हनुमानजी की पूजा से जीवन के कष्ट हो जाते हैं दूर, लेकिन घर में चित्र लगाने से पहले जान लें नियम

महाबली हनुमान जी श्री राम जी के परम भक्त हैं। ऐसा बताया जाता है कि पवन पुत्र और श्री राम भक्त हनुमान कलयुग के देवता हैं। अगर कोई व्यक्ति सच्चे मन से बजरंगबली का स्मरण करता है तो यह उसकी पुकार जरूर सुनते हैं। कलयुग में भी भगवान हनुमान साक्षात और जाग्रत देवता हैं। यह एक ऐसे देवता हैं जो अपने भक्तों से बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। अगर कोई भक्त सच्चे मन से इनकी पूजा आराधना करता है तो उनके ऊपर हनुमान जी की कृपा दृष्टि बनी रहती है। हालांकि भगवान हनुमान जी की भक्ति करने के कुछ खास तरह के नियम ही होते हैं, जिनको बहुत ही कठिन माना जाता है।

ऐसा बताया जाता है कि महाबली हनुमान जी की उपासना जितनी सरल है, उतनी ही कठिन है। हनुमान जी की साधना में भक्तों को ब्रह्मचर्य का पालन करना बहुत ही जरूरी है। इसके साथ ही उत्तम चरित्र का भी ध्यान रखना आवश्यक है। जो व्यक्ति हनुमान जी की साधना करता है उसको अपने जीवन के सभी संकटों से छुटकारा मिल जाता है और मन को सुख-शांति की प्राप्ति होती है। हनुमान जी की पूजा-साधना से बल, बुद्धि और विद्या की प्राप्ति होती है।

ऐसा माना जाता है कि जिन घरों में महाबली हनुमान जी की प्रतिमा होती है और नियमित रूप से उनकी पूजा की जाती है वहां शनि दोष, पितृ दोष और भूत-पिशाच का डर और दोष नहीं होता है परंतु घर में हनुमान जी की प्रतिमा कहां पर और कैसे लगाएं, इसके लिए कुछ नियम भी बताए गए हैं। तो चलिए जानते हैं इन नियमों के बारे में।

पंचमुखी हनुमान जी

वास्तु शास्त्र के अनुसार, जिस घर के अंदर पंचमुखी हनुमान जी की प्रतिमा होती है वहां उन्नति के मार्ग में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती हैं। इतना ही नहीं बल्कि धन-संपत्ति में भी बढ़ोतरी होती है। यदि भवन में गलत दिशा में कोई भी जल स्त्रोत है तो इस वास्तु दोष के कारण परिवार में शत्रु बाधा, बीमारी और मनमुटाव उत्पन्न होने की संभावना रहती है। ऐसे में आप अपने घर में पंचमुखी हनुमान जी का चित्र लगाएं, जिनका मुख उस जल स्त्रोत की तरफ देखते हुए दक्षिण दिशा की तरफ होना चाहिए।

भूत-प्रेत आदि से बचने के लिए यहां लगाएं हनुमान जी की प्रतिमा

कई बार ऐसा होता है कि लोगों को अपने घर में नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव का असर देखने को मिलता है। ऐसी स्थिति में अगर आप हनुमान जी की शक्ति प्रदर्शन की मुद्रा में प्रतिमा लगाते हैं तो इससे घर की नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं। आप चाहे तो पंचमुखी हनुमान जी का चित्र मुख्य द्वार के ऊपर लगा सकते हैं या फिर आप ऐसी जगह पर हनुमान जी का चित्र लगाएं, जहां से यह सभी को नजर आएं। अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे घर में किसी भी तरह की बुरी शक्ति प्रवेश नहीं करेगी और घर में सुख-शांति बनी रहेगी।

शयनकक्ष में हनुमान जी का चित्र न लगाएं

शास्त्रों में इस बात की जानकारी बताई गई है कि महाबली हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी हैं और इसी कारण से उनका चित्र शयनकक्ष में नहीं रखना चाहिए। आप हनुमान जी का चित्र घर के मंदिर में या फिर किसी अन्य पवित्र स्थान पर रखें। यह बहुत ही शुभ माना जाता है परंतु भूलकर भी शयन कक्ष में नहीं रखना चाहिए, यह अशुभ होता है।

बैठे हुए हनुमान जी

आप अपने घर के अंदर श्री राम दरबार की तस्वीर लगा सकते हैं, जहां हनुमान जी प्रभु श्री राम जी के चरणों में बैठे हुए नजर आ रहे हों, इसके अलावा आप बैठक में पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर पर्वत उठाते हुए हनुमान जी का चित्र या श्री राम भजन करते हुए हनुमान जी का चित्र लगा सकते हैं परंतु आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि उपरोक्त में से कोई एक चित्र ही लगाएं।

उड़ते हुए हनुमान जी

अगर आप अपने घर में उड़ते हुए हनुमान जी का चित्र लगाते हैं तो इससे आपकी उन्नति, तरक्की और सफलता में कोई भी बाधा उत्पन्न नहीं होती है। आप लगातार अपने जीवन में आगे बढ़ते हैं। इससे उत्साह और साहस का संचार भी बना रहता है।