नंगे पैर चले, चटाई पर सोए, आखिर क्यों अजय देवगन ने की 41 दिन की कठोर साधना

बॉलीवुड इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता अजय देवगन एक शानदार इंसान होने के साथ-साथ काफी धार्मिक भी हैं। जी हां, वह अपने धर्म में काफी आस्था रखते हैं। हाल ही में अजय देवगन केरल के विश्व प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि अजय देवगन काले कपड़े पहने, माथे पर तिलक लगाए और गले में माला पहने नजर आ रहे हैं।

आपको बता दें कि बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन ने हाल ही में केरल के सबरीमाला स्थित भगवान अय्यप्पा स्वामी मंदिर में पूजा की। 41 दिनों की कठिन साधना और व्रत के बाद अजय देवगन सबरीमाला मंदिर पहुंचे, जिसकी कई तस्वीरें और वीडियो सामने आई हैं, जो काफी तेजी से वायरल हो रही हैं। अजय देवगन ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काले कपड़े पहने खुद एक छोटा सा वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने “स्वामी शरणम अयप्पा” लिखा है।

रिपोर्टों के अनुसार अजय देवगन ने भगवान अय्यपा के दर्शन करने के लिए कठिन नियमों का पालन किया। अजय देवगन ने सबरीमाला तीर्थ यात्रा पर जाने से पहले करीब एक महीने तक चलने वाले अनुष्ठानों का पालन किया था। इस दौरान अजय देवगन ने कथित तौर पर सिर्फ शाकाहारी भोजन का ही सेवन किया और फर्श पर एक चटाई बिछाकर सोए। 41 दिन तक अभिनेता ने सिर्फ काले रंग के कपड़े पहने और उन्होंने ब्रह्मचारी जैसा जीवन व्यतीत किया। अजय देवगन नंगे पैर रहे और हर शाम उन्होंने पूजा की और हमेशा अपने गले में तुलसी की माला पहनना आदि किया।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अजय देवगन कई दिनों तक जमीन पर ही सोये। वह केवल एक ही समय शुद्ध और साधारण खाना खा रहे हैं। जब भी कोई भगवान अय्यप्पा के दर्शन करता है उसे 41 दिनों पहले से ही यह सभी नियम अपनाने होते हैं। बता दें सबरीमाला मंदिर हमेशा खुला नहीं रहता है। यह विश्व प्रसिद्ध मंदिर सिर्फ नवंबर से जनवरी तक ही खुलता है।

परिवार के एक करीबी सूत्र ने ईटाइम्स को बताया कि इस दौरान वह 11 दिनों तक फर्श पर एक चटाई पर सोए। अय्यप्पा के दर्शन के लिए वह दिन में दो बार भगवान की पूजा करते थे। बिना लहसुन-प्याज के शाकाहारी खाना ही खाते थे। वह जहां भी जाते थे, नंगे पैर ही चलते थे। इस दौरान उन्होंने ना तो किसी परफ्यूम का इस्तेमाल किया और ना ही शराब का सेवन किया।

इन सभी कड़े नियमों का पालन करने के पश्चात अजय देवगन ने सबरीमाला मंदिर में भगवान के दर्शन किए। इसके बाद पुजारियों ने अभिनेता को प्रसाद दिया। उनके साथ चचेरे भाई विक्रांत और धर्मेंद्र भी थे। इन दोनों ने भी अजय देवगन के समान ही साधना की थी।

दर्शन करने के पश्चात अजय देवगन सीधे अपने काम पर चले गए थे। उन्हें डबिंग स्टूडियो के बाहर देखा गया था, जहां पर वह पूजा की ड्रेस में ही नजर आए थे। और सबसे बड़ी खास बात यह है कि अजय देवगन ने स्टूडियो के बाहर अपने पैरों में चप्पल तक नहीं पहनी हुई थी। बता दें कि सबरीमला मंदिर मकराविलाक्कु त्योहार 14 जनवरी को है, जिसके लिए 29 दिसंबर से मंदिर खोला गया है।

आपको बता दें कि स्वामी विवेकानंद की जयंती को पूरे भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस खास दिन पर अभिनेता अजय देवगन ने खुद को 20 साल का मानकर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक लंबा चौड़ा नोट पोस्ट किया था। उन्होंने यह लिखा था कि “प्यारे 20 वर्षीय अजय, एक अभिनेता के रूप में आप दुनिया में अपनी पहचान बना रहे हैं। सच कहूं तो आपको यहां कुछ क्रूर अस्वीकृतियों का सामना करना पड़ेगा। शर्मीले और अपरंपरागत, आप इसमें ढलने की अपनी पूरी कोशिश करेंगे लेकिन कई बार असफल होंगे।”

अजय देवगन ने अपनी पोस्ट में आगे यह लिखा था कि “लोगों की आलोचना और संदेह को सुनना बेशक आपके लिए कठिन होगा। यह आपके सपनों पर भी सवाल खड़े करेगा। आप जितना सफल होंगे उससे ज्यादा आप असफल होंगे। क्योंकि एक दिन धीरे-धीरे लेकिन निश्चित रूप से आपको एहसास होगा कि स्वयं होना आपकी सबसे बड़ी ताकत हो सकता है। तो थोड़ा ठोकर खाओ लेकिन रुको मत।

अपनी सीमाओं को पार करते रहने और दुनिया की उम्मीदों को अपना संकोच मत बनाओ।” अजय देवगन ने आगे यह लिखा था कि “हमेशा सच्चे रहो। हमेशा अपने बनो! खास नोट- डांस करना सीख लो, यह आपको लंबे समय में मदद करेगा। मैं आपसे बड़ा समझदार और बेहतर हूँ।”