पिता के अधूरे सपने को पूरा कर बेटी ने बढाया सम्मान, खुद IAS बन किया सपने को पूरा

हमारे समाज में एक बड़ी अजीब सी धारणा फैली हुई है| वो येही के हमारे घर में या रिश्तेदारों में ऐसा माना जाता है के अगर एक बाप के कुछ सपने हैं| तो उन्हें सिफ एक बीटा ही पूरा कर सकता है| ये नहीं कह रहे हम के सभी घरों में ऐसा है लेकिन अधिकतर घरों में ऐसी धारणा देखी गयी है| जरूरी नहीं कि एक बेटा ही बस अपने पिता के सपनों को समझे और उन्हें पूरा करे| अगर एक बेटी को मौका दिया जाये तो वह भी ऐसा कर सकती है|

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ऐसी ही एक खबर से आज हम आपको रूबरू करने जा रहे हैं| जहाँ एक बेटी ने अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए जी जान से मेहनत की| और अपने पिता के सपने को हकीकत में बदल दिया| ये कहानी है उत्तर प्रदेश के ही रॉबर्टगंज की एक बेटी की जिसका नाम साक्षी है| वर्ष 2018 में साक्षी ने IAS बनने का यह सपना पूरा किया|

साक्षी की पढाई की बात करें तो उनकी स्नातक तक की पढाई साक्षी राबर्ट्सगंज में ही की| बता दे के साक्षी के हाईस्कूल में 71 प्रतिशत अंक रहे और इंटर में 81.4 प्रतिशत अंक रहें| कालेज की बात करें तो इन्होने बारहवीं तक की पढाई करने के बाद राजकीय महिला महाविद्यालय से B.A की डिग्री हासिल की| और तब से ही इसके बाद इनमे IAS बनने का जूनून चढ़ गया।

इंटर के बाद से ही साक्षी ने बना लिया मन

साक्षी ने एक इंटरव्यू के दौरान इन बात को बताया के उन्होंने UPSC का फैसला इंटर में 81 प्रतिशत अंक आने के बाद से ही कर लिया था| राबर्ट्सगंज उत्तर प्रदेश का बहुत ही छोटा सा क्षेत्र था जिसके कारण वहां पर तैयारी के लिए उतनी अच्छी सुविधाएँ नहीं थी जिसके चलते साक्षी ने ग्रेजुएशन तक का इंतजार करने का फैसला लिया।

पिता के सपने को किया साकार :

ग्रेजुएशन करने के बाद साक्षी ने दिल्ली जाने का फैसला किया था। ऐसे में अपने पिता को उस्नेज्ब इस फैस्लेके बारे में बताया के वह IAS बनना चाहती है तब साक्षी के पिताजी ने भी पूरा सपोर्ट किया| बता दें के साक्षी के पिता का नाम कृष्ण कुमार गर्ग है जो के पेश से व्यापारी हैं और माता का नाम रेनु गर्ग जो गृहिणी हैं|साक्षी ने इंटरव्यू में बता के उनके पिता का सपना था के वो बेटी IAS बने| लेकिन कुछ कारणों से वो नहीं बन पाए|

लेकिन ऐसे में बेटी साक्षी को उन्होंने अक्सर ही यूपीएससी के लिए मानसिक रूप से सीख दी और उसे तैयार किया| और अपनी बेटी को पूरा हौसला भी दिया।इस बात को खुद साक्षी के पिता ने बताया के खुद वि IAS आईएएस बनना चाहते थे| और फिर बेटी को IAS के रूप में देख कर उनका यह सपना पूरा हुआ|