‘रत्ती भर’ मुहावरे का सभी करते हैं इस्तेमाल, जाने क्या है रत्ती के दाने और इससे जुडी कई बड़ी जानकारियाँ

हमारे घरों में ‘रत्ती भर’ शब्द को मुहावरे के रूप में काफी अधिक इस्तेमाल किया जाता है और अक्सर ही हमे लोगों द्वार यह शब्द सुनने को मिल जाता है| पर क्या आपने कभी सोचा है के आखिर यह रत्ती शब्द आया कहाँ से है और आखिर असल में अगर यह कोई वस्तु है तो आखिर यह दिखती कैसी है| चलिए कोई बात नही क्योंकि अपनी आज की इस पोस्ट में हम आपको ‘रत्ती’ से जुडी कुछ जानकारियाँ देने वाले हैं| वैसे अगर नीजी रोजमर्रा की जिंदगी से इसका मतलब निकलने की अगर हम कोशिश करें तो ‘रत्ती’ अक अर्थ थोड़ा या कम जैसे शब्द निकलकर आते हैं|

रत्ती – एक पौधा

जी हाँ रत्ती एक पौधा होता है और इसके लाल और काले रंग के दाने होते हैं| और इससे जुडी एक और अजीब बात यह है के पहले यह आपको एक किसी मोती तरह सख्त लगेगा लेकिन पक जाने के बाद इसकी स्थिति ऐसी हो जाती है के यह खुद ही पेड़ से गिर जाता है| अधिकतर इसे पहाड़ी क्षेत्रों में देखा जाता है और उसे क्षेत्रीय भाषा में ‘गूंजा ‘ नाम से जाना जाता है| और इसमें अंदर देखने पर मटर जैसे फली या दाने होते हैं|पर मटर या चने के माफे इसके दाने काफी छोटे होते हैं|

मूल्यवान वस्तुओं को मापने के लिए होता था इस्तेमाल

जब रत्ती की पूरी जांच की गयी तो इससे जुडी यह बात भी सामने आई के इसका इस्तेमाल प्राचीनकाल में सोने और चांदी जैसी मूल्यवान वस्तुओं को मापने में भी किया जाता था और यह चलन एक लम्बे वक्त तक भी चला था| और इसके पीछे का कारण इसकी एक अनोखी खासियत है| और यह खासियत यह है के इसकी आयु में कितना भी अंतर आने के बाद इसके वजन पर इसका कोई भी असर देखने को नही मिलता है| कोई भी मतलब एक मिलीग्राम का भी नही|

और यही कारण है के यह लम्बे वक्त तक कीमती वस्तुओं को मापने का एक बहुत ही अच्छा पैमाना बना रहा और आप इस बात की पुष्टि किसी सुनार या जौहरी से भी कर सकते हैं| वहीँ अगर बात करें रत्ती के दानों के एक औसत वजन की यह लगभग 0.121497 ग्राम बताया जाता है| और रत्ती के इस वजन को आज की आधुनिक मशीनों द्वारा ही मापा गया है| साथ ही बताते चले के अलग अलग आयु पर भी मापे जाने पर रत्ती के वजन में कोई अंतर देखने को नही मिला है|

मुंह के छालों के लिए है कारगर उपाय

इन खासियतों के साथ साथ रत्ती स्वास्थ्य के लिए भी काफी अच्छी होती है| जी हां आप रत्ती का इस्तेमाल मुंह का छालों से छुटकारा पाने के लिए भी कर सकते हैं अगर यह आपको कहीं पर मिले तो| ऐसा बताया जाता है के रत्ती के दानों को चबाने से मुंह का छालों सेव शीघ्र ही मुक्ति मिलती है| और ज्योतिषों द्वारा ऐसी बातें भी बताई गयी के आप रत्ती का इस्तेमाल से खुद में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी कर सकते हैं|

इसके लिए आपको बस रत्ती के दानों की एक अंगूठी को धारण करना है|