महज 15 हजार में तय की गई थी सिद्धू मूसेवाला की रेकी की डील, गिरफ्तारी के बाद इस शख्स ने खोले गोलीबारी से जुड़े ये बड़े राज

सिद्धू मूसेवाला पंजाब के एक जाने-माने सिंगर होने के साथ-साथ कांग्रेस के नेता भी थे. जैसा कि आप सब लोग जानते ही हैं कि बीते कुछ समय पहले ही इस दमदार गायक की गोलीबारी के चलते हत्या कर दी गई थी. उनके निधन की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है और अब इसी के चलते पुलिस ने केकड़ा को हिरासत में लेकर पूछताछ की है. कल मानसा कोर्ट में केकड़ा को पेश किया गया था और उनको 11 जून तक रिमांड पर भी रखा गया था. पूछताछ के दौरान केकड़ा ने यह बात कबूल की है कि उसने सिंगर की रेकी रखने की डील ₹15000 में की थी और वह कई बार सिद्धू की रेकी करने के लिए गया था. इतना ही नहीं इसी दौरान केकड़ा की कुल 13 बार गोल्डी बरार के साथ बात हुई थी.

गौरतलब है कि पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में इस बात की भी जानकारी मिली है कि 29 जून को केकड़ा ही वह व्यक्ति था जिसने सुभदीप सिंह सिद्धू की घर से निकलने की खबर गोल्डी बरार तक पहुंचाई थी. उसने ही बताया था की सिद्धू घर से निकल गया है उसके पास बॉडीगार्ड भी नहीं है और ना ही वह अपनी बुलेट प्रूफ कार साथ लेकर गया है. पुलिस की मानें तो केकड़ा का यह भी कहना है कि उस को इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि आखिरकार सिद्धू के साथ क्या होने वाला है. उसको तो बस गायक की रेकी करने के लिए ₹15000 दिए गए थे.

गैंगस्टर ऐसे जुड़े थे शूटर्स से

जैसा कि आप सब लोग जानते ही हैं कि लॉरेंस बिश्नोई इंडिया का एक बड़ा गैंगस्टर है और इस गैंगस्टर का नाम भी सिद्धू मूसेवाला के निधन के साथ जोड़ा जा रहा है. इसी के चलते दिल्ली पुलिस ने लॉरेंस को स्पेशल सेल की सदर्न रेंज में 4 दिन के रिमांड पर लिया. इससे पहले भी लोरेंस को एक मामले में इस तरह के एक मामले में रिमांड पर लिया गया था. तब भी उसके ऊपर हथियार सप्लाई करने के आरोप लगे थे. पुलिस के सूत्रों की माने तो लॉरेंस बिश्नोई गोल्डी बरार, विक्रम बरार गैंग के लोगो और शूटर्स एक सिग्नल नाम की ऐप के जरिए जुड़े हुए थे.

इंस्टाग्राम पर है दर्जनों से फेक प्रोफाइल्स

बताते चलें कि गोल्डी बरार इस समय कनेडा में है तो वही विक्रम बराड़ इस समय ऑस्ट्रेलिया में अपनी जिंदगी व्यतीत कर रहा है.इतना ही नहीं इन दोनों गैंगस्टर ने इंस्टाग्राम पर अपने दर्जनों से प्रोफाइल्स भी बना रखी है. जिस भी शूटर से इन दोनों को बात करनी होती है उसे पहले ही सिग्नल ऐप के जरिए बता दिया जाता है कि उसे कौन सी फेक प्रोफाइल पर कांटेक्ट करना है. यह बातचीत करने के लिए ग्रुप मेंबर शूटर्स और गोल्डी बरार के पास एक खास तरह का कोड वर्ड होता है. जब दोनों की बातचीत के दौरान वह कोड वर्ड मैच हो जाता है तो यह बात पुख्ता हो जाती है कि बातचीत गोल्डी बरार और ग्रुप मेंबर्स के बीच ही हो रही है. कोई इमरजेंसी होती है तो उसके लिए एक खास तरह का इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया गया है. सिगनल ऐप के जरिए ही गोल्डी बरार के ग्रुप मेंबर्स लॉरेंस बिश्नोई के साथ संपर्क साधते है इस ऐप को ट्रैक करना काफी ज्यादा मुश्किल है. लेकिन पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.