होंठों पर हो रही सूजन को मामूली इंफेक्शन समझने की भूल कर रही थी महिला,जब डॉक्टरों ने बताई इसकी खौफनाक सच्चाई तो उसके पैरों तले खिसक गई जमीन
जैसा की हम सभी जानते है की अब जल्द ही बरसात का मौसम आने वाला है और कही कहीं तो मानसून ने दस्तक दे भी दिया है |दो तीन महीने तक इतनी उमस और गर्मी झेलने के बाद हर कोई मानसून का बद ही बेसब्री से इंतजार करता है ताकि इस गर्मी से कुछ राहत मिल सके |लेकिन इस बरसात के मौसम में एक जो सबसे बड़ी परेशानी रहती है वो होती है इन्फेक्शन और बीमारों का क्योंकि इस समय हर जगह नमी बनी होती है ऐसे में कीटाणुओं का पनपना भी स्वाभाविक है|
लेकिन कभी कभी इस मौसम में कुछ ऐसे कीड़े भी हमारे आसपास आ जाते है जो की काफी खतरनाक साबित होते है और कभी कभी तो जानलेवा भी | आज हम आपको एक ऐसे ही अनोखे मामले के बारे में बताने वाले है जिसे जानकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जायेंगे |दरअसल ये मामला है मॉस्को का जहाँ की रहने वाली एक महिला की लापरवाही के बाद यहाँ पर विज्ञान जगत का अनोखा केस सुनने को मिल रहा है.
घटना के अनुसार महिला को चेहरे पार कोई जीव चल दिया था जिसके बाद उसके होठो पर सुजन आ गयी थी और महिला इस सुजन को काफी समय तक इन्फेक्शन समझ कर इग्नोर कर रही थी लेकिन एक दिन जब अचानक महिला को सुजन वाले जगह पर काफी तेजी से दर्द बढ़ने लगा तब जाकर उसने डॉक्टर को दिखाया तो तो डॉक्टरों ने उसे इसके पीछे की खौफनाक सच्चाई बताई जिसे जानकर महिला के तो रोंगटे खड़े हो गये |
द्रसला डॉक्टर्स की जांच में सामने आया कि महिला के पूरे चेहरे में एक बड़े पैरासाइट वॉर्म (धागे की तरह कीड़ा) ने जन्म ले लिया था जो उसके होंठ से लेकर चेहर के कई भागों में रेंग रहा था।
इसी वजह से महिला का चेहरा और होंठ बुरी तरह से सूज गए थे।जिसे सुनने के बाद महिला के तो होश ही उड़ गये |वही जाँच के मुताबिक महिला ने बताया की वो कुछ दिन पहले छुट्टियां बिताने के लिए कहीं बाहर गई थी वहां पर उसे मच्छर ने काट लिया था.
यह बात सुनकर डॉक्टरों ने भी जल्द ही इस बीमारी को पकड़ लिया और जांच की तो पाया धागे के साइज का एक कीड़ा जिसे पैरसाइट वॉर्म कहा जाता है वो महिला की स्किन के अंदर था. बता दें, जांच में पता चला कि वो कीड़ा महिला के चेहरे की स्किन के अंदर ही रेंग रहा था, कभी वो होठ तक आता तो कभी गालों तक |
जब भी कीड़ा रेंगता तब महिला को दर्द महसूस होता था |डॉक्टर्स के अनुसार पैरसाइट वॉर्म चेहर के अंदर ही पैदा हो गया है। जोकि मच्छरों और कुत्तों के संपर्क में आने से इंसानों में फैलता है। ये कीड़ा धागे की तरह दिखता है और 2 सालों तक इंसान के शरीर के अंदर रह सकता है।