मिलिए देश की इस जांबाज़ महिला IAS से, अफ़सर बन कर भी नही भूली अपनी संस्कृति और उसकी जड़ें

आसमान में उड़ान तभी सफल है जब हमारे पैर जमीन से जुड़े हो. ऐसे लोग ही निरंतर सफलता की राह पर होते हैं. जहाँ आजकल लोग पश्चिमी सभ्यता को अपनाने की होड़ में लगे हुए हैं, वही आज हम आपको राजस्थान की एक ऐसी महिला आईएएस के बारे में बताने जा रहे हैं जो आईएएस बनने के बाद भी अपनी संस्कृति और परंपराओंं से जुड़ी रही.

इस महिला आईएएस का नाम है मोनिका यादव जो राजस्थान के सीकर जिले के श्रीमाधोपुर तहसील के गाँव लिसाड़िया की रहने वाली हैं. सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीर बहुत वायरल हो रही है जिनमें आईएएस मोनिका राजस्थान की पारंपरिक वेशभूषा में, माथे पर बिंदी लगाए और गोद में एक नवजात शिशु लिए नज़र आ रही हैं.

हासिल किया 403वां रैंक

वहीं आईएएस अधिकारी मोनिका यादव जो 2014 बैच की आईएएस ऑफिसर हैं. यूपीएससी में 403वीं रैंक प्राप्त कर सफलता पाई. मोनिका का जन्म गाँव में होने के कारण इनका पालन-पोषण भी पूरी तरह से ग्रामीण परिवेश में हुआ. इनके पिता का नाम हरफूल सिंह यादव है, जो एक सीनियर आईआरएस है. अपने पिता से ही प्रेरणा लेकर मोनिका भी सिविल सर्विस में जाने का फ़ैसला ली और अपने पहले ही प्रयास में इस परीक्षा में 403वीं रैंक प्राप्त कर सफलता पाई.

फिलहाल मोनिका तिर्वा क्षेत्र की डीएसपी के पद पर कार्यरत हैं. मोनिका आपने क्षेत्र के लोगों की शिकायतों को सुनने और उनके समस्याओं को समाधान करने के लिए जानी जाती हैं. मोनिका के इसी कार्य के लिए प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. मोनिका की शादी भी एक आईएएस ऑफिसर सुशील यादव से हुई है जो वर्तमान समय में राज समंद में एसडीएम के पद पर कार्यरत है. जब मोनिका ने अपनी बेटी को जन्म दिया था उसी समय की तस्वीर लोगों के बीच काफ़ी वायरल हुई थी.

हर जिम्मेदारी निभाती हैं बखूबी से

गौरतलब है कि बेटी के साथ-साथ उन्होंने अपनी नौकरी की जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाया. मोनिका हमेशा अपनी संस्कृति और अपनी परंपराओं से जुड़ कर रही हैं. आईएस मोनिका की जो तस्वीर वायरल हो रही है उसके साथ कैप्शन में यह लिखा गया है कि “आईएएस मोनिका यादव गाँव लिसाड़िया श्रीमाधोपुर की लाडली. सादगी भरा चित्र पहली बार किसी आईएएस का. जय हिंद जय भारत.” लोग आईएएस मोनिका की बेटी के जन्म पर उन्हें शुभकामनाएँ भी दे रहे हैं.

इस तरह आईएएस मोनिका अपनी संस्कृति और परंपराओं का पालन कर एक सच्चा देशभक्त होने का फर्ज़ अदा कर रही है. उनके इस देश भक्ति से पूरे देश को इन पर गर्व है. ये उन लोगो के लिए मिसाल बन गई है जो किसी बड़े स्थान पर पहुंचते ही पश्चिमी सभ्यता और आराम में लीन हो जाते है.