भयानक रूप ले रही है अनिद्रा की समस्या ,भूल से भी सोने से पहले ना करें इन चीजों का सेवन
हमारे शरीर के लिए भोजन जितना ज़रूरी है, दिमाग़ के लिए उससे अधिक नींद की ज़रूरत होती है। जितनी स्वस्थ नींद होगी मानसिक विकास भी उतना ही अच्छा होगा, परंतु आजकल ज़्यादातर लोग नींद न आने के कारण परेशान रहते हैं। अकारण नींद ना आना भी अनिद्रा की बीमारी है।अनिद्रा, दुनिया भर की आम स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है, जो हर उम्र के पुरुषों और महिलाओं में हो सकती है। अनिद्रा की परिभाषा बहुत सरल है। नींद ना आना या लंबे समय तक ना सो पाने की समस्या को अनिद्रा कहते हैं। अनिद्रा के विभिन्न प्रकारों से लोग पीड़ित हैं। अल्पावधि या तीव्र अनिद्रा, अनिद्रा का एक आम प्रकार है, यह कुछ दिनों के लिए होती है या कुछ दवाएं या जीवनशैली में किये गये मामूली बदलावों से होती है।
अगर अनिद्रा की समस्या काफी लंबे समय के लिए रहें और गंभीर रुप से आपके जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर रही है तो यह एक बहुत गंभीर और चिरकारी समस्या है जिसे सही, पेशेवर चिकित्सक की जरुरत है। अगर एक व्यक्ति 30 दिनों से भी अधिक समय तक के लिये ठीक से ना सो पाएं तो इसका अर्थ यह है कि वह चिरकालीन अनिद्रा का शिकार है। चिरकालीन अनिद्रा से पीड़ित मरीज़ों को “इंसोम्नियाक्स” कहा जाता है।इन्सोमनिया के कई मामले सामने आते हैं। यह कई तरीके का हो सकता है। जैसे बिस्तर पर जाने के काफी देर बाद नींद आना, दिन में नींद के झटके आते रहना, रात में ज्यादा सपने आना, बार-बार नींद का टूटना, मुंह सूखना, पानी पीने या पेशाब के लिए बार-बार उठना, खर्राटे लेना, रातों में टांगों का छटपटाना, नींद में चलना आदि।
हर किसी के शरीर के लिए नींद की जरूरत अलग होती है। स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को 8 से 10 घंटे, किशोरावस्था में 8-9 घंटे की नींद जरूरी है, जबकि युवाओं और बुजुर्गों के लिए 7-8 घंटे की नींद पर्याप्त रहती है। एक स्वस्थ व्यक्ति को 10 से 15 मिनट में अच्छी नींद आ जाती है, इसके लिए उसे प्रयास नहीं करना पड़ता।अक्सर नींद को लोग थकावट या फिर दिमागी तनाव से जोड़ कर सोचते हैं और अच्छी नींद लेने के लिए खुद ही कोई नींद की गोली खा लेते हैं। इस तरह बिना कारण जाने नींद की गोलियां लेने से बीमारी और बढ़ सकती है। आज हम आपको ऐसी चीज कुछ चीजों के बारे में बताने वाले है जो सुनने में तो काफी मामूली लगती है लेकिन ये चीजे हमे अनिद्रा की समस्या का शिकार बना रही है |तो आइये जानते है क्या है वो चीजे
शराब
रात में शराब पीने की आदत बहुत लोगों की होती है, उन्हे ऐसा लगता है इससे उन्हे अच्छी नींद आती है, लेकिन यह गलत है। शराब पीने से उनकी नींद आने की नैचुरल प्रक्रिया पर नकारात्मक असर पड़ता है।
कैफीनयुक्त पदार्थ
कभी भी रात को सोने से पहले कॉफी ना पिएं। इससे आपकी नींद में खलल पड़ सकता है। इसे पीने से पहले तो नींद समय पर आएगी ही नहीं और अगर आ भी जाएगी, तो बार- बार डिस्टर्ब होगी। दरअसल, कैफीन आपकी नींद उड़ाने का काम करेगी।
आइसक्रीम
सोने से पहले आइसक्रीम न खाएं। आइसक्रीम में फैट और शुगर की मात्रा ज्यादा होती है जो शरीर में जाकर एकदम से हिट करती है और ऊर्जा का संचार होने लगता है, इस वजह से नींद का गायब होना स्वाभाविक है।