आज है साल की पहली अमावस्या, करें ये 3 उपाय हो जायेंगे मालामाल

हमारे शास्‍त्रों में हिन्दू धर्म से जुड़ी  अनेक मान्यताओं व प्रथाओं का उल्लेख किया गया है इन्ही मान्यताओं व प्रथाओं में कुछ त्‍योहार  जैसे पूर्णिमा और अमावस्या  को काफी महत्व दिया गया है और ऐसा माना जाता है कि इन दोनों दिन में यदि  कोई भी मान्यता मांगी जाये तो वो निश्चित रूप से ही पूर्ण होती है।

शास्त्रों के अनुसार बताया गया है की अमा‍वस्या के दिन भूत-प्रेत, पितृ, पिशाच, निशाचर जीव-जंतु और दैत्य ज्यादा सक्रिय और उन्मुक्त रहते हैं। ऐसे दिन की प्रकृति को जानकर विशेष सावधानी रखनी चाहिए। प्रेत के शरीर की रचना में 25 प्रतिशत फिजिकल एटम और 75 प्रतिशत ईथरिक एटम होता है। इसी प्रकार पितृ शरीर के निर्माण में 25 प्रतिशत ईथरिक एटम और 75 प्रतिशत एस्ट्रल एटम होता है। अगर ईथरिक एटम सघन हो जाए तो प्रेतों का छायाचित्र लिया जा सकता है और इसी प्रकार यदि एस्ट्रल एटम सघन हो जाए तो पितरों का भी छायाचित्र लिया जा सकता है|

शास्त्रों के अनुसार कहा जाता हैं है की पूर्णिमा और अमावस्या दोनों का ही बहुत महत्व है जबकि ये दोनों एक दुसरे से पूरी तरह से विपरीत है इसीलिए इस दोनों ही दी पूजा का विशेष महत्व होता है अमावस्या जब होती है उस समय वर्ष के मान से उत्तरायण में और माह के मान से शुक्ल पक्ष में देव आत्माएं सक्रिय रहती हैं तो दक्षिणायन और कृष्ण पक्ष में दैत्य आत्माएं ज्यादा सक्रिय रहती हैं। जब दानवी आत्माएं ज्यादा सक्रिय रहती हैं, तब मनुष्यों में भी दानवी प्रवृत्ति का असर बढ़ जाता है इसीलिए उक्त दिनों के महत्वपूर्ण दिन में व्यक्ति के मन-मस्तिष्क को धर्म की ओर मोड़ दिया जाता है।

इसीलिए तंत्र शास्त्र के अनुसार अमावस्या के दिन किये गए उपाय बहुत ही प्रभावशाली होते है और इसका फल भी अति शीघ्र प्राप्त होता है। ऐसी मान्यता है कि इन दोनों दिन किए गए विशेष शास्त्रीय उपायों का फल जल्द मिलता है। यदि पूर्ण विधि-विधान से ये उपाय किए जाएं तो काफी अधिक फलित सिद्ध होते हैं। इस दिन का ज्योतिष उपाय एवं तंत्र शास्त्र में अत्यधिक महत्व रखता हैं।

इस नए वर्ष में ये पहली अमावस्या पड़ रही है और  अमावस्या 16 जनवरी अर्थात आज के दिन पड़ रही है | शास्त्रों के अनुसार हिन्दू धर्म में माघ महीने को विशेष महत्व दिया गया  है और  इस पवित्र महीने में पड़ने वाली  अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन मौन रखना, गंगा स्नान करना और दान देने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

माना जाता है की अमावस्या के दिन अगर आप किसी चीज के कामना करते हैं तो वो जरुर पूओरी होती है इसिलीये यदि आप भी अपने मनवांछित  फल की प्राप्ति करना चाहते है तो इसके आपको हम कुछ शास्त्रीय उपाय बता रहे हैं उसे करके आप अपनी मन की इक्षा को पूओरी कर सकते हैं पाना चाहते हैं तो यहां जानिए कुछ शास्त्रीय उपाय

पहला उपाय

माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए आपको बता दें कि अमावस्या के दिन अगर आप माता लक्ष्मी की मूर्ति के सामने 11 कौड़ी, 7 गोमती चक्र और महालक्ष्मी यंत्र अर्पित करें उसके बाद 108 बार “ॐ श्री महालक्ष्म्यै नमः” का जाप करेंगे तो माँ लक्ष्मी आपकी हर मनोकामना अवश्य पूरी करेंगी |

दूसरा उपाय

यदि आपको जीवन में धन सम्बन्धी परेशानी आ रही है तो इसके लिए आप अमावस्या के दिन आटे की छोटी-छोटी गोलियां बनाकर तालाब या नदी की मछलियों को खिलाएं। ऐसा करने से आपको कभी पैसे की कमी नहीं होगी।

तीसरा उपाय

यदि आपको किसी भी प्रकार का व्यापार सम्बन्धी परेशानी आ रही है तो आप अगर अमावस्या के दिन हनुमान जी का पाठ करें और उन्हें लड्डू का भोग लगाना न भूले ऐसे करने से आपको अपने व्यापार या व्यवसाय में तरक्की होती दिखेगी।

शास्त्रों के अनुसार यह भी कहा गया है की इस पवित्र अमावस्या के दिन अपने  मन, कर्म, तथा वाणी के जरिए किसी के लिए अशुभ नहीं सोचना चाहिए।आपको सिर्फ अपने बंद होठों से उपांशु क्रिया के जरिए ॐ नमो भगवते वासुदेवाय, ॐ खखोल्काय नमः ॐ नमः शिवाय मंत्र पढ़ते हुए अर्घ्य आदि देना चाहिए यही आपके लिए शुभकारी होगा |