हेलिकॉप्टर में बैठ कर दुल्हन ने भरी अपने पिया के घर उड़ान, विदाई में शामिल हुए गाँव के सैंकड़ों लोग

समय बदलता जा रहा है और जैसे-जैसे यह समय बदल रहा है वैसे वैसे लोगों की सोच भी काफी मॉडर्न होती चली जा रही है. हिंदू धर्म में शादी के बाद विदाई रसम की खास मान्यता है लेकिन अब इस हाईटेक युग में इस रस्म को भी अनोखे अंदाज में निभाया जाने लगा है. आए दिन हमें शादियों को लेकर अलग-अलग किस्से देखने यां फिर सुनने को मिलते हैं. देखा जाए तो इन दिनों विवाह काफी स्टाइलिश तरीके से किया जाता है जैसे कि उसमें अच्छा महँगा मंडप लगवाना, घूमने वाले स्टेज लगवाना या फिर जयमाल पहनाना. इसके अलावा डेस्टिनेशन वेडिंग भी काफी लोग करने के शौकीन हो गए हैं. हालांकि यह सब पैसों के चोंचले हैं और पैसे वाले लोग ही करते आए हैं. वही प्रज्ञाराज के आसपास इलाकों में ऐसा पहली बार हुआ है जब एक दुल्हन की विदाई सबसे अनोखे स्टाइल में की गई जिसके गवाह गांव के सैकड़ों लोग बन गए. आइए बताते हैं आपको इस विदाई में आखिर ऐसा अनोखा क्या था जो यह शादी सुर्खियों में बनी हुई है.

हेलीकॉप्टर से पहुंचे सैयां के घर

बता दें कि प्रतापगढ़ जिले में सदर विकास खंड के बहलोल पुर सराय सागर में एक अजब गजब शादी देखने को मिली है जहां के रहने वाले विनोद कुमार सिंह ने अपने दुलारी बेटी उर्वशी सिंह की शादी लालगंज के अर्जुनपुर में रहने वाले अमित सिंह के साथ तय की थी. जैसा कि सब डिसाइड हुआ था नियत तारीख पर यानी 26 नवंबर को बारात विनोद सिंह के दरवाजे पर आ पहुंची और सबने नाचते हुए बारातियों का खूब अच्छे से स्वागत किया. लेकिन दोनों की शादी के बाद उनकी विदाई हेलीकॉप्टर से की गई. गौरतलब है कि दूल्हा और दुल्हन दोनों ही प्राइमरी स्कूल में अध्यापक हैं.

गांव के हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर से उतरा ये कपल

बता दे अमित और उर्वशी की शादी काफी धूमधाम से हुई और खुशी के माहौल में इनका विवाह संपन्न किया गया इसकी अगली सुबह यानी कि शनिवार को विदाई का समय आया. इस विदाई की रस्म को पूरा करने के लिए उड़न खटोला मंगवाया गया था वही उर्वशी अपने सैया जी के साथ हेलीकॉप्टर में बैठकर अपने ससुराल अर्जुनपुर पहुंची. यह हेलीकॉप्टर सुबह 11:30 बजे अर्जुनपुर में पहुंचा था वही ससुराल वाले दुल्हन को लेकर काफी एक्साइटेड नजर आया. पूरे गांव वाले सुबह से ही इस दुल्हन का हेलीपैड पर पहुंचकर इंतजार कर रहे थे. वहीं सुरक्षा के लिए पुलिस भी वहां पर मुस्तैद थी.

प्रशासन से अनुमति लेकर मंगवाया गया था हेलीकॉप्टर

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि किसी भी जगह हेलीकॉप्टर लैंड करवाने के लिए सबसे पहले वहां के प्रशासन से अनुमति लेना आवश्यक होता है ऐसे में शादी से पहले ही दूल्हे मियां ने गांव में हेलीपैड बनाने के लिए अनुमति ले ली थी इसकी स्वीकृति के बाद ही हेलीपैड तैयार किया गया था और सुरक्षा के लिए वहां पुलिस को भी बुलाया गया था. इस दूल्हा-दुल्हन को उड़न खटोले से उतरता देखने के लिए ग्रामीणों की भारी भीड़ मौजूद थी. यह शादी अर्जुनपुर गाँव के लिए हमेशा के लिए एक यादगार बन चुकी है जिसके चर्चे अब आसपास के गाँव में भी हो रहे हैं.