2100 रुपए नहीं गिन पाया दूल्हा तो भड़क गई दुल्हन, बोली- अंगूठाछाप से नहीं करूंगी शादी, बैरंग लौट गई बारात

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं शादियों वाले घर में रौनक ही रौनक देखने को मिलती है। शादी वाले दिन परिवार के लोग, रिश्तेदार और दोस्त खूब नाच-गाना, मस्ती-मजाक करते हैं। वहीं शादी-बारात के अनेकों किस्से सुनने और देखने को भी मिलते रहते हैं। इसी बीच आज हम आपको जिस मामले के बारे में बताने जा रहे हैं उसने हर किसी को हैरान कर दिया है।

दरअसल, इस मामले में एक बात से नाराज दुल्हन ने दूल्हे और उसकी बारात को वापस लौटा दिया। जी हां, दुल्हन ने साफ-साफ कह दिया कि वह किसी अनपढ़ और अंगूठा छाप से शादी नहीं करेगी। जब दुल्हन वालों की तरफ से दूल्हे को 2100 रुपए गिनने के लिए दिए गए तो तब यह सब हुआ था। आखिर यह पूरा मामला क्या है? चलिए हम आपको बताते हैं।

पहुंच चुके थे सभी बाराती

दरअसल, आज हम आपको जिस मामले के बारे में बता रहे हैं यह यूपी के फर्रुखाबाद जिले से सामने आया है। यहां पर एक गांव में बारात आई थी। द्वारचार की रस्म की तैयारियां चल रही थी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो यहां की रहने वाली दुल्हन की शादी मैनपुरी के एक युवक से हो रही थी और सभी बाराती भी पहुंच चुके थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, दुल्हन के परिजनों को यह नहीं बताया गया था कि दूल्हा अनपढ़ है और शादी तय हो गई थी। लेकिन यही झूठ आगे चलकर काफी महंगा पड़ गया। जी हां, दूल्हे पर लोगों को कुछ शक हुआ तो लड़की के भाई ने दूल्हे के हाथ में रुपए थमा दिए और उसे गिनने के लिए कहा।

दूल्हा नहीं गिन पाया 2100 रुपए

प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुरुवार की शाम को बारात आई थी और शादी की रस्में शुरू हो गई। जब रात 1:00 बजे द्वारचार की रस्म शुरू हुई तो इसी बीच किसी ने दुल्हन के भाई को जाकर इस बात की जानकारी दे दी कि दूल्हा पढ़ा लिखा नहीं है। जब दूल्हे के अनपढ़ होने की बात दुल्हन के भाई को मिली तो इसके बाद उसे आजमाने के लिए भाई ने द्वारचार के दौरान ही 2100 रुपए देते हुए पंडित जी से कहा कि दूल्हे से यह रुपए गिनवाए और पंडित जी ने ऐसा ही करते हुए दूल्हे से रुपए गिनने के लिए कहा।

पहले तो दूल्हे को अजीब लगा लेकिन जब दूल्हा रुपए नहीं दिन पाया तो उसे 10 के नोट और ₹10 की रेजगारी दी गई। लेकिन उन्हें भी दूल्हा नहीं बन सका। फिर क्या था, दुल्हन के भाई ने इसकी जानकारी अपनी बहन को दे दी, जिसके बाद दुल्हन भी भड़क गई और उसने शादी करने से इनकार कर दिया। दुल्हन ने साफ कहा कि वह अंगूठाछाप से शादी नहीं करेगी। दुल्हन के इस फैसले से बारातियों और रिश्तेदारों में हड़कंप मच गया। देर रात तक दुल्हन को मनाने की कोशिश चलती रही परंतु वह नहीं मानी।

बारात बैरंग लौट गई

आखिरकार मामला थाने में पहुंचा। थाने में दोनों पक्षों के बीच समझौते पर भी सहमति नहीं बन पा रही थी। इसके बाद आपसी सहमति बनी कि जो खर्च हुआ है वह कोई किसी को नहीं देगा। कोई पक्ष किसी को कोई लेन-देन नहीं करेगा। इसके बाद फिर बिन दुल्हन बारात वापस लौट गई।