वास्‍तु के अनुसार घर के इस दिशा में गलती से भी न रखें वाशिंग मशीन, नहीं तो हो जाएंगे कंगाल

आज विज्ञान हर चीज में आगे बढ़ चुका है चाहे इलाज के मामले में हो या फिर आधुनिक हर दिन कुछ न कुछ नया विकास हो ही रहा है आपको बता दें कि इन विकास की वजह से लोग काफी तरक्की करते जा रहे हैं जिसकी वजह से अब हर दिन कुछ न कुछ ऐसे आविष्कार होते जा रहे है जिनकी वजह से इंसान का काम पहले से काफी ज्‍यादा आसान होते जा रहा है वैसे ये बात तो मानना पड़ेगा कि वैज्ञानिकों की वजह से कई चीजें आसान हो गई हैं। आज हम आपको इन्‍ही आविष्कारों में से एक आविष्कार के बारे में बताने जा रहे हैं जो है वाशिंग मशीन जी हां ये तो आप सभी जानते होंगे कि इसका आविष्‍कार कपड़े धोने के लिए किया गया है जिसमें आसानी से कपड़े भी धुल सके और समय भी बच सके।

वहीं अब इस मशीन का प्रयोग लगभग सभी घरों में देखने को मिलता है लेकिन क्‍या आपको पता है कि वाशिंग मशीन जैसी आधुनिक मशीनों पर भी वास्तुशास्त्र के नियम लागू होते है और अगर उनका सही से पालन न किया जाए तो इंसान की जीवन में बहुत सी समस्या भी आ सकती है। वहीं ये भी माना जाता है कि अगर आपका घर वास्तु शास्त्र के अनुसार बना हुवा हो तो घर में सुख और धन की प्रप्ति होती है। आपके जीवन से परेशानिया दूर रहती हैं। आज हम आपको बताते है की आपके भवन का मुख्य दरवाजा, बैडरूम, पूजा घर, किचन और टॉयलेट किस दिशा में होना चाहिए। आपकी तिजोरी और अलमारी कहा होनी चाहिए।

वास्तुशास्त्र के उपयोग से घर में शांति बानी रहती हैं। वास्तु शास्त्र को आधुनिक समय के विज्ञान आर्किटेक्चर का प्राचीन स्वरुप माना जा सकता है डिजाइन दिशात्मक संरेखण के आधार पर कर रहे हैं। यह हिंदू वास्तुकला में लागू किया जाता है, हिंदू मंदिरों के लिये और वाहनों सहित, बर्तन, फर्नीचर, मूर्तिकला, चित्रों, आदि।

आपको शायद पता नहीं हेागा कि वास्‍तुशास्‍त्र में उत्तर, दक्षिण, पूरब और पश्चिम ये चार मूल दिशाएं हैं। वास्तु विज्ञान में इन चार दिशाओं के अलावा 4 विदिशाएं हैं। आकाश और पाताल को भी इसमें दिशा स्वरूप शामिल किया गया है। वास्तुशास्त्र के द्वारा हमारे जीवन से जुड़ी हर वस्‍तु का एक निश्‍चित दिशा निर्धारण किया जाता है जो कि बेहद ही आवश्‍यक है। वास्तुशास्त्र के अनुसार अगर निर्धारित वस्तु को निर्धारित दिशा में ही रखा जाए तो वह शुभ संकेत देती है और इससे आपका परिवार भी सुख व समृद्ध रहता है। इसी संदर्भ में आज हम आपको वाशिंग मशीन से जुड़े कुछ वास्तुशास्त्र नियम के बारे में बताने जा रहे है जिसे जानना हर किसी के लिए बेहद ही ज्‍यादा जरूरी है।

ये रही वो दिशा

आपको अक्‍सर ध्‍यान रखना होगा कि वास्तुशास्त्र के अनुसार वाशिंग मशीन को कभी भूल से भी घर के उत्तर-पूर्व दिशा में न रखें क्‍योंकि माना जाता है कि इससे आपके परिवार के स्वास्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। माना जाता है कि ये दिशा वाशिंग मशीन के लिए अशुभ है इसलिए इस दिशा से आपको बचना चाहिए।

वहीं इसके साथ ही घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा भी वाशिंग मशीन के लिए अशुभ मानी गयी है क्‍योंकि इस दिशा में वाशिंग मशीन रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है इसलिए गलती से भी इस दिशा में वाशिंग मशीन न रखें।

अब आपको यही लग रहा होगा कि आखिर वाशिंग मशीन को किस दिशा में रखना शुभ होगा तो आपको बता दें कि घर की दक्षिण-पूर्व दिशा वाशिंग मशीन के लिए शुभ मानी गयी है ऐसा करने से परिवार का स्वास्थ्य भी सही रहता है और आपके जीवन में आ रही रुकावटें भी दूर होती है।