अत्यधिक भाग्यशाली लोगो के हाथों में होती है यह रेखा ,यदि आपके हाथों में भी है तो जानिए क्या है इस विष्णु रेखा का अर्थ…
दोस्तों ये तो अआप जानते ही होंगे की प्रत्येक व्यक्ति की हथेली में बहुत सारी लकीरें होती हैं और ‘समुद्र शास्त्र’ के अनुसार लकीरों से बनने वाले हर चिन्हों का कुछ ख़ास महत्त्व होता है। कोई चिन्ह आपको बहुत भाग्यशाली बना सकता है तो कोई दुर्भाग्य का प्रतीक होता है। हमारे हाथों में ऐसी कई रेखाएं होती हैं जो हमारे भाग्य को बनाने में एक अहम योगदान रखती हैं। हाथ के अलावा आपकी अंगुलियों में भी कुछ ऐसा रेखाएं होती हैं जो आपकी उंगलियों की बनावट पर निर्भर करती है। हस्तरेखा विशेषज्ञों की मानें तो व्यक्ति का भविष्य उसके हाथ की हथेलियों व हाथों की उंगलियों पर निर्भर करता है। हर व्यक्ति के हाथ में ये अलग अलग प्रकार की पाई जाती है|
आपकी जानकारी के लिए बता दे की यदि आपके हाथ की उंगलियों पर शंख, चक्र, त्रिशूल और कमल आदि के चिह्नों बने हैं तो आपसे ज्यादा भाग्यशाली और कोई न होगा। माना जाता है कि जिन लोगों के हाथ पर शंख, चक्र, त्रिशूल और कमल आदि के चिह्न होते हैं वह अपने हर कार्य में सफलता प्राप्त करते हैं। और ऐसे लोगों को अपने जीवन में ज्यादा मेहनत की जरुरत नहीं पड़ती।
उनके सारे काम बुहत ही आसानी के साथ पूरे हो जाते हैं। ऐसे लोग दूसरों से बिल्कुल अलग होते हैं। लेकिन इनके जीवन में संघर्ष भी बहुत होता है।हस्तरेखाशास्त्र द्वारा भविष्य जानने में हथेली पर मौजूद रेखाओं के अलावा हाथों-अंगुलियों की बनावट का विशेष महत्व होता है। इसके अतिरिक्त हथेली पर मौजूद कुछ विशेष चिह्न भी आपके जीवन के बारे में बहुत कुछ कहते हैं।
बहुत से लोगो के हथेली विशेष चिन्ह बने होते है पर शंख, चक्र, त्रिशूल, कमल आदि ऐसे चिह्नों को बेहद शुभ माना जाता है। ऐसी लोग भगवान के कृपा पात्र मोने जाते हैं और जीवन में दूसरों से बहुत अलग होते हैं। इन्हें सफलता भी दूसरों से अधिक और कम मेहनत में मिलती है। हालांकि ऐसे लोगों के जीवन में संघर्ष भी बहुत होता है। और आज हम यहां जिस चिह्न की चर्चा कर रहे हैं वह बहुत कम हाथों में होता है और बहुत कम लोग इसके बारे में जानते हैं। यह है विष्णु-चिह्न जो की बहुत ही काम लोगो के हाथो में पाया जाता है|आइये जांए है इस चिन्ह के बारे में थोड़ा विस्तार से|
हमारे हथेली पर हृदय रेखा जब गुरु पर्वत पर जाकर दो भागों में बंट जाती है, जिसका एक सिरा ऊपर की तरफ तर्जनी और मध्यमा अंगुली के बीच की ओर और दूसरा सिरा हथेली पर तर्जनी अंगुली के नीचे गुरु पर्वत की ओर जा रहा होता है इससे ड्रॉ किया जाए, तो वहां अंग्रेजी के ‘वी’ अक्षर की तरह दीखता है, यह भगवान विष्णु का चिह्न माना जाता है। इसे ही विष्णु रेखा भी कहते हैं।और ये रेखा बहुत ही कम लोगो के हाथो में पाई जाती है और जिनके हाथो में पाई जाती है वो लोग बहुत ही भाग्यशाली मने जाते है|