फनी जोक्स : पागलों के अस्पताल में सभी पागल एक साथ डांस कर रहे थे लेकिन एक चुप चाप बैठा था…

हंसना हम सबके सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है  और इसीलिए हमे हंसने मुस्कुराने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहिए और  इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज के इस पोस्ट में हम आपके लिए कुछ ऐसे मजेदार चुटकुले लेकर आये हैं जो आजकल सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे है और हमें यकीन है कि इन जोक्स को पढ़ने के बाद आप भी हंसे बिना रह नहीं पाएंगे. तो देर किस बात की है आइये शुरू करते हैं हंसने-हंसाने का ये सिलसिला.

पिता ने पूछा- बेटा तू फेल कैसे हो गया?
बेटा- पापा पेपर में प्रश्न ही ऐसे आए थे जो मुझे पता नहीं थे
पिता- अच्छा…तो फिर तुमने उत्तर कैसे लिखे?
बेटा- मैंने भी उत्तर ऐसे लिखे, जो मास्टर को पता नहीं थे।

मरीज- डॉक्टर साहब मुझे एक समस्या है…
डॉक्टर- हां जी, बताइए क्या?
मरीज- बात करते हुए मुझे व्यक्ति दिखाई नहीं देता
डॉक्टर- ऐसा किस समय होता है?
मरीज- फोन पर बात करते समय

टीचर- मिंटू तुम कॉलेज क्यों आते हो?
चिंटू- सर जी, विद्या के लिए
टीचर- तो क्लास में सो क्यों रहे हो?
चिंटू- सर, आज विद्या नहीं आई इसलिए…

हाई स्कूल में पढ़ने वाली दो लड़कियां आपस में बातें कर रही थीं।
पहली लड़की- मेरे पापा ने कहा है कि इस बार अगर एग्जाम में फेल हुई तो तेरी शादी कर दूंगा
दूसरी लड़की- तो तुमने कितनी तैयारी की है?
पहली लड़की- बस रिसेप्शन की ड्रेस लेनी बाकी है!

लुंगी पहनी देहाती लड़की को पेड़ पर बैठा देख एक आंटी बोली…
वहां क्यों बैठी है?
लड़की-सेब खाने
महिला-पर यह तो आम का पेड़ है!
लड़की-ओ, आंटी, चौधराईन मत बनो
सेब लेकर आई हूं।

पप्पू केले खरीदने गया
पप्पू-एक केला कितने का है भाई ?
दुकानवाला-दस रूपये का है
पप्पू-चार रूपये में दे दो
दुकानवाला-चार रूपये में छिलका दूंगा
पप्पू-ये ले छह रूपये सिर्फ केला दो, छिलका तूम रख ले।

जीजा- अरे साली साहिबा! एक सवाल का जवाब बताओ.
यदि लड़कियां पराया धन हैं तो फिर लड़के क्या हुए?
साली- एक नंबर के चोर, जो हमेशा पराए धन पर
अपनी नज़रे टिकाए रहते हैं.

दो बहरे दोस्त अचानक रास्ते में मिल गए…
पहला बोला- अरे शर्मा जी, सिनेमा देखने जा रहे हैं क्या?
दूसरा- नहीं वर्मा जी, मैं तो सिनेमा देखने जा रहा हूं
पहला- ओहो, मैं समझा कि आप सिनेमा देखने जा रहे हैं!

 

रामू का बेटा पांव फैलाकर सो रहा था…
रामू- उठ बे
बेटा- क्या हुआ?
रामू- स्कूल क्यों नहीं गया?
बेटा- तुमने ही तो कहा था कि एक जगह बार-बार जाने
से इज्जत कम हो जाती है.
रामू बेहोश

डॉक्टर- तुम्हारा कान कैसे जला?
पप्पू- मैं कमीज प्रेस कर रहा था कि फोन आ गया,
मैंने जल्दी में फोन की जगह प्रेस को कान पर लगा लिया
डॉक्टर- तो दूसरा कान कैसे जला?
पप्पू- अब एम्बुलेंस को भी तो फोन करना था ना

अध्यापक (छात्रों से)- बच्चों, अगर औरत विवाहित हो
तो उसकी निशानी क्या है?
छात्र- मांग का सिंदूर
अध्यापक- और पुरुष अगर विवाहित हो तो कैसे पता चलता है?
छात्र- उसका लटका हुआ परेशान चेहरा देखकर

एक बार थानेदार, कलेक्टर और मास्टर बैठे थे…
थानेदार- मेरा बहुत रौब है, जब जी करे किसी को भी पीट सकता हूं
कलेक्टर- मैं जिले का राजा हूं, जो चाहे कर सकता हूं
आखिर में मास्टर की बारी आई…
मास्टर- अपना तो जी कोई रौब नहीं है. सारे दिन स्टूडेंट्स को चांटे
मारता हूं. आगे उनकी किस्मत, फिर चाहे पगले थानेदार बनें या कलेक्टर.