मां बीड़ी कारखाने में मजदूर, सिंगल मदर बेटी ने यूट्यूब से पढ़कर पास किया MBBS एग्जाम

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं हर किसी का कोई ना कोई सपना होता है और अपने सपने को साकार करने के लिए लोग दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं परंतु सभी लोगों का सपना पूरा हो जाए, ऐसा संभव नहीं हो सकता। कहते हैं मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। जी हां, अगर आपके हौसले बुलंद हो और मजबूत आत्मविश्वास हो तो हर इंसान अपने सपनों को पूरा कर लेता है। जीवन में बहुत से उतार-चढ़ाव आते हैं और अपने सपनों को पूरा करने के लिए हर परिस्थिति का डटकर मुकाबला करना पड़ता है।

मेहनत और लगन से सब कुछ हासिल किया जा सकता है।बुलंद हौसले और मजबूत आत्मविश्वास से ही इंसान दुनिया की सारी तकलीफों को पीछे छोड़ते हुए सफलताओं के डगर में आगे बढ़ता रहता है। इस बात को निजामाबाद जिले के नंदावारा की रहने वाली हरिका ने सच साबित कर दिखाया है। हरिका ने यूट्यूब वीडियो की मदद से एमबीबीएस की परीक्षा पास की है। उनकी मां बीड़ी कारखाने में मजदूर हैं। हरिका ने अपनी मेहनत और लगन के दम पर सिर्फ डॉक्टर बनने का सपना ही नहीं देखा बल्कि उसे साकार भी किया।

मां बीड़ी के कारखाने में मजदूरी करती हैं

हैदराबाद के निजामाबाद की रहनी वाली हरिका के सफलता की कहानी काफी प्रेरित करने वाली है। उनकी मां बीड़ी कारखाने में मजदूर का काम करती हैं। वह एक सिंगल मदर हैं। हरिका ने अपने जीवन में आर्थिक तंगी देखी है, परंतु इसके बावजूद भी उन्होंने अपने सपनों से समझौता नहीं किया। हरिका ने सपने बड़े देखे थे, जिन्हें पूरा करना इतना आसान नहीं था परंतु फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। हरिका के संघर्ष और कामयाबी की कहानी को पूर्व टीआरएस सांसद कल्वकुंतला कविता ने ट्वीट कर दुनिया के सामने लाया है।

कल्वाकुंतला ने ट्वीट कर दी जानकारी

आपको बता दें कि हरिका ने सिर्फ यूट्यूब पर वीडियो देखकर एमबीबीएस परीक्षा पास की और शानदार प्रदर्शन किया। कल्वाकुंतला ने ट्वीट कर जानकारी दी कि वह हरिका और उनकी मां से मिलीं और उनकी फीस की पहली किस्त उन्हें सौंप कर उनके सपनों को अपना समर्थन दिया।

कल्वाकुंतला ने ट्वीट कर कैप्शन में लिखा “यह हरिका की कहानी है, जिसने यूट्यूब वीडियो के माध्यम से एमबीबीएस की परीक्षा पास की और बेहतर प्रदर्शन किया। मैं उनसे और उनकी मां से मिली और उनकी फीस की पहली किस्त सौंपकर उनके सपनों को अपना समर्थन दिया।”

उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा “निजामाबाद की एक सिंगल मदर की बेटी, जो एक बीड़ी मजदूर हैं, हरिका हर उस व्यक्ति के लिए एक प्रेरणा है जो अपने सपनों को जीने का विकल्प चुनते हैं। हरिका और उनकी बीड़ी मजदूर मां से मिलना और उनकी अविश्वसनीय यात्रा का हिस्सा बनना वास्तव में एक आशीर्वाद है।”

अपनी अथक मेहनत और लगन से हरिका ने ना सिर्फ डॉक्टर बनने का सपना देखा बल्कि उसे सच करने की राह पर भी चल रही हैं। हरिका के संघर्ष की कहानी उन लड़कियों के लिए प्रेरित करने वाली है जो बड़े सपने देखती हैं और उन्हें पाने की चाहत में बुलंद हौसले के साथ मेहनत करती हैं।