गर्व! बेटे ने अपनी मां के अधूरे सपने को किया पूरा, मेहनत के दम पर बना जेईई मेन का टॉपर

इस संसार में हमको लाने वाले तथा जीवन में हर परिस्थिति में हमारा साथ देने वाले माता-पिता हमारे लिए भगवान हैं। माता-पिता जीवनभर अपने बच्चों को प्यार देते हैं, उन्हें बड़ा करते हैं तथा उनकी हर सुविधा बन जाते हैं। माता-पिता बच्चों की खुशी के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। अपनी हर खुशी का त्याग कर माता-पिता अपने बच्चों को खुशी देते हैं। अपने बच्चों की खुशियों के लिए माता-पिता अपने सपनों का भी त्याग कर देते हैं लेकिन वह अपने सपनों को अपने बच्चों के हाथों पूरा होना देखना चाहते हैं, जो किसी भी माता-पिता के जीवन के सबसे बड़े सुखों में से एक है।

लोगो के जीवन में कभी कभी ऐसा वक्त और परिस्थितियां आ जाती हैं, जिसके कारण वह अपने कुछ सपनों को पूरा नहीं कर पाते, लेकिन वह यही चाहते हैं कि जो सपने वह खुद पूरे ना कर पाएं, उनके अधूरे सपनों को उनके बच्चे पूरा करें। इसी वजह से माता-पिता अपनी सारी मेहनत भी झोंक देते हैं और अपने बच्चों को खूब पढ़ाते दिखाते हैं ताकि वह आगे चलकर एक कामयाब इंसान बन सके और जो उन्होंने सपना देखा था, वह उनके बच्चे पूरा कर सकें। इसी बीच आज हम आपको एक ऐसे बेटे के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपनी मां का सपना पूरा किया है।

JEE मेन में पाए 100 पर्सेन्टाइल स्कोर

आपको बता दें कि जेईई मेन 2023 रिजल्ट का लिंक ऑफिशियल वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर एक्टिव किया गया है। जेईई मेन परीक्षा में कई विद्यार्थियों ने 100 परसेंटाइल के साथ टॉपर्स लिस्ट में अपनी जगह बनाई है। इनमें महाराष्ट्र के चंद्रपुर के रहने वाले ज्ञानेश हेमेंद्र शिंदे का नाम काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, ज्ञानेश ने अपनी मां का देखा हुआ सपना साकार कर दिया है। उन्होंने JEE मेन जनवरी सेशन की परीक्षा में 100 पर्सेन्टाइल स्कोर किया है। ज्ञानेश पिछले 5 साल से एलन करियर इंस्टीट्यूट के रेगुलर क्लासरूम स्टूडेंट हैं। उन्होंने दसवीं कक्षा 98% अंकों के साथ पास की।

ज्ञानेश ने अपनी सफलता के बारे में बताया कि वह अपनी तैयारी को लेकर काफी कॉन्फिडेंट रहते हैं। क्लास में जो भी पढ़ाया जाता है उसे ध्यान से सुनते हैं और घर आने के बाद रिवीजन जरूर करते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ज्ञानेश ने अपनी तैयारी के बारे में बात करते हुए यह कहा कि “मैं डेली क्लासरूम के अलावा करीब 6 घंटे सेल्फ स्टडी करता हूं। रिलैक्स होने के लिए म्यूजिक सुनता हूं, कीबोर्ड बजाता हूं। परिवार महाराष्ट्र के पुणे से है। मेरे पापा- मम्मी और बड़ी बहन हमेशा मुझे मोटिवेट करते रहते हैं।”

बहन के कहने पर शुरू की JEE की तैयारी

आपको बता दें कि ज्ञानेश की बड़ी बहन समृद्धि एलन की स्टूडेंट रह चुकी हैं और फिलहाल गवर्नमेंट मेडिकल चंद्रपुर से एमबीबीएस कर रही हैं। बहन ने ही ज्ञानेश को एलन के टैलेंटेक्स एग्जाम और वहां के एनवायरमेन्ट के बारे में बताया था। फिर उन्होंने JEE की तैयारी करने का फैसला किया, जो उनके लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। ज्ञानेश का ऐसा कहना है कि फिलहाल वह जेईई एडवांस की तैयारी में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि “आईआईटी मुंबई की सीएस ब्रांच से बीटेक करना चाहता हूं।”

मां के सपने को किया साकार

आजतक से बात करते हुए ज्ञानेश की मां माधवी शिंदे ने यह कहा कि वह भी कोटा में आकर कोचिंग करना चाहती थीं, लेकिन पारिवारिक परिस्थितियों के चलते वह कोटा से कोचिंग ना कर सकीं। उनके दिल में इस बात का मलाल था और उन्होंने सोच लिया था कि वह तो यह नहीं कर पाईं, लेकिन उनके बच्चों को जरूर कोचिंग करवाएंगी। अब बेटे ने जेईई मेन परीक्षा में 100 पर्सेंटाइल लाकर मां के अधूरे सपने को साकार कर दिया है। माधवी बताती हैं कि उन्होंने ज्ञानेश को एग्जाम स्ट्रेस से दूर रखने के लिए काफी मेहनत की है। खाली समय में वह उसके साथ हंसी-मजाक किया करती थीं।