डोनल्ड ट्रंप को हरा कर जो बाइडेन बने अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति, जानिए इनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें

यूनाइटेड स्टेट्स अमेरीका के राष्ट्रपति की कुर्सी पर कौन बैठेगा इसकी तस्वीर अब साफ हो चुकी है. अमेरिकी में डेमोक्रैटिक पार्टी उम्मीदवार जोसेफ रॉबिनेट बाइडेन जूनियर अमेरिका के नए राष्ट्रपति बन गए हैं. उन्होंने रिपब्लिकन उम्मीदवार और मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हरा दिया है और 46वें राष्ट्रपति बन चुके हैं.

दरअसल 20 नवंबर 1942 को जन्मे बाइडेन 78 वर्ष की उम्र में राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं. वह अमेरिका के इतिहास के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति होंगे. यह भी दिलचस्प तथ्य है कि जब वह 1972 में सीनेट के लिए चुने गए थे तब सबसे कम उम्र के लोगों में से एक थे.

आपको बता दें कि बाइडेन जब 1972 में सीनेट के लिए चुने गए थे तो कुछ समय के बाद ही उन्हें एक गहरे सदमे से गुजरना पड़ा था. एक कार एक्सीडेंट में उनकी पत्नी नीलिया और बेटी नाआोमी की मौत हो गई थी. उनके बेटे हंटर और ब्यू भी इस हदसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. हादसे के बाद पांच साल तक, बाइडेन ने अपनी बहन वैलेरी और उनके परिवार की मदद से ब्यू और हंटर को पाला था. बाइडेन ने पत्नी नीलिया की मौत के 5 साल बाद जिल से शादी की थी. उनकी एश्ली नाम की एक बेटी भी है.

राष्ट्रपति पद के लिए थी इनकी तीसरी कोशिश

दरअसल बाइडेन 1988 और 2008 में राष्ट्रपति पद की रेस में शामिल हुए थे हालांकि तब उन्हें नाकामी हाथ लगी थी. 1998 में उन पर साहित्यिक चोरी के आरोप लगे और उन्हें पीछे हटना पड़ा.

दो बार रह चुके हैं उपराष्ट्रपति

बराक ओबामा के करीबी माने जाने वाले बाइडेन उनके कार्यकाल में 2008 से 2016 तक दो बार उपराष्ट्रपति भी रह चुके हैं. इस चुनाव में भी ओबामा ने उन्हें काफी समर्थन दिया है. और उनकी जीत में बराक का भी महत्वपूर्ण योगदान है.


विवादों से भरा रहा है जीवन

बता दें बाइडेन विवादों में भी रहे हैं उन पर पर ब्रिटिश लेबर पार्टी के नील किन्नॉक के भाषण की साहित्यिक चोरी का आरोप लगा था. वहीं एक महिला ने बाइडेन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा था कि यह घटना कैपिटोल हिल के भूतल में 1993 में बाइडेन के कार्यालय में हुई थी और वह उन दिनों वहां काम करती थीं. बाइडेन ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि ऐसा कभी नहीं हुआ है. यह झूठ है.

ट्रंप के फैसलों को बदलने की घोषणा

हालाँकि बाइडेन यह पहले की घोषणा कर चुके थे कि वह ट्रंप के कई फैसलों को बदल देंगे. इनमें अमेरिकी के घरेलू मसलों से लेकर विदेश मामलों से जुड़े फैसले भी शामिल हैं. जिन्हें बाइडेन राष्ट्रपति की शपथ लेने के बाद जल्द ही बदल देंगे.