पत्नी ऐश्वर्या संग इस बंगले के बाहर खड़े रहे अभिषेक, इस शक़्श ने नहीं जाने दिया अंदर ! जाने क्यों ?

हमारे बॉलीवुड में तो किसी न किसी एक्टर या एक्ट्रेस को लेकर हमेशा चर्चा का विषय बना रहता है अब अभिषेक बच्चन को ही देख लो जो की बॉलीवुड के माने जाने परिवारों में से एक है आपको बता दे की आज बच्चन परिवार के लिए बहुत बड़ा दिन है क्योंकि आज अभिषेक बच्चन अपना 42वां बर्थडे मना रहे हैं|

दरअसल इस मौके पर अभि‍षेक बच्चन अपनी पत्नी ऐश्वर्या बच्चन और बेटी आराध्य के साथ अपने ससुर कृष्ण राज राय का अस्थि विसर्जन करने पहुंचे थे। और उनको किसी ने अंदर नही आने दिया स्थित ये थी की उनके अपने ही घर में उन्हें एंट्री नहीं मिली जिसकी वजह से वो घर के बाहर खड़े होकर फोन मिलाते रहे, लेकिन केयर टेकर कृष्ण कुमार पांडेय ने दरवाजा नही खोला

मीडिया की खबरों के मुताबिक वो जब परेशां हो गये तो मायूस होकर वहां से मुंबई निकल गए। ऐश्वर्या और बेटी आराध्या भी घर के बाहर खड़ी रहीं। आपको बता दे की क्लाइव रोड स्थित ‘फूलों के बंगला’ के बंगले के पास रहने वाले रवींद्र मिश्रा ने बताया था, 1984 में चुनाव के दौरान जब अमिताभ अपनी कन्वेसिंग के लिए इलाहाबाद आए थे, तो उन्होंने इस मकान को अपना बताया था|

अब आइय आपको इस घर के बारे में बताते है सबसे पहले हरिवंश राय बच्चन 1939 में कटघर वाले मकान को छोड़कर क्लाइव रोड स्थित बंगले में किराए पर रहने आ गए और तब वहाँ पर अमिताभ का जन्म हुआ। बच्चन परिवार इस बंगले में 1956 तक रहा| ये बहुत ही शानदार है इस बंगले में तीन बड़े कमरे हैं दरवाजे, खिड़की और रोशनदान मिलाकर दस दरवाजे हैं। इस वजह से इसे 10 द्वार वाला बंगला भी कहा जाता है|

आपको बता दे की इस बंगले के मालिक श्रीशंकर तिवारी थे और वे पेशे से वकील थे| हालांकि अमिताभ के परिवार के यहाँ से जाने के बाद अब इस बंगले में अब कोई नहीं रहता यहां हमेशा ताला लगा रहता है और अब इस बंगले की देखभाल अब ट्रस्ट के मैंबर और वकील केके पांडेय करते हैं तिवारी ने ही पांडेय को बंगले की देखरेख की जिम्मेदारी दी थी अब तिवारी का निधन हो चुका है|

पांडेय बताते हैं, बंगले के मालिक तिवारी और उनकी पत्नी इंदू दोनों के बच्चन परिवार से अच्छे रिश्ते नही थे इसी वजह से बच्चन फैमिली की वजह से ही बंगले के गेट उनके लिए बंद हो गएउनके परिवार का इस बंगले से रिश्ता सिर्फ किराएदार तक का था|

सन 1956-57 में बच्चन परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया, इसके बाद ही उनका इस घर से रिश्ता मनो खत्म हो गया| फिर भी वो इसे अपना बताने की कोशिश करते रहे| यही बात तिवारी जी और उनकी पत्नी को बुरी लगती थी.”हालांकि, अब श्री शंकर तिवारी अब जिंदा नहीं हैं।

लेकिन उनका केयर टेकर कृष्ण कुमार पांडेय आज भी उनके इस नियम को फॉलो कर रहा है।और उनके इस बंगले की देखभाल कर रहा है| आपको बता दे की यह केयर टेकर बहुत ही शख्त है और ये अपनी मर्ज़ी से सरे काम करता है और बच्चन परिवार के किसी भी सदस्य को इस बंगले में घुसने नहीं देता है |