कभी विनोद खन्ना के पास थी मर्सिडीज़ गाडियां, लेकिन इस एक गलती ने छीना रहने का घर और जेब से पैसे

बॉलीवुड एक्टर्स का लग्जरी लाइफस्टाइल किसी से छिपा नहीं है. यहां जितने भी बड़े सितारे हैं, उनके पास बड़े से बड़े बंगले और गाडियां जरूर ही होती हैं. हालाँकि इस लाइफस्टाइल को तमाम उम्र तक बचा कर रखना हर एक्टर के बस की बात नहीं होती. आज हम आपको एक ऐसे ही फिलोमी सितारे की लाइफ स्टोरी बता रहे हैं, जिसके पास एक वक़्त में मर्सिडीज़ जैसी गाड़ियां मौजूद होती थी. यह गाडी उनके स्टेट्स का सिंबल मानी जाती थी. लेकिन हालात ऐसे बदले कि ज़मीन से नीचे कदम ना रखने वाले इस अभिनेता को टैक्सी का सफ़र करके किराए के घरों में रहना पड़ा. इतना ही नहीं जो लोग उन्हें फिल्म में कास्ट करने के लिए तैयार रहते थे, वह सब अभिनेता को उनके हाल पर छोड़ दिए. यह अभिनेता कोई और नहीं बल्कि विनोद खन्ना हैं.

कम समय में छू ली थी आसमान की ऊँचाईयां 

वह दौर ऐसा था जब विनोडी खन्ना की मर्सिडीज़ उन्हें अमीरों की लिस्ट में शामिल करती थी. क्यूंकि उस समय में गाडी होना ही बेहद बड़ी बात थी ऐसे में जिस शख्स के बाद लग्जरी कार होती, वह सबके लिए मिसाल बन जाता था. विनोद खन्ना का फ़िल्मी सफ़र देखा जाए तो उन्होंने स्टार्ट में ही कामयाबी की ऊँचाईयों को हासिल कर लिया था. उस समय में उन्होंने ‘कुर्बानी’ जैसी बड़ी हिट फिल्म देख कर सदी के महानायक यानि अमिताभ बच्चन को भी पीछे छोड़ दिया था. परन्तु तभी उन्होंने एक ऐसा गलत फैसला ले लिया, जिसने उनकी साड़ी खुशियां, बेहतरीन लाइफस्टाइल और पैसा छीन लिया. इकसे बाद दोबारा वह करियर में कभी नही उठ पाए.

ये थी विनोद खन्ना की गलती

दरअसल साल 1982 में विनोद खन्ना ने एक प्रेस कांफ्रेस रखी थी. इस कांफ्रेस पर बड़े बड़े रिपोर्टर्स शामिल हुए थे. लेकिन तभी अचानक से उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया, जिससे हर कोई हक्का-बक्का रह गया. विनोद खन्ना ने अचानक से कह दिया कि अब वह सन्यास लेने जा रहे हैं और आगे का जीवन हर तरह की दौलत-शौहरत छोड़ कर अध्यात्मिक गुरु आचार्य रजनीश के पास रहेंगे. इसके बाद वह अमेरिका रवाना हो गए. यहाँ पर वह साधारण जिंदगी व्यतीत करने लगे. जब 5 साल तक वहां रह कर उनका मन भर गया तो उन्होंने वापिस बॉलीवुड में कदम रख लिया.

वापसी पर नहीं था घर

बता दें कि सन्यासी बनने से पहले साल 1971 में उन्होंने अपनी कॉलेज की एक दोस्त गीतांजलि से शादी रचा ली थी जिसके बाद उनके घर पर 1975 में दो बेटों राहुल खन्ना और अक्षय खन्ना ने जन्म लिया था. जब सन्यास लेने की ठानी तो विनोद खन्ना ने ना तो पत्नी की फ़िक्र की और ना ही अपने बचों की, वह सब छोड़-छाड़ का अमेरिका निकल गए थे. परंतु पांच साल बाद जब वह 1987 में वापिस भारत लौटे तो उनके पास ना तो वह रुतबा बचा था और ना ही वह दौलत. इसके इलावा उनके पास रहने तक का घर नहीं बचा था. वह कईं बार टैक्सी के ज़रिए फिल्म निर्देशकों के ऑफिस के चक्कर काटते नज़र आया करते थे. तभी महेश भट्ट और मुकेश भट्ट ने उनका हाथ थामा और उन्हें कुछ फिल्में मिलनी शुरू हो गई.

दूसरी शादी ने इंडस्ट्री में मचाया हडकंप

फिल्मों में वापसी के बाद उनकी मुलाकात मशहूर बिजनेसमैन सरयू की बेटी कविता दफ्तरी से हुई. दोनों की दोस्ती हुई और फिर मुलाकातें प्यार में बदल गई. लंबे समय तक डेट करने के बाद 1990 में विनोद खन्ना ने खुद से 16 साल छोटी कविता से शादी रचा ली. लेकिन इसके बावजूद भी बॉलीवुड में उन्हें वह स्थान नहीं मिला जिसके वह हकदार थे.