यहां चलते-चलते सो जाते हैं लोग और हफ्तों तक नहीं जागते, विज्ञान भी है हैरान

ये तो हम सभी जानते हैं कि नींद हर किसी को प्‍यारी होती है यही कारण है कि हर कोई नींद के आगोश में आना चाहता है। वहीं आपको बता दें कि हर व्‍यक्ति जब अपने सारे कामकाज और दुनियादारी से पस्त होकर अपने बिस्‍तर पर जाता है तो उसे सुकुन वाली नींद की आवश्‍यकता होती है जो कि रात में ही मिल सकती है। वहीं ये बात भी सच है कि अच्छी नींद आपका अगली सुबह बना देती है पर अगर यही नींद आपके दिन को चुरा ले तो या फिर जरा सोचिए अगर आप चलते फिरते ही नींद में आ जाएं और कई दिनों तक नहीं जगे तो क्‍या होगा।

अरे चौंकिए नहीं ये सच है इस दुनिया में एक जगह ऐसी है जहां लोग चलते फिरते ही सो जाते हैं और फिर कई दिनों तक नहीं जगते। अब आप सोच रहे होंगे कि ये भला कैसे हो सकता है। तो आपको बता दें कि ऐसा हो सकता नहीं होता है। जी हां जिस जगह की बात कर रहे हैं वहां पर लोग चलते-चलते सो जाते हैं। उन्हें सड़क पर, ऑफिस में, मैदान में मतलब कहीं भी और कभी भी नींद आ जाती है। भले ही ये सुनकर आपको हैरानी हो रही होगी लेकिन आज हम आपको आपको इस गांव और वहां फैले नींद के इस रहस्य के बारे में बताते हैं।

दरअसल हम बात कर रहे हैं कजाकिस्तान के एक छोटे से गांव की जिसका नाम कलाची है। जहां बीते कुछ कुछ सालों से यहां रहने वाले लोग एक अलग तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं। यहां की समस्‍या ये है कि ये लोग कभी भी, चलते फिरते नींद के चपेट में आ जाते हैं। वैसे सो जाने में समस्या नहीं है पर दिक्कत इस बात की है कि अगर ये एक बार सोतें हैं तो इसका ठिकाना नहीं रहता कि अब कब तक उठेंगे।

इतना ही नहीं आपको जानकर हैरानी होगी कि कई बार तो ऐसा भी हुआ है कि ये लोग हफ्तों तक ऐसे ही सोते रह जाते हैं। जैसे की मौत के आगोश में चले गए हों, पर फिर एक दिन अचानक उठ भी जाते हैं। बताया जाता है कि इस रहस्यमयी नींद की बीमारी के चलते इस गाँव को Sleepy Hollow कहा जाने लगा है। इतना ही नहीं इस समस्‍या पर जब वैज्ञानिकों ने लंबा चौड़ा शोध किया तो पता चला कि तकरीबन 810 लोगों की आबादी वाले इस गांव में लगभग 200 लोग इस तरह की समस्या से पीड़ित हैं।

वैसे आपको बता दें कि गाँव में इस बीमारी की शुरुआत अप्रैल 2010 में हुई थी। तब से यह बीमारी लगातार बढ़ती जा रही है। इस गाँव की आबादी 600 है जिसमे से 14 प्रतिशत आबादी इस बीमारी की चपेट में आ चुकी है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को कभी भी अचानक से नींद आ जाती है।

जानकारी के लिए बता दें कि कजाकिस्तान का यह गाँव एक बंद हो चुकी यूरेनियम की खदान के पास स्तिथ है। जिसमे से ज़हरीला रेडिएशन होता रहता है पर गाँव में रेडिएशन की मात्रा कोई ख़ास ज्यादा नहीं है साथ हो डॉक्टर्स भी रेडिएशन को इसके लिए ज़िम्मेदार नहीं मानते है।