पति और डॉगी के गुज़रने से टूट चुकी थी महिला, बैडरूम में पड़े-पड़े ही कमा डाले 35 लाख रुपए, जानिए कैसे

आपने सफलता की कई सारी किस्से और कहानियां सुनी होंगी लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला की कहानी सुनाने जा रहे हैं जो अपनी शादी टूट जाने और पति से अलग हो जाने के कारण पूरी तरह से टूट चुकी थी. वह इस दुख से उबर नहीं पाई थी कि उसके प्यारे डॉगी का भी निधन हो गया. महिला के ऊपर एक साथ कई मुसीबती आ गई जिसके चलते महिला अंदर से पूरी तरह टूट चुकी थी. 3 हफ्ते तक यह महिला घर से बाहर नहीं निकली और अपने बिस्तर पर ही लेटी रहती थी. लेकिन इसके बाद महिला ने खुद के टैलेंट को पहचाना और मेहनत कर खुद को एक गिफ्ट डिजिटल आर्टिस्ट के रूप में स्थापित कर दिया. अब यह महिला घर बैठे अपने कमरे से ही 40 लाख रुपए प्रत्येक महीने कमा रही है.

दरअसल यह कहानी ब्रिटेन के वेल्स की निवासी बीटल आर्टिस्ट माइकेला मॉर्गन की है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पति द्वारा छोड़ देने के बाद और डॉगी की मृत्यु हो जाने के बाद मॉर्गन अभी ज्यादा परेशान रहने लगी थी उसने घर से निकलना और लोगों से मिलना जुलना बिल्कुल बंद कर दिया था. मॉर्गन बुरी तरह से टूट चुकी थी. लेकिन बाद में इन सभी हादसों से उभरने के लिए मॉर्गन ने बिजनेस स्वयं सहायता और डिजिटल आर्ट के रूप में पढ़ना शुरू किया. यह सब चीजों का शौक उन्हें बचपन से ही था.

इस दौरान मॉर्गन नाम की इस महिला ने कंप्यूटर के माध्यम से कलाकृति को जीवित करने की आकर्षित प्रक्रिया की खोज की. एक इंटरव्यू के दौरान मॉर्गन ने इस बात का खुलासा किया कि, ‘साल 2019 में पति से अलग होने के बाद कैंसर की बीमारी के चलते मेरे डॉगी ने भी इस दुनिया को अलविदा कह दिया. इन दोनों घटनाओं ने मुझे अंदर से हिला दिया. इसके बाद ब्रिटेन की इस महिला का कहना था कि यह उनकी जिंदगी का सबसे बुरा समय था. उन्होंने 3 हफ्ते बिस्तर पर बिताए लेकिन बावजूद इसके लिए मैं कुछ ऐसा करना चाहती थी जिसके बाद हर कोई मुझ पर गर्व महसूस करें.’

बचपन से ही पेंटिंग की शौकीन होने के कारण मॉर्गन ने अधिक से अधिक समय पेंटिंग करने में व्यतीत करना शुरू कर दिया. लेकिन एक समय ऐसा आया जब उन्हें इस बात का एहसास होना शुरू हो गया कि मेरी पेंटिंग को प्रिंट करना वाकई काफी ज्यादा मुश्किल काम होगा. इसके आगे महिला का कहना था कि आपने इस बिजनेस को शुरू करने के लिए प्रारंभिक उपकरण जैसे कि आईपैड के ऊपर कुछ हजार पाउंड खर्च करने पड़े. क्योंकि मैंने पहले डिजिटल आर्ट के बारे में पढ़ा था तो मैंने इसी की तरफ आगे कदम बढ़ाया.

आगे मॉर्गन कहती है कि, ‘सच बताऊं तो यह मेरे लिए काफी ज्यादा मुसीबतो भरा समय आया था. लेकिन अगर आपको खुद पर भरोसा हो तो सब हो सकता है.’ कोरोना काल में लोक डाउन के चलते मॉर्गन ने अपना बिजनेस अपने कमरे में ही स्थापित कर लिया और बतौर डिजिटल आर्टिस्ट के रूप में काम शुरू कर दिया. जानकारी के लिए बता दें इस महिला ने 2 महीनों में अपने कमरे के अंदर से ही करीब 1 करोड की पेंटिंग के बेची. बतौर डिजिटल आर्टिस्ट आज यह महिला 38 लाख रुपए प्रति महीने कमा रही हैं और अब यह महिला सफलता की बुलंदियों को छू चुकी हैं.