जान देने की नीयत से गंडक पुल पर चढ़े लड़के को बचाने पहुंच गईं दो लड़कियां, फिल्म जैसे असली सीन देख छूटे पसीने

जीवन ईश्वर के द्वारा दिया गया अनमोल उपहार है और हम सभी को इसका मूल्य समझना चाहिए। हर व्यक्ति अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए कोशिश में लगा रहता है। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। कभी जिंदगी हंसी खुशी व्यतीत होती है, तो कभी जीवन में परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं। लेकिन अक्सर देखा गया है कि लोग अपने जीवन की परेशानियों से तंग आकर अपनी जिंदगी खत्म करने की कोशिश करते हैं परंतु ऐसा करना ठीक नहीं है।

अगर आपके जीवन में परेशानी है, तो आप उसका डटकर सामना कीजिए। अगर आप कोशिश करेंगे, तो आप अपनी जिंदगी को बेहतर बना सकते हैं। इसी बीच बिहार के वैशाली से मंगलवार को एक मामला निकल कर सामने आया है, जहां पर फिल्म की तरह ही असली सीन देखने को मिला है। यह देखकर लोगों के पसीने छूट गए।

दरअसल एक लड़का आत्महत्या करने के इरादे से पुराने गंडक पुल से नदी में छलांग लगाने ही जा रहा था कि दो लड़कियों और राहगीर ने उस युवक को पकड़ लिया, जिसके बाद उसकी जान बच गई। इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना प्राप्त होते ही नगर थाने की पुलिस ने उसे एसडीआरएफ के हवाले कर दिया। आखिर लड़का अपनी जिंदगी को क्यों खत्म करना चाहता था? इस बात का पता अभी तक नहीं चल पाया है।

आपको बता दें कि इस पूरी घटना के मामले में ऐसा बताया जा रहा है कि सुरेश पासवान का पुत्र संतोष कुमार नगर थाना क्षेत्र के अस्पताल रोड स्थित पानी टंकी के पास रहता है। वह मंगलवार की शाम पुरानी गंडक पुल पर पहुंच गया। इसके बाद संतोष कुमार वहां पर जाकर इधर-उधर देखने लगा और वह पुल की रेलिंग पर चढ़ गया। जैसे ही लड़का नदी में छलांग लगाने की कोशिश कर रहा था कि वहां से गुजर रहे एक साइकिल सवार ने उसके इरादे को भाप लिया और उसने तुरंत ही लड़के को पकड़ लिया।

लेकिन इसके बावजूद भी वह लड़का अपने आपको छुड़ाने की पूरी कोशिश करने लगा। ऐसा लग रहा था मानो उस लड़के ने अपना जीवन खत्म करने का फैसला ले लिया हो। दोनों आपसी संघर्ष कर रहे थे। वहीं से दो लड़कियां गुजर रही थीं. उन्होंने जब यह देखा तो वह भी उसे बचाने में साथ देने लगीं और तीनों ने मिलकर लड़के को पुल की रेलिंग पर से नीचे उतार दिया।

ऐसा बताया जा रहा है कि इसी दौरान नदी में पहले से डूबे एक मजदूर की खोज चल रही थी। सर्च अभियान चला रही एसडीआरएफ ने जब शोर-शराबा सुना तो वह तुरंत वहां पर पहुंच गई और उसने मोर्चा संभाल लिया। पुल पर पहुंचकर एसडीआरएफ ने युवक को अपने कब्जे में ले लिया। बाद में उसे नगर थाना की पुलिस के हवाले कर दिया गया। इसके बाद इस बात की सूचना लड़के के स्वजनों को दी गई।

जानकारी मिलने पर पहुंचे स्वजनों ने बताया कि लड़के ने आखिर इस प्रकार की हरकत क्यों की? उन्हें खुद नहीं मालूम है। उन्होंने बताया कि लड़का घर से किसी काम के लिए ₹10 लेकर निकला था। घर में उसका किसी से भी कोई विवाद नहीं हुआ था।