घर में मौजूद सरसों के तेल के एक नहीं बल्कि कई हैं फायदे, जानकर आप भी हो जाएंगे आश्चर्यचकित

आमतौर पर सरसों के तेल का इस्तेमाल हर घर में होता है। सरसों के तेल के अनेक स्वास्थ्य लाभ होते हैं। ज्यादातर घरों के अंदर लोग सरसों के तेल का इस्तेमाल खाना बनाने के लिए करते हैं परंतु सरसों का तेल सिर्फ भोजन बनाने तक ही सीमित नहीं है बल्कि सरसों के तेल से शरीर की कई छोटी से लेकर बड़ी समस्याओं से छुटकारा प्राप्त करने में सहायता मिलती है।

सरसों के तेल में औषधीय गुण मौजूद होते हैं। सरसों के तेल का इस्तेमाल किया जाए तो इससे स्वास्थ्य संबंधित कई फायदे मिलते हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से सरसों के तेल से आपको क्या-क्या फायदे मिलते हैं, इसके बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

अस्थमा के रोगियों के लिए है फायदेमंद

अगर कोई अस्थमा से पीड़ित है तो ऐसी स्थिति में सरसों का तेल उसके लिए बहुत ही फायदेमंद माना गया है। आपको बता दें कि सरसों के तेल में पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है जो अस्थमा से पीड़ित मरीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद बताया गया है। सर्दी हो जाने पर भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

दांतो के दर्द में है फायदेमंद

अगर किसी व्यक्ति के दांतो में दर्द की समस्या है तो ऐसी स्थिति में सरसों के तेल में नमक मिलाकर मसूड़ों पर हल्के हल्के मालिश करें। इससे दांतों के दर्द से छुटकारा मिलेगा। इतना ही नहीं बल्कि इससे दांत भी मजबूत बनते हैं।

जोड़ों का दर्द, मांसपेशियों के दर्द से दिलाए छुटकारा

अगर आप नियमित रूप से सरसों के तेल से मालिश करते हैं तो इससे शरीर के रक्त संचार में सुधार होता है। जिसकी वजह से जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द की समस्या दूर होती है। बता दें कि सरसों के तेल में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो जोड़ों के दर्द और गठिया की समस्या को दूर करने में मदद करता है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का करता है काम

अगर आप शरीर के अंदरूनी कमजोरी को दूर करना चाहते हैं तो ऐसी स्थिति में सरसों के तेल का नियमित रूप से सेवन जरूर कीजिए और सरसों के तेल से मालिश करना भी फायदेमंद माना गया है। सरसों का तेल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का कार्य करता है।

हृदय स्वस्थ बनाए रखने में सहायक

अगर आप सरसों के तेल इस्तेमाल करते हैं तो इससे हृदय स्वस्थ रहता है। आपको बता दें कि सरसों के तेल में मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड होने के साथ-साथ ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड भी मौजूद होता है। यह दोनों ही फैटी एसिड मिलकर इस्केमिक हृदय रोग यानी कि रक्त प्रवाह की कमी के कारण होने वाली बीमारियों की आशंका को 50% तक कम करने में सहायता करता है। इसके अलावा एक अध्ययन के अनुसार सरसों के तेल को हाइपोकोलेस्टेरोलेमिक और हाइपोलिपिडेमिक प्रभाव के लिए भी जाना जाता है। यह हमारे शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है और शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाता है, जिससे हृदय से संबंधित बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।

सरसों का तेल बालों के लिए है फायदेमंद

अगर आप सरसों का तेल अपने बालों में लगाते हैं तो इससे बालों और स्कैल्प के लिए बहुत ही लाभकारी माना गया है। सरसों के तेल के इस्तेमाल से बालों का विकास ठीक प्रकार से होता है। रूसी की समस्या, स्कैल्प पर खुजली जैसी समस्या से भी राहत मिलता है।

त्वचा के लिए है फायदेमंद

सरसों का तेल त्वचा के लिए भी बहुत ही फायदेमंद माना गया है। सरसों के तेल में विटामिन ई की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। अगर सरसों के तेल का सेवन किया जाए तो इससे त्वचा को अंदरूनी पोषण मिलता है। अगर आप इसको अपने चेहरे पर लगाते हैं तो त्वचा में नमी बनी रहती है। आपको बता दें कि सरसों के तेल में ओमेगा 3, ओमेगा 6 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ई की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो शरीर में इन तत्वों की कमी से उम्र बढ़ने की समस्या तेज हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि बढ़ती उम्र के प्रभाव को धीमा करने के लिए भी सरसों का तेल बहुत ही फायदेमंद होता है।