीएससी 2021 में उन्होंने IAS का इंटरव्यू दिया था। जिसमें 5 नंबर कम होने के चलते वे सेलेक्ट नहीं हो सके थे। अभी वह भी एनटीपीसी सोलापुर महाराष्ट्र में सहायक प्रबंधक के पद पर तैनात हैं।

आपको बता दें कि कल्याण के तीन भाई बहन हैं। जवाहर लाल मौर्या ने अपने बेटों और बेटियों की शिक्षा में कोई कमी नहीं रखी।