बंजर जमीन से निकले 5 किलो सोने के बेशकीमती आभूषण, कीमत दो करोड़ रुपए

इंसान के जीवन का किस्मत से बहुत ही कनेक्शन रहता है। इंसान की किस्मत कब पलट जाए, इसके बारे में बता पाना बहुत ही मुश्किल है। ऐसा कहा जाता है कि अगर इंसान की किस्मत उस पर मेहरबान हो तो वह रातों रात मालामाल हो जाता है। वहीं अगर इंसान की किस्मत उससे रूठ जाए तो जीवन में कठिन मेहनत करने के बावजूद भी इंसान को निराशा ही हाथ लगती है।

इसी बीच कुछ ऐसा ही मामला तेलंगाना के जलगांव जिले से सामने आया है। यहां पर एक किसान की आंखें तब चमक उठी जब उसे जमीन पर समतलीकरण के दौरान सोने से भरा हुआ बर्तन हाथ लगा। जब यह खजाने की बात लोगों के कानों तक पहुंची तो खबर जंगल में आग की तरह फैल गई और सैकड़ों लोग इकट्ठे हो गए।

बंजर जमीन से निकला खजाना

आप सभी लोगों ने मनोज कपूर की फिल्म उपकार तो देखी ही होगी, इस फिल्म का मशहूर गाना था “मेरे देश की धरती सोना उगले…” बस कुछ ऐसा ही नजारा तेलंगाना के गांव में देखने को मिला है। दरअसल, आज हम आपको जिस हैरान करने वाली खबर के बारे में जानकारी दे रहे हैं यह तेलंगाना के जनगांव जिले के पेमबर्थी गांव से सामने आई है, जहां पर बंजर जमीन की खेती करने उतरे किसान को जमीन की खुदाई करने पर 5 किलो बेशकीमती सोने के आभूषण मिले।

मिली जानकारी के अनुसार, यहां नरसिम्हा नाम का किसान अपनी बंजर जमीन को समतल कर रहा था। खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि किसान ने कुछ दिन पहले ही 11 एकड़ की जमीन खरीदी थी और इसे समतल कर रहा था। इसी दौरान सोने से भरा बर्तन खनखन ना उठा। किसान नरसिम्हा को लगभग 5 किलो सोने के बेशकीमती आभूषण मिले, जिनकी कीमत करीब 2 करोड़ रुपए बताई जा रही है।

जैसे ही खजाना मिलने की बात सामने आई यह खबर देखते ही देखते काफी तेजी से फैल गई और खजाना देखने वालों की भारी भीड़ इकट्ठी हो गई। वहीं प्रशासन के लोग भी आनन-फानन में मौके पर पहुंच गए और उन्होंने पड़ताल आरंभ कर दी। सोना बरामद कर निरीक्षण के लिए भेज दिया गया है।

ऐसा बताया जा रहा है कि खजाना काकतीय वंश का है। काकतीय साम्राज्य की राजधानी वारंगल थी। जनगांव पूर्व में वारंगल का हिस्सा था और हाल ही में अलग जिला बनाया गया है। आपको बता दें कि खजाने के घड़े के अंदर सोने की 22 इयर‍िंग (77.22 Gm), 51 गुंदेलु (58.800 gm), 11 पुस्थेलु (17.800 gm), एक 13 ग्राम का नागा पड‍िगेलु, 24 ग्राम की एक छोटी सोने की छड़ी म‍िली है।

वहीं चांदी की 26 छड़ी (1.227 Gm), 5 चेन (216 Gm), 21 स‍िल्वर र‍िंग (242 gm) और 37 अन्य स‍िल्वर आइटम्स म‍िले, ज‍िनका वजन 42 ग्राम बताया जा रहा है। इसके अलावा 7 रूबी (6.500 gm) और एक 1 क‍िलो 200 ग्राम का तांबे का कलश म‍िला हैं। किसान ने ये सारा खजाना प्रशासन के सपुर्द कर दिया है।

इससे पहले भी एक किसान को जमीन से मिला था सोना

दरअसल, इससे पहले भी जून 2020 में तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के जहीराबाद के एक किसान को खेत में जुताई के दौरान जमीन से सोना और ढेर सारे रत्न मिले थे। येर्रागद्दापल्ली गांव के किसान याकूब अली, फसल की बुआई के लिए खेत की जुताई कर रहे थे। इस दौरान याकूब अली का हल किसी चीज से टकराया और फिर उन्होंने यह देखने की कोशिश की आखिर हल किस चीज से टकराया है।

जब उन्होंने ठीक से देखा तो वह भी हैरान रह गए। शुरुआत में उन्हें तीन कांसे के बर्तन मिले, जिसमें आभूषण भरे थे। बाद में और भी कई एंटीक्स मिले। खुदाई में 25 सोने के सिक्के, गले के आभूषण, अंगूठियां, पारंपरिक बर्तन मिले थे, जिसे पुरातत्व विभाग के पास भेज दिया गया था।