पिता ने मेहनत-मजदूरी कर बेटियों को पढ़ाया, अब तीनों बहनें एक साथ हो गईं पुलिस में भर्ती

आजकल के जमाने में बेटियां भी बेटों से कम नहीं हैं। समय के साथ-साथ बेटियों ने यह साबित किया है कि उन्हें बस मौका मिलना चाहिए, फिर वह दिखा देंगी कि किसी से कम नहीं हैं। इसी बीच महाराष्ट्र के बीड जिले में रहने वाले एक गरीब किसान की 3 बेटियों की इस समय काफी चर्चा हो रही है। जी हां, बीड जिले के परली के पास सेलु टांडा में गन्ना मजदूर के रूप में काम करने वाले मारुति जाधव की तीन बेटियां पुलिस फोर्स में पुलिस कांस्टेबल के रूप में शामिल हो गई हैं।

बेटियों की सफलता से मारुती जाधव की खुशी का ठिकाना नहीं है। उनका कहना है कि बेटियों ने पूरे जिले का नाम रोशन कर दिया है। इन तीनों बहनों की हर तरफ तारीफ हो रही है। तीनों बहनों सोनाली, शक्ति और लक्ष्मी की हर कोई तारीफ करता हुआ नहीं थक रहा है। इन तीनों बहनों ने अपने अथक परिश्रम और परिवार के सहयोग से यह मुकाम हासिल किया है।

पिता ने कड़ी मेहनत कर पढ़ाया

सेलु टांडा के मारुति जाधव शुरू में गन्ना श्रमिक के रूप में काम करते थे। कुछ सालों के बाद उन्होंने गन्ना काटने का काम करना शुरू कर दिया। परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी परंतु इसके बावजूद भी उन्होंने अपनी तीन बेटियों को शिक्षित करने के लिए कड़ी मेहनत की। जाधव पति-पत्नी ने अपने बच्चों को शिक्षा के लिए समर्थन देना जारी रखा। अब माता-पिता की मेहनत का फल उनकी बेटियों को मिला है।

मारुती जाधव के पास गांव में कोई जमीन या संपत्ति नहीं है परंतु मारुती जाधव को अपने बड़े परिवार का भरण पोषण करने की आवश्यकता है। उनके परिवार में पांच बेटियां और दो बेटे हैं। इसलिए उनके पास कड़ी मेहनत करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था। दिन-रात कड़ी मेहनत करके उन्होंने अपनी बेटियों को पढ़ाया। गांव की महिलाओं ने लड़कियों की सफलता पर उन्हें सम्मानित किया।

​कब हुई तीनों पुल‍िस में शाम‍िल​

आपको बता दें कि मारुती जाधव की बड़ी बेटी सोनाली का कोरोना काल में पुलिस में चयन हो गया था। वहीं अन्य दो बेटियां शक्ति और लक्ष्मी हाल ही में पुलिस में भर्ती हुई हैं। गांव की पंचायत ने तीनों का सम्मान समारोह आयोजित किया। यह तीनों बहनें पिछले चार सालों से पुलिस में भर्ती होने के लिए कड़ी मेहनत कर रही थीं। अब इन बहनों की सफलता से पूरा गांव बेहद खुश है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह बीड के अधिकांश हिस्सों में पहली बार है कि एक ही परिवार की तीन सगी बहनें पुलिस फोर्स में शामिल हुई हैं। ये तीनों बहनें सोनाली, शक्ति और लक्ष्मी दूसरों के लिए एक बड़ी प्रेरणा रही हैं।

इन तीनों बहनों ने यह साबित कर दिखाया है कि यदि कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और लगन और परिवार का सहयोग हो तो एक महिला सफलता के शिखर को पार कर सकती है। ग्रामीणों ने उनका बड़े ही उत्साह के साथ स्वागत किया है और उन्हें बधाई दी है। तीनों बहनों की सफलता ग्रामीणों और गांव की लड़कियों के लिए प्रेरणा बन गई है। पूरे गांव में मारुती जाधव की बेटियों की सफलता से उत्साह का माहौल बना हुआ है। हर तरफ से उन्हें बधाइयां मिल रही हैं।