फैक्ट चेक: ट्विटर पर डॉ.आयशा के नाम से शेयर हो रही उनके निधन की तस्वीरें, जानिए Fake है या सच

नई दिल्ली: कोरोना काल के दौरान आए दिन इससे संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढती चली जा रही है. वहीँ कुछ लोग इस वायरस के हाथों अपनी जान भी गंवा रहे हैं. इस बीच रविवार को एक ऐसी खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिसे देख कर हर कोई खुद को इमोशनल किए बिना रह नहीं पाया. दरअसल, सोशल मीडिया के ट्विटर पर एक फोटो को शेयर किया गया था. इसमें एक युवा लड़की को डॉ. आयशा कह कर बुलाया जा रहा था. कहा जा रहा था कि यह तस्वीर डॉक्टर आयशा की अंतिम फोटो है. साथ ही उनके जिंदादिली व्यवहार के बारे में भी कईं पॉजिटिव बातें लिखी जा रही थी. फोटो के साथ कैप्शन में लिखा था कि वह हाल ही में डॉक्टर बनी थी परन्तु कोरोना के चलते ईद वाले दिन उनका निधन हो गया.

अस्पताल में मनाया था 17वां जन्मदिन?

इस ख़बर में यह लिखा गया था कि, “दुनिया को अलविदा कहने से पहले कोरोना को लेकर अपना संदेश देते भुए यह डॉ. अपनी मुस्कान छोड़ गई.” वहीँ खबरों में यह भी बताया गया कि डॉ. आयशा का 17 जुलाई को जन्मदिन भी था जिसका विडियो उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी पोस्ट किया था. इस विडियो में डॉक्टर आयशा बेहद खुश दिखाई दे रही थीं और अपने परिवार वालों के साथ अस्पताल में इलाज के साथ ही बर्थडे मना रही थीं जिसकी उन्होंने फोटो भी ली थी. यह फोटो उन्होंने 31 जुलाई को ट्विटर अकाउंट से शेयर की थी.

ये था आयशा का अंतिम पोस्ट

गौरतलब है कि आयशा की जो तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई उसके साथ उनका सोशल मीडिया पर अंतिम संदेश भी लिखा हुआ था. उन्होंने ट्वीट के माध्यम से लिखा था कि, “हाई दोस्तों, मैं कोविड-19 से अभी तक रिकवर नहीं कर पाई हूँ और जल्दी ही वेंटिलेटर पर भेज दी जाउंगी. मुझे कुछ हो जाए तो मेरी स्माइल को हमेशा याद रखना. आप सब की दुआओं के लिए बहुत शुक्रिया. मैं आप सब को याद रखूंगी. कृपया करे घर पर रहें और सुरक्षित रहे और इस डेडली वायरस को सीरियस लें. लव यू गाइस.. बाई!”

क्या है वायरल फोटो का सच?

आपकी जानकरी के लिए आपको बता दें कि रविवार को वायरल हुई डॉ. आयशा की तस्वीर पर बहुत से यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया सामने रखी थी. इन यूजर्स ने इस तस्वीर का सच बताया. एक यूजर ने कमेंट करके बताया कि, “यह वेंटिलेटर की तस्वीर नहीं है बल्कि गूगल सर्च करके देख लीजिए, यह डेंटल ट्रीटमेंट की तस्वीर है. साथ ही लड़की भी कोई डॉक्टर नहीं है और ना ही वह आखिरी डेथ-बेड पर है.”

वहीँ एक अन्य व्यक्ति ने दावा किया कि ट्विटर प्रोफाइल में डॉ. आयशा दक्षिण अफ्रीका से बताई गई है जबकि वह तेलंगाना के अस्पताल की तस्वीर है. बता दें कि जिस अकाउंट से यह तस्वीर और मेसेज शेयर किया गया था, अब ऐसा कोई अकाउंट ट्विटर पर मौजूद नहीं है क्यूंकि उसे डिलीट कर दिया गया है. ऐसे में यह कहना गलत नही होगा कि यह एक फर्जी तस्वीर है जिसको डॉ. आयशा नाम दे कर वायरल किया जा रहा था.