80 वर्षीय इस महिला भिखारी ने मंदिर के लिए दान कर दिए 1 लाख रुपए, भीख मांगकर जमा किए थे पैसे

हमारे भारत देश में बहुत से धार्मिक स्थल हैं, जहां पर लोग भगवान के दर्शन करके अपने जीवन को खुशहाल बनाने की प्रार्थना करते हैं। लोग इन मंदिरों में जाकर अपने श्रद्धा और हैसियत के अनुसार दान भी करते हैं। भारत देश में ऐसे बहुत से पवित्र स्थल हैं, जो अपनी विशेषता के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। आप लोग भी मंदिर में जब दर्शन करने जाते हैं तो वहां अपनी श्रद्धा से कुछ ना कुछ दान जरूर करते हैं।

इसके अलावा बहुत से लोग ऐसे भी हैं, जो मंदिर के बाहर बैठे भिखारियों को भी कुछ पैसे या भोजन दान देते हैं। इसी बीच आज हम आपको जिस मामले के बारे में बताने वाले हैं, उसके बारे में जानकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। जी हां, दान लेने वाली भिखारी ने मंदिर के लिए एक बड़ी धनराशि दान दी है, जिसके बाद बुजुर्ग महिला भिखारी सेलिब्रिटी बन गई है।

भीख मांगकर गुजारा करने वाली महिला ने किया बड़ा दान

दरअसल, आज हम आपको जिस मामले के बारे में बता रहे हैं यह कर्नाटक के कुनादपुर के गंगोली से सामने आया है। यह मामला एक गरीब भिखारी महिला से जुड़ा हुआ है। यह महिला मंदिर के बाहर बैठकर भीख मांग कर अपना गुजारा करती हैं। लेकिन अब इस महिला ने कुछ ऐसा किया है, जिसे जानने के बाद हर कोई आश्चर्यचकित हो गया है।

मंदिर के बाहर भीख मांगने वाले इस महिला भिखारी ने मंदिर के लिए एक लाख रुपए धनराशि दान में दे दी है। इस महिला का एक देवता में अटूट विश्वास है तथा उन्होंने इसी देवता के लिए इतनी बड़ी धनराशि दान में दी है।

अन्नदान सेवा के लिए एक लाख रुपए का दिया है दान

दरअसल, आज हम आपको जिस महिला भिखारी के बारे में बता रहे हैं उनका नाम अश्वत्थाम्मा है, इनकी उम्र 80 साल की है। यह बुजुर्ग महिला भिखारी मैंगलोर के पास की रहने वाली है, जो इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं। इस महिला भिखारी ने पोलाली गांव के राज राजेश्वरी मंदिर को अन्नदान सेवा के लिए एक लाख रुपए का दान दिया है। अब यह सेलिब्रिटी बन चुकी हैं।

80 वर्षीय महिला भिखारी अश्वत्थाम्मा मंदिर के प्रांगण में भीख मांगती हैं। उन्होंने अपने जीवन यापन के लिए मंदिरों के बाहर भीख मांग कर जो पैसा जमा किया था, उसमें से एक लाख रुपए उन्होंने देवी अन्नदान के लिए दे दिया है। आपको बता दें कि यह अन्नदान सेवा मंदिर के प्रसाद और हर रोज के लगने वाले लंगर के लिए दी जाती है।

अयप्पा स्वामी की भक्त है महिला

आपको बता दें कि महिला अयप्पा स्वामी की भक्त है। वह ज्यादातर समय अयप्पा स्वामी के माला पहनती है। इसके साथ ही वह भगवान अयप्पा की सेवा करती रहती हैं। भले ही उनके परिवार में गरीबी है परंतु इसके बावजूद भी उन्हें इस बात की कोई भी चिंता नहीं है। वह पोलाली मंदिर और अन्य अवसरों के वार्षिक जथरा के दौरान भीख मांगती है और उस पैसे का योगदान अन्नदान के लिए किया गया है।

कई किए दान

यह पहली बार नहीं है जब अश्वत्थाम्मा ने अपनी उदारता दिखाई है। उन्होंने एक साल पहले भी उडुपी के विभिन्न मंदिरों को पांच लाख का दान दिया था। वह मंदिरों के अधिकारियों से जरूरतमंदों को भोजन परोसने के लिए राशि का उपयोग करने के लिए कहती हैं।

बता दें कि अश्वत्थाम्मा पिछले 25 सालों से विभिन्न मंदिरों में अन्नदान के लिए पैसा दान में दे रही हैं। अश्वत्थाम्मा का ऐसा कहना है कि वह पैसा लौटा रही हैं, जो समाज ने उसे दिया था और उसकी एकमात्र प्रार्थना है कि कोई भी भूखा ना रहे।