दिलीप कुमार की कभी नहीं हुई संतान, जानिए अभिनेता से जुड़ी कुछ मजेदार बातें जो हमे सच्चे प्यार का मतलब सिखाती हैं

दिग्‍गज अभिनेता दिलीप कुमार के देहांत की खबर ने हर कोई दुखी है. वो बुधवार को मुंबई के हिंदुजा अस्‍पताल में चल बसे. दिलीप कुमार पाकिस्तान के पेशावर में एक मुस्लिम परिवार में जन्मे. उनका असली नाम यूसुफ खान था. बहुत कम लोग जानते हैं कि उन्होंने हिन्दी सिनेमा जगत में नाम कमाने के लिए बहुत मेहनत की और जीवन के पांच दशक इंडस्ट्री को दिए. आज हम आपको इनके परिवार के अन्य सदस्यों के बारे में भी बताने जा रहे हैं.

फलों के व्‍यापारी थे पिता 

दरअसल दिलीप के पिता लाला गुलाम सरवर और माता आयशा बेगम थी जो फलों के प्यापारी थे. पेशावर में दिलीप कुमार के पिता के बाग भी थे और फलों को बेचकर ही घर चलता था. 12 भाई-बहनों के साथ दिलीप का बचपन बेहद तंगी में गुजरा क्योंकि घर में लोग अधिक थे और सिर्फ पिता कमाते थे.

दिलीप कुमार थे 6 बहनें और 6 भाई

आपको बता दें कि दिलीप कुमार कुल 6 भाई थे नासिर खान, एहसान खान, अलसम खान, नूर मोहम्मद और अयूब सरवर इनका नाम है. वहीं दिलीप साहब की 6 बहनें फैजिया खान, सकीना खान, ताज खान, फरीजा खान, सईदा खान और आख्तर आसिफ जिनका नाम है.

बहन ने अजमेर शरीफ में की थी सेवा

वहीं दिलीप कुमार की मां आयशा बेगम को दमे की बिमारी थी और 1948 में उनका देहांत हो गया. इसके बाद 1950 में उनके पिता भी चल बसे. पिता की मृत्यु के बाद परिवार की जिम्मेदारी दिलीप कुमार पर थी और सबसे बड़ी बहन सकीना ने घर-गृहस्थी देखी. कहते है कि सकीना ने शादी नहीं रचाई और उनका आखिरी समय भी अजमेर शरीफ में सेवा करते गुजरा.

चर्म रोग के चलते करियर हुआ खत्म

दरअसल बीमारी के कारण दिलीप के भाई अयूब का निधन 1954 में हुआ था. नूर मोहम्मद 1991 में चल बसे. दिलीप की तरह उनके भाई नासिर खान भी फिल्म अभिनेता थे. चर्म रोग के कारण से नासिर का फिल्म करियर खत्म हुआ और 1976 में दिल का दौरा पड़ने से अमृतसर में उनका देहांत हो गया था.

दो भाई कोरोना से हुए खत्म

वहीं सितंबर 2020 में कोरोना से दिलीप कुमार के छोटे भाई एहसान खान का देहांत हुआ था जो 92 साल के थे. दरअसल वह हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और अल्जाइमर से भी पीड़ित थे. बता दें कि पिछले साल 21 अगस्त को दिलीप कुमार के एक और छोटे भाई असलम खान का 88 साल की उम्र में देहांत हुआ था. वह भी कोविड-19 से पीड़ित थे और लीलावती अस्पताल में एडमिट थे.