फिल्मो के पोस्टर चिपकाने वाला यह लड़का बड़ा हो कर खुद बन गया बॉलीवुड का सुपरस्टार, नाम जान कर रह जायेंगे दंग

आज हम आपको बॉलीवुड के एक ऐसे सुपरस्टार के बारे में बताने जा रहे है, जो बचपन में फिल्मो के पोस्टर लगाने का काम करता था. मगर बड़ा हो कर खुद ही बॉलीवुड का एक बेहतरीन एक्टर बन गया. जी हां आपकी जानकारी के लिए बता दे कि हम यहाँ किसी और की नहीं बल्कि बॉलीवुड के जग्गू दादा यानि जैकी श्रॉफ की बात कर रहे है. जिनका जन्म दो फरवरी 1958 को साउथ मुंबई के ग्रांट रोड पर स्थित एक साधारण से परिवार में हुआ था. बता दे कि जैकी के पिता तो गुजराती थे, लेकिन उनकी माता जी का मूल स्थान कजाकिस्तान था. गौरतलब है कि जैकी श्रॉफ के जीवन से जुडी ऐसी कई बातें है जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते है. इसलिए आज हम आपको उनके जीवन से जुडी इन्ही कुछ खास बातों से रूबरू करवाना चाहते है.

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जैकी श्रॉफ ने एक इंटरव्यू के दौरान खुद ये कहा था कि वो बचपन में फिल्म के रिलीज़ होने का इंतजार किया करते थे. वो इसलिए ताकि बचपन में वह अपने दोस्तों के साथ जाकर उस फिल्म के पोस्टर दीवार पर चिपका सके. आपको जान कर हैरानी होगी कि दोपहर तक यह काम करने के बदले में उन्हें केवल चार आना ही मिलता था. जब कि आज के समय में चार आने की कोई कीमत ही नहीं है. इसके बाद जैकी श्रॉफ ने बताया कि एक दिन वह खड़े हो कर बस का इंतजार कर रहे थे. इस दौरान एक अनजान व्यक्ति उनके पास आया और उनसे पूछने लगा कि वह क्या करते है.

ऐसे में जैकी ने उन्हें अपने काम के बारे में बताया. जिसके बाद उस व्यक्ति ने कहा कि उसके पास मार्केटिंग एजेंसी में एक जॉब है. इसलिए अगर वो चाहे तो यहाँ मॉडलिंग कर सकते है. बता दे कि उस व्यक्ति ने जैकी को फोटो क्लिक करवाने का ऑफर दिया और कहा कि इसके लिए वह उसे पैसे भी देंगे. ऐसे में जैकी भी उस अजनबी व्यक्ति के साथ चले गए और अपना फोटोसेशन पूरा किया. बता दे कि इसके बाद तो जैकी श्रॉफ मानो एक कामयाब मॉडल ही बन गए. जी हां यहाँ तक कि उनके पहले विज्ञापन के लिए उन्हें सात हजार रूपये भी दिए गए.

इसके बाद एक्टिंग क्लासेज के दौरान जैकी श्रॉफ की मुलाकात देव आनंद के बेटे सुनील आनंद से हुई. जी हां इसके बाद दोनों में काफी अच्छी दोस्ती हो गई. बता दे कि जैकी श्रॉफ बार बार सुनील से मिलते रहे, क्यूकि उन्हें ऐसा लग रहा था कि इसके द्वारा ही उनकी मुलाकात देव आनंद से हो सकती है. दरअसल जैकी श्रॉफ देव आनंद के काफी बड़े फैन थे और इसलिए वह उनसे मिलने के लिए काफी बेताब थे. बता दे कि एक दिन जैकी श्रॉफ की यह इच्छा भी पूरी हो गई. जी हां वह देव आनंद से मिले और इसके बाद देव आनंद ने उन्हें अपनी फिल्म स्वामी दादा में एक छोटा सा रोल भी ऑफर किया.

बरहलाल इसी रोल से उनके फ़िल्मी करियर की शुरुआत हुई और देखते ही देखते न केवल जैकी श्रॉफ बल्कि उनका बेटा टाइगर भी एक बड़ा सुपरस्टार बन गया. शायद इसे ही किस्मत का खेल कहते है.