घोड़ी पर बैठ कर एयर होस्टेस दुल्हनिया पहुंची दुल्हे को लेने उसके घर, सीटी बजाते हुए किया खूब डांस, देखिए ये विडियो

बिहार में स्थित गया में एक ऐसी अनोखी बारात निकली है जिसको देखने के बाद लोग हैरान हो गए हैं. आमतौर पर दूल्हा घोड़ी पर चढ़ा अपनी दुल्हन को लेने बरात लेकर उसके घर जाता है. लेकिन बिहार के गया में ऐसा नहीं हुआ वहां पर दूल्हा नहीं बल्कि दुल्हन घोड़ी पर सवार होकर दूल्हे के घर पहुंची. फिर दूल्हा घोड़ी पर सवार अपनी दुल्हन के पीछे कार में सवार होकर मंडप तक पहुंचा. इस अनोखी बारात का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब ट्रेड करता नजर आ रहा है. दुल्हन को घोड़ी पर सवार देखने के लिए वहां पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. यह शादी बिहार के गया में खूब सुर्खियां बटोर रही है.

गौरतलब है कि इस अनोखी दुल्हन की शादी की जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है उसमें साफ दिखाई दे रहा है कि दुल्हन अपनी शादी को काफी ज्यादा इंजॉय कर रही है. इतना ही नहीं बरात जब गया पहुँच जाती है तो दुल्हन घोड़ी से उतर जबरदस्त डांस करती हुई दिखाई दे रही है. इस अनोखी दुल्हन का नाम अनुष्का गुहा है जोकि एयर लायंस में बतौर सीनियर होस्टेस काम करती है और दूल्हा कोलकाता का जाना माना उद्योगपति है. दूल्हा दुल्हन की यह शादी सिजुआ स्टेट की धर्मशाला में संपन्न हुई. इस शादी में शामिल होने वाले सभी मेहमानों ने जमकर मस्ती की ओर दूल्हा-दुल्हन को उनकी घोषाल जिंदगी के लिए आशीर्वाद दिया.

गया के चांद चौरा इलाके में रहने वाली दुल्हन अनुष्का का कहना है कि उन्होंने यह अनोखा कारनामा इसलिए किया क्योंकि वह समाज को एक संदेश देना चाहती है. वह समाज को बताना चाहती है कि बेटियां बोझ नहीं होती. जब परिवार का बेटा अपनी शादी को अपने अनुसार कर सकता है तो बेटी आशा क्यों नहीं कर सकती.

वही ऐसा करने से दूल्हे को भी कोई एतराज नहीं है दूल्हे का कहना है कि ऐसा करके समाज में बेटा और बेटी के बीच होने वाले भेदभाव को कम करने की एक छोटी सी कोशिश की है. दूल्हे का कहना है कि भारत में पैदा होने वाली कई बेटियों को तो जन्म के समय ही मार दिया जाता है. हम लोगों की यही सोच बदलने का छोटा प्रयास कर रहे हैं.

वही बेटी का घोड़ी पर सवार होकर बरात ले जाने पर उसकी मां सुमिता बॉस का कहना है कि बेटा और बेटी में कोई अंतर नहीं है दोनों एक समान है. फिर चाहे बेटा बरात लेकर जाए या बेटी क्या फर्क पड़ता है. समाज में जितना अधिकार बेटों का है उतना ही बेटियों का भी है. उनकी बेटी ने शादी से पहले ही घोड़ी पर चढ़ बरात ले जाने की पूरी प्लानिंग कर ली थी. हम लोगों ने तो केवल उसकी इस सोच को रजामंदी दी है. दुल्हन की माय प्राइवेट स्कूल में बतौर टीचर काम करती है और वही पिता मेडिकल स्टोर चलाते हैं. दुल्हन का कहना है कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह समाज में बेटा और बेटी के बीच चल रहे भेदभाव को कम करना चाहती है वह लोगों को यह दिखाना चाहती है कि बेटियां किसी से कम नहीं है.