स्वास्थ: यदि इस एक चीज का सेवन मात्र 5 दिन कर लिया तो आपको क्या आपके बच्चों को भी जिंदगीभर नहीं होगा हार्टअटैक की समस्या

बदलती जीवन शैली में जहां मधुमेह, बीपी जैसे रोग होना आम हो चला है। वहीं हार्ट अटैक के मामले भी कम नहीं हैं। लेकिन यदि हार्ट अटैक के लक्षण पहले ही पता चल जाएं, तो कई लोगों की जान बचाई जा सकती है।हार्टअटैक एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जो इंसान की मौत को न्योता देती है पर इसके सेवन से आप को हार्टअटैक तो होगा नहीं लेकिन आप सोच रहे होंगे कि इसका सेवन कब करना है तो चलिए आपको यह भी बताते हैं ।दिल की बीमारी का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। पहले इसे बुढ़ापे की बीमारी माना जाता था लेकिन अब यह कमउम्र के लोगों को भी अपनी चपेट में ले रही है। ऐसे में जरूरी है अपने दिल की सेहत का ख्याल रखना।

हमारे दिल को लगातार काम करने के लिए ऑक्सिजन की जरूरत होती है, जो उसे नलिकाओं से आने वाले खून से मिलती है। दिल एक मिनट में करीब 72 बार धड़कता है और इसके लिए उसे करीब 250 मिली खून की जरूरत होती है। जब दिल तक खून पहुंचाने वाली नलिकाओं में फैट जमा हो जाता है तो दिल तक खून की सप्लाई कम हो जाती है। फैट की इसी परत को ब्लॉकेज कहते हैं। आमतौर पर मरीजों को नसों में 80 फीसदी से ज्यादा ब्लॉकेज होने पर ही पता लगता है।

बैठे हुए व्यक्ति के दिल को काम करने के लिए 10 फीसदी, चलने पर 20 और दौड़ने पर 30 फीसदी खून की जरूरत होती है। दौड़ने, चलने या बैठने में तकलीफ के आधार पर पता लगाया जा सकता है कि दिल को कितने खून की सप्लाई हो रही है। मसलन, बैठे रहने पर भी दिक्कत हो तो समझना चाहिए कि दिल को 10 फीसदी भी खून नहीं मिल पा रहा।

हम जिस चीज का जिक्र कर रहे हैं उसका नाम है अंकुरित चना और चने में कार्बोहाइड्रेट्स , आयरन इत्यादि तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए बेहद जरूरी है और इसके साथ साथ में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं ।हार्ट अटैक एक खतरनाक बीमारी है जो किसी को भी और कभी भी आ सकता है और इसके लक्षण इस के शुरुआती क्षणों से ही शुरु हो जाते हैं तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें ।

ज्यादा तली भुनी चीजों को खाने से हमारे शरीर में वसा की मात्रा बढ़ जाती है। धीरे -धीरे यही वसा हमारी नसों में अवरोध पैदा कर देती है ,और खून के परिसंचरण को रोंक देती हैं। जब ब्लड हृदय में नहीं पहुचता तब हृदय घात जैसी समस्याएं पैदा हो जातीं हैं। आज मैं आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताएँगे जिसका सेवन सिर्फ पांच दिन करने से कभी भी हृदय घात नहीं होगा अर्थात हार्ड अटेक नहीं होगा।

दोस्तों आपको क्या करना है कि एक लीटर पानी में 200 ग्राम गेहूं को दस मिनट तक अच्छी तरह से उबाल लें। इसके बाद इन्हें किसी सूती कपड़े में लपेट कर अंकुरित होने के लिए रखना है। गेंहूं को अंकुरित करने के लिए 8-10 घंटे कपड़े में बाँध कर रखना है।जब गेंहू अंकुरित होकर एक इंच का हो जाये। अब आपको इन अंकुरित गेंहूं को 5-6 दिन खाने से आपके शरीर में बहुत ही बदलाब आ जाएगा। ऐसा सिर्फ मात्र 5 दिन करने से ही आपके जीवन में हार्ट अटैक नहीं आयेगा।

अब आपका एक सवाल होगा कि उबालने के बाद गेंहूं अंकुरित कैसे होगें ,तो मैं आपको बता दें कि इस 200 ग्राम गेंहूं में 20-30 प्रतिशत गेहूं में ही अंकुरित होने की क्षमता होती है और वही गेंहूं हमें हार्ट अटैक से बचाने की क्षमता रखते हैं।