शनिदेव की पूजा में की गई गलतियों के कारण उठाना पड़ सकता है बड़ा नुकसान, जानिए जरूरी नियम

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देवता को कर्मफल दाता कहा जाता है। ऐसा बताया जाता है कि शनि देव हर मनुष्य को उसके कर्मों के आधार पर ही फल प्रदान करते हैं। अगर व्यक्ति अपने जीवन में अच्छे काम करता है तो उसके ऊपर शनिदेव की कृपा दृष्टि बनी रहती है। वहीं जो लोग बुरे कार्य करते हैं उनको शनि के प्रकोप का सामना करना पड़ता है। आजकल के समय में ज्यादातर लोग ऐसे हैं जो शनिदेव की टेढ़ी नजर से बच कर रहना चाहते हैं, जिसके लिए लोग शनिदेव की पूजा आराधना करते हैं। वहीं कुछ लोग शनिदेव से जुड़े हुए उपाय भी करते हैं।

ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों की आदतें बुरी होती हैं, उनको शनिदेव बुरा फल देते हैं। वहीं जो लोग ईमानदार होते हैं और अपनी मेहनत से अपना जीवन व्यतीत करते हैं, उनके ऊपर शनिदेव की कृपा दृष्टि हमेशा बनी रहती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि की साढ़ेसाती या ढैया के दौरान संबंधित राशि वाले व्यक्तियों को बहुत संभलकर चलने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही कई उपाय भी बताए जाते हैं।

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है इसलिए शनिवार के दिन अगर आप शनिदेव से संबंधित उपाय करते हैं तो इससे आपको अधिक शुभ फल की प्राप्ति होगी। इसके अलावा साल में पड़ने वाले कई खास मौकों पर भी शनि देव के उपाय से शुभ फल की प्राप्ति होती है परंतु सबसे पहले आपको यह बात समझ लेनी चाहिए कि शनिदेव की पूजा में किसी भी प्रकार की गलती नहीं करनी चाहिए अन्यथा इसकी वजह से आपको भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।

शनिदेव की पूजा में भूलकर भी नहीं करनी चाहिए गलतियां

अगर आप शनिदेव की पूजा कर रहे हैं तो उस दौरान भूलकर भी कोई गलती ना करें। जो लोग शनिवार का व्रत रखते हैं और शनिदेव की पूजा करते हैं, उनको शनिदेव की पूजा के सारे नियमों को पहले अच्छी तरीके से समझ लेना ही उचित होगा। इसके अलावा शनिदेव के बुरे प्रभाव को दूर करने के उपाय भी सावधानी पूर्वक करने चाहिए। जैसे तेल अर्पित करना या शनि से संबंधित पेड़ों की पूजा करना इसमें शामिल है।

इन जरूरी बातों का ध्यान रखें

1. अगर आप शनिवार के दिन शनि देव की मूर्ति पर या फिर पीपल के पेड़ पर तेल चढ़ा रहे हैं तो उस दौरान आपको यह बात ध्यान रखना होगा कि तेल मूर्ति पर ही अर्पित कीजिए। तेल इधर-उधर नहीं गिरना चाहिए। अगर तेल चढ़ाना संभावना ना हो तो गरीब और जरूरतमंदों को तेल का दान भी कर सकते हैं।

2. आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि कभी भी शनिदेव के सामने खड़े होकर दर्शन मत कीजिए और ना ही उनके सामने खड़े होकर उन्हें तेल अर्पित करें। ध्यान रहे शनि की सीधी नजर कभी भी आप पर ना पड़े।

3. आप शनिदेव के ऐसे मंदिर में दर्शन कीजिए जहां पर वह मूर्ति की वजह शिला रूप में स्थापित हों क्योंकि यह बहुत ही बेहतर माना जाता है। इसके अलावा पीपल के पेड़ पर तेल अर्पित करना, दीपक जलाना यह अच्छा तरीका माना गया है।

4. आपको ध्यान रखना होगा कि शनिवार के दिन जूते-चप्पल, तेल आदि शनि से जुड़ी हुई चीजें नहीं खरीदनी चाहिए, परंतु आप इस दिन चमड़े के जूते-चप्पल जरूरतमंदों को दान कर सकते हैं।