खुदाई के दौरान व्यापारी के घर निकला खजाना, मिला 300 किलो से ज्यादा वजन वाला नीलम, जानिए कीमत

आप सभी लोगों ने नीलम रत्न के बारे में तो सुना ही होगा। यह एक खास किस्म का रत्न होता है। बहुत से लोग ऐसे हैं जो नीलम रत्न की अंगूठी धारण करते हैं। नीलम की अंगूठी अपने आप में बहुत महंगी होती है. ऐसा बताया जाता है कि नीलम रत्न धारण करने से लोगों को बहुत फायदा होता है और जीवन की कई परेशानियां भी दूर हो जाती हैं। नीलम रत्न के बारे में बहुत ही बातें बताई जाती हैं। इसकी कीमत अधिक होने की वजह से बहुत कम लोग ही इसे धारण कर पाते हैं।

आप सोचिए इस नीलम की पूरी सिल्ली ही आपको अगर मिल जाए तो वह कितने रुपए की होगी? शायद आप लोग इसका अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं क्योंकि शायद ही किसी ने इतना बड़ा नीलम देखा होगा लेकिन इसी बीच इतने ही बड़े एक नीलम की चर्चा खबरों में बनी हुई है।

दरअसल, इन दिनों श्रीलंका में 300 किलोग्राम से अधिक वजन वाला नीलम मिला है, जो सुर्खियों का विषय बना हुआ है। इस नीलम को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा नीलम है, जिसका वजन करीब 310 किलोग्राम से भी अधिक बताया जा रहा है। इस नीलम को “क्वीन ऑफ एशिया” कहा जा रहा है और इसको श्रीलंका में प्रदर्शनी में रख दिया गया है, जिसको देखने के बाद हर कोई काफी आश्चर्यचकित हो रहा है।

आपको बता दें कि श्रीलंका की राजधानी कोलंबो के रत्नापुरा गांव में यह नीलम मिला है। इस नीलम का वजन 310 किलोग्राम बताया जा रहा है। यह दुनिया का सबसे बड़ा प्राकृतिक कोरंडम ब्लू नीलम है। इस नीलम को करीब 3 महीने पहले ही इस रत्नापुरा में खुदाई के दौरान खोजा गया था। बता दें कि दुनिया में पाए जाने वाले सभी कोरंडम पत्थरों में से लगभग 90% श्रीलंका से हैं, जो सदियों से अपने अनोखे रत्नों के लिए मशहूर है।

इन 310 किलोग्राम से भी अधिक वजनी नीलम के मालिक चमिला सुरंगा हैं, जिन्होंने यह बताया है कि जो व्यक्ति कुआं खोद रहा था उसने हमें कुछ दुर्लभ पत्थरों के बारे में सचेत भी किया था। उसके बाद हमें इस विशाल नीलम की ठोकर लगी। रत्नपुर में मिले इस नीलम की कीमत 100 करोड़ से भी ज्यादा बताई जा रही है और यह दुनिया का सबसे बड़ा नीलम बताया जा रहा है। यह बहुत ही सामान्य खुदाई के दौरान मिला था, जिसकी वजह से इसकी कहानी भी काफी रोचक है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि इसका मालिक अपने घर और उसके पीछे के कुएं में खुदाई करवा रहा था लेकिन खुदाई के दौरान ही उसके हाथ ये बड़ा खजाना लग गया। वहीं श्रीलंका की नेशनल जेम्स एंड ज्वेलरी अथॉरिटी ने इस कीमती रत्न को सर्टिफाइड भी कर दिया है। अब इसे इंटरनेशनल मार्केट में बेचने की योजना हो रही है।

आपको बता दें कि प्रदर्शनी से पहले बौद्ध भिक्षुओं के एक समूह ने इस रत्न के लिए आशीर्वाद भी दिया। वहीं दूसरी तरफ प्रसिद्ध जेमोलॉजिस्ट गामिनी जोयसा का ऐसा कहना है कि मैंने पहले अभी इतना बड़ा रत्न नहीं देखा है। यह शायद लगभग 400 मिलियन साल पहले बना था। इसी बीच श्रीलंका के राष्ट्रीय रत्न और आभूषण प्राधिकरण के अध्यक्ष तिलक वीरसिंघे का ऐसा कहना है कि यह एक विशेष नीलम अजूबा है। उन्होंने दुनिया में सबसे बड़ा आकार और इसके मूल्य को देखते हुए वह संग्राहकों या संग्रहालयों को दिलचस्पी देने की बात कही है।