आज भी जीवित हैं भगवान राम के वंशज, मिलिए इस राजघराने के परिवार से जो आज भी हमे दिलाते हैं हमे श्रीराम की याद

हजारों साल पहले भगवान विष्णु ने भगवान राम के रूप में धरती पर अवतार लिया था. फिर उन्होंने धरती को पाप से छुड़ाने के लिए रावण के साथ युद्ध कर उनका वध किया. जिसके बाद वह वापस बैकुंठ लोक लौट गए. लेकिन क्या आप सब लोग जानते हैं कि भगवान राम के वंशज आज भी धरती पर अपनी जिंदगी व्यतीत कर रहे हैं आज हम आपको अपने इस पोस्ट के जरिए भगवान राम के वंशज से मिलाने जा रहे हैं कि इस बात में कितनी सच्चाई है इसके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. तो चलिए आप सब लोगों को बताते हैं कि आखिरकार कौन हैं भगवान राम जी के वंशज और आज के समय में वह क्या करते हैं तो चलिए जानते हैं.

जयपुर का रहने वाला एक राज परिवार खुद को भगवान राम के बेटे कुश के वंशज बताता है. एक इंटरव्यू के दौरान राजमाता पद्मश्री का कहना है कि उनके पति और जयपुर के पूर्व महाराजा भवानी सिंह भगवान राम के बेटे कुश के 309वें वंशज थे. जैसा कि आप सब लोग जानते हैं कि अब भारत में राजशाही नहीं रही लेकिन आज भी कई राज परिवार ऐसे हैं जो अपने महलों में शानो शौकत से अपनी जिंदगी व्यतीत कर रही हैं. आज हम आपको मिलवा आती है एक ऐसे परिवार से जो भगवान श्री राम के वंशज होने का दावा करते हैं.

जानकारी के लिए आप सभी लोगों को बता दें कि पद्मश्री जयपुर के राजघराने की राजमाता है और वह आज भी उच्च पद पर विराजमान है. उनके के आदेश के बिना उनके घर में पति तक नहीं हिलती. कोई भी बड़ा फैसला लेने से पहले राजमाता से सलाह जरूर ली जाती है.

जयपुर के राजा मानसिंह ने तीन विवाह रचाए थे. उनकी पत्नियों के नाम मरुधर कवर, किशोर कवर और गायत्री देवी हुआ करते थे. दे राजघराने की राजमाता पद्मश्री देवी मानसिंह और मरुधर कवर के बेटे भवानी सिंह की पत्नी है.

गौरतलब है कि जयपुर के पूरे पूर्व महाराज जो अब इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह कर जा चुके हैं भवानी सिंह और पद्मश्री देवी की इकलौती संतान इकलौती संतान है. जिसका नाम राजकुमारी दिया है. के लिए आप सभी लोगों को बता दे की राजकुमारी दिया कुमारी जयपुर के राजसमंद से सांसद हैं.

दीया कुमारी ने नरेंद्र सिंह के साथ विवाह रचाया था इस शादी से उनकी तीन संताने हैं जिनमें दो बेटे और एक बेटी है.

पद्दम नाभ सिंह, दीया कुमारी के सबसे बड़े बेटे हैं. महाराज भवानी सिंह का कोई बेटा ना होने के कारण ही दीया कुमारी का 12 साल की उम्र में राजतिलक कर दिया गया था. वही दिया कुमारी के छोटे बेटे का नाम लक्ष्य और बेटी का नाम गौरवी सिंह है.