अपने पैर में इस जगह को सिर्फ पांच मिनट तक दबाएं, शरीर का हर दर्द हो जाएगा छूमंतर

एक्यूप्रेशर शरीर के विभिन्न हिस्सों के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर दबाव डालकर रोग के निदान करने की विधि है। चिकित्सा की अन्य पद्धतियों की तरह एक्युप्रेशर भी इलाज का एक बेहतरीन तरीका होता हैं। अब ये तरीके अपने यहां भी इस्तेमाल में लाए जा रहे हैं। आपको बता दे की एक्युप्रेशर में एक्यु चीनी भाषा का शब्द है, जिसका मतलब है पॉइंट, यानी अगर शरीर के कुछ खास पॉइंट्स पर सूई से पंक्चर कर बीमारियों का इलाज किया जाए तो एक्युपंचर कहलाता है और अगर उन्हीं पॉइंट्स पर हाथ से या किसी इक्युपमेंट से दबाव डाला जाए तो एक्युप्रेशर कहलाता है।

चिकित्सा शास्त्र की इस शाखा का मानना है कि मानव शरीर पैर से लेकर सिर तक आपस में जुड़ा है। हजारों नसें, रक्त धमनियां, मांसपेशियां, स्नायु और हड्डियों के साथ अन्य कई चीजें आपस में मिलकर इस मशीन को बखूबी चलाती हैं। अत: किसी एक बिंदु पर दबाव डालने से उससे जुड़ा पूरा भाग प्रभावित होता है।

मनुष्य का शरीर एक मशीन की तरह है तथा इसमें शक्तियों का भंडार है। इन शक्तियों को मनुष्य अपने कार्य करने में प्रतिदिन उपयोग करता है। लगातार उपयोग के अनुसार शरीर की शक्तियां नष्ट होती है और शरीर के बाहर भी निकलती रहती है शरीर की जो शक्तियां बाहर निकलती हैं उसे लीक्ज कहते हैं। इस लीक्ज के कारण ही मनुष्य कभी-कभी बीमार पड़ जाता है तथा धीरे-धीरे बुढ़ापे की ओर बढ़ने लगता है। यह चीन की चिकित्सा पद्यति है।

इसके अंतर्गत लगातार अध्ययनों के बाद मानव शरीर में एक से दो हजार ऐसे बिंदु चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें एक्यूप्वाइंट कहा जाता है। जिस जगह दबाव डालने से दर्द हो उस जगह दबने से सम्बन्धित बिनदु कि बीमारी दुर होती है यह बात कम ही लोग जानते हैं कि हमारे पैर हमारे शरीर का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। चलने-फिरने के लिए ही नहीं, यह शरीर के कई दर्द में भी राहत दे सकते हैं। यानी आप अपने पैरों की अच्छी तरह से देखभाल करके पीठ, कूल्हे और घुटने के दर्द से बचा जा सकता हैं।

इसमें शरीर पर कुछ बिंदुओं पर दबाव डालकर आप तनाव को दूर कर सकते हैं। मगर, इसके लिए किसी विशेषज्ञ की जरूरत होती है। हम आपको आज ऐसा आसान उपाय बताने जा रहे हैं, जिससे आप आसानी से पैरों की एक्सरसाइज करके कई तरह के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं। कुछ लोग इस बात पर विश्वास नहीं करते कि कैसे बस एक पॉइन्ट दबाकर बॉडी में से सभी दर्द को कम किया जा सकता है।

लेकिन इस थैरेपी के पीछे साइन्स है। बॉडी में नसें एक पार्ट से दूसरे पार्ट तक जुड़ी होती हैं। इससे अलग-अलग पार्ट्स का कनेक्शन हो सकता है। एक्यूप्रेशर में इसी का यूज करते जगह-जगह पर होने वाले पेन को कम किया जा सकता है। डॉक्टर टकाको मत्सूबारा, जापानने हर तरह की थैरेपी को अच्छे से स्टडी किया है। खासकर के उन्होंने एक्यूप्रेशर से नेक पेन पर पड़ने वाले असर पर काम किया है।

आपकी जानकारी के लिए बता दे की मसाज थैरेपी फाउन्डेशन सेंटर की रिसर्च के अनुसार बॉडी के कुछ खास पॉइन्ट्स को उंगली से या नीडल से दबाने पर बॉडी में एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है। ये सभी तरह के पेन में रिलीफ देते हैं। साथ ही ब्लड का फ्लो भी बढ़ा देता है जिससे एक जगह इकठ्ठा होने से होने वाले पेन में भी रिलीफ मिलता है। इससे मसल्स भी रिलेक्स हो जाती हैं। और हमारा दर्द भी ठीक हो जाता है|