गर्मी ही नहीं ठंडी के मौसम में भी ज्यादा पसीना आने की वजह है है परेशान ,तो जाने क्या है इसके पीछे की असली वजह

दोस्तों मानव शारीर में ऐसी कई सारी गतिविधियाँ है जो की हमारे जीवन का एक अहम् हिस्सा है और इसको न ही तो हम रोक सकते हैं और न ही इसके बिना जी सकते हैं| और हम सभी अपने जीवन में बहुत सरे काम करते हैं और जब भी हम कोई मेहनत वाला काम करते हैं तो अक्सर देखा जाता है की हमारे शारीर में पसीना आने लगता है और जब मौसम गर्मी का होता है तब तो पसीना हर समय आता रहता है क्योंकि मौसम बहुत गर्म रहता है| लेकिन कभी कभी ठंडी में भी किसी को पसीना आ जाता है और ये पसीना कभी कभी घबराहट में आ जाता है और कभी जब हमसे कोई गलती हो जाती है तब भी पसीना आना एक आम बात है तो दोस्तों क्या आपने सोचा है की आखिर ये पसीना आता कहा से है और इसके आने का कारण क्या है? तो आइये आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं|

वैसे देखा जाये ती पसीना आना एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन कभी कभी ऐसा होता है कि हमारे शरीर का तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है और तब हमारा दिमाग इसे फिर से सामान्य तापमान में लेने  के लिए मेहनत करता है और इसी वजह से हमारे शारीर मर पसीना आ जाता है| और हमारे दिमाग में बहुत सारी ग्रंथियां है जो की पसीने के निकलने का कारण होती हैं और इन्ही के कारण हमारे शरीर से पसीना निकलता है|

और जब गर्मियों के मौसम में हमारा शारीर गर्म हो जाता है तब ये पसीना भी गर्म हो जाता है और जब गर्मियों में गर्म हवा चलती है तो हमारा पसीना भाप बनकर उड़ता है और तब हमे ठंडी का एहसास होता है| और हमारे शारीर में ऐसी कई सारी ग्रंथियां हैं जो की पसीन पैदा करने का काम बहुत ही तेज़ी से करती हैं और इनको हम एपोक्रीन ग्रंथियां कहते हैं जो की पसीनो का कारण होती हैं| और जब कभी पसीने में बैक्टीरिया अंतरक्रिया करने लगते हैं तब इसमें से बदबू भी आने लगती है जो की बहुत बेकार होती है| और कभी कभी पसीने के कारण हमारी स्किन भी कट जाती है|

बहुत से लोगों को बीपी की शिकायत होती है और इसकी वजह से उनको पसीना भी आता है और जब कभी हमें हमारी बीमारी की वजह से पसीना आता है या कभी हम कोई बात सोच लेते हैं तो इससे भी हमे घबराहट हो जाती है और हमारे शारीर से पसीना आ जाता है लेकिन इस पसीने में ज्यादा बदबू होती है और जो पसीना हमे गर्मी की वजह से आता है उसमे इतनी बदबू नहीं होती जी हाँ ये पसीने का फर्क होता है| और जब किसी को भी दिल की बीमारी होती है तो उसको पसीना ज्यादा आता है और अगर नार्मल व्यक्ति को भी ज्यादा पसीना आ रहा है तो उसको डॉक्टर को दिखा देना चाहिए क्योंकि ज्यादा पसीना आना अच्छी बात नहीं है|

आपकी जानकारी के लिए बता दे की इस दुनिया में जितने भी लोग हैं उन सभी का पसीना भी अलग अलग तरह का है और जिनका वजन ज्यादा होता है उनको हमेशा से ज्यादा पसीना आता है और जो लोग हलके और पतले होते हैं उनको हमेशा कम पसीना आता है| और पसीने का आना आपकी उम्र, और स्वास्थ्य पर भी निर्भर करता है जी हाँ इसके ही आधार पर लोगों में पसीने की मात्रा घटती या बढ़ती रहती है। और पसीना आना बहुत ही अच्छी बात मानी जाती है और कहा जाता है की इससे हमारे शारीर की गन्दगी निकल जाती है और हमारे शारीर के पोर्स भी साफ़ हो जाते हैं|