मजेदार जोक्स : पप्पू – स्वामी जी, यहां पहाड़ के ऊपर बहुत ठंड है, इतनी ठंड में भी आपकी खुशी का राज क्या है…?

हंसना हम सबके सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है  और इसीलिए हमे हंसने मुस्कुराने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहिए और जब भी हम खुश रहते है तो इससे हमारे स्वास्थ और हमारी मानसिक सेहत भी एकदम दुरुस्त रहती है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज के इस पोस्ट में हम आपके  कुछ ऐसे मजेदार जोक्स लेकर आये हैं जिन्हें पढ़ने के बाद यकीनन आपकी हंसी रुक नहीं पाएगी. तो देर किस बात की है चलिए शुरू करते हैं हंसने हंसाने का ये खूबसूरत सिलसिला.

पप्पू अपने एक दोस्त से कह रहा था…..
किसी महापुरुष ने कहा था कि…..
आप जिस विषय में ज्यादा सोचते हो….
वैसे ही बन जाते हो…..!
अब मुझे ये डर है कि……
किसी दिन मैं अंबानी न बन जाऊं…..!!

पप्पू- पापा….! आप अंधेरे से डरते हैं…..?
पापा- नहीं बेटा…..!
पप्पू- बादल, बिजली और शोर से……?
पापा- बिल्कुल नहीं….!
पप्पू- इसका मतलब है पापा….
आप मम्मी को छोड़कर किसी से भी नहीं डरते हैं….!!

एक आदमी की एक टांग की हड्डी टूट गई…..
वो अस्पताल गया तो देखा कि वहां…
एक आदमी की दोनों टांगें टूटी हुई थी…..!
तो वो उसको देखकर बोला-
आपकी दो पत्नियां हैं क्या…..??

एक सज्जन आदमी ने एक सात साल की लड़की से पूछा-
तुम्हारे बाल वाकई बहुत सुन्दर हैं…..!
ये तुम्हे किससे मिले हैं, मम्मी या पापा से…..?
लड़की ने बड़े सरल लहजे में उत्तर दिया-
जहां तक मेरा खयाल है….
मुझे ये बाल मेरे पापा से मिले हैं….!
क्योंकि उनके सिर के सारे बाल गायब हैं…..!!

भक्त- भगवन मैं पापी हूँ…! मुझे दर्द दो…!
मुझे बबार्द कर दो….! परेशानी दो…!
मेरे पीछे भूत लगा दो….!
भगवान- अबे एक लाइन में बोल ना….
बीवी चाहिए….!!

असली खगोलशास्त्री तो परिवार में ही होते हैं…..!
एक मां- जो बचपन में चांद दिखाती थी….!
दूसरे पापा- जो एक ही थप्पड़ में सारा ब्रह्माण्ड दिखा देते थे….!
और…..
तीसरी पत्नी- जो दिन में तारे दिखाती है….!
ये नासा वासा तो सब भ्रम है….!!

पति- कमर में बहुत दर्द है…. जरा गुप्ता जी के घर से आयोडेक्स ले आओ….!
पत्नी- वह नहीं देंगे…. बहुत कंजूस हैं….
पति- हां….. है तो खानदानी कंजूस साले….
मर जाएंगे यूं ही…. पर देंगे नहीं…..
ऐसा करो तुम अलमारी से अपनी ही निकाल लो….
दर्द कुछ ज्यादा ही है…..!!

आज का ज्ञान…..
अगर खाना खाते समय पति आचार मांग ले तो….
पत्नी को यह समझ लेना चाहिए कि सब्जी में “दम” नहीं है…..
मगर पत्नी को बुरा नहीं मानना चाहिए बल्कि….
यह सोचकर खुश होना चाहिए कि….
सब्जी में “दम” नहीं है, यह बताने का “पति में भी दम” नहीं है…..!!

अगर किसी को भी मेरे मैसेज से शिकायत है या…..
अच्छे नहीं लगते तो….
आपको पूरा हक है कि मोबाइल को….
अपने नजदीकी दीवार पर जोर से मारकर तोड़ दें क्योंकि….
आपकी खुशी से बढ़कर और कुछ नहीं है मेरे लिए….!!

पत्नी (सहेली से)- तुम्हारी दिल्ली की यात्रा कैसी रही….?
सहेली- अरे क्या बताऊं यार….?
रास्ते में मेरे पति पानी लेने उतरे और….
गाड़ी चलने लगी और वह स्टेशन पर ही रह गए….!
पत्नी (सहेली से)- तुम्हारी पीड़ा में समझ सकती हूं…..
तुम्हें इस लंबे सफर में प्यासा ही रहना पड़ा….!