अयोध्या की गायों को ये क्या पहनाने की तैयारी कर रही है योगी सरकार
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि ठंड के मौसम की शुरूआत हो चुकी है ऐसे में हर कोई ठंड से बचने के लिए प्रयास कर रहा है। वहीं इन सबके बीच अयोध्या में एक ऐसा नजारा देखने को मिला जिसकी चर्चा हर जगह होने लगी है। दरअसल अगर आप इस दौरान अयोध्या जाते हैं तो वहां देखने को मिलेगा कि नगर निगम गायों को ठंड से बचाने का इंतज़ाम करने जा रहा है। आपको शायद सुनकर यकीन नहीं होगा लेकिन ये सच है कि नगर निगम गायों को ठंड से बचाने के लिए कोट पहनाने की तैयारी कर रहा है। बताया जा रहा है कि निगम ने साधु-संतों और अन्य लोगों से विचार-विमर्श बाद गायों को ठंड से बचाने की दिशा में ये फ़ैसला लिया है।
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला ?
इतना ही बता दें कि अयोध्या नगर आयुक्त ने मीडिया से बातचीत में निगम की योजनाओं के बारे में बताया बैसिंह स्थित गौशाला में गाय को ठंड से बचाने के लिए काऊ कोट के इंतजाम किए जा रहे हैं। हालांकि ये भी व्यवस्था दो-तीन चरणों में लागू होगी। यहां पर गायों की संख्या 1,200 है इसलिए पहले यहां पर उनके 100 बच्चों के लिए कोट तैयार कराए जा रहे हैं। इतना ही नहीं गायों के बच्चों के लिए खास व्यवस्था है, जी हां आपको बता दें कि सरकार गायों के बच्चों के लिए तीन लेयर वाला कोट बनाया जा रहा है।
पहले मुलायम कपड़ा उसके बाद फोम फिर जूट लगाकर इसे बनाया जाएगा। पहले कपड़ा इसलिए कि यह बच्चों को गड़े नहीं। फिर फोम इस वजह से कि गीली जगह बैठने पर वह आसानी से सोख ले और जूट गर्माहट प्रदान करने के काम आएगा। बताया जा रहा है कि इसका सैम्पल तैयार किया जा रहा है, जिसकी कीमत 250 रूपए से 300 रुपये के बीच में आएगी। नर और मादा पशुओं के लिए अलग-अलग डिजाइन होगी। इसे डॉगी स्टाइल से बांधने की व्यवस्था होगी, ताकि सभी गायें और उनके बच्चे कोट पहनकर शीतलहरी से बच सकें।
अलाव की भी व्यवस्था होगी
बात करें अगर नगर निगम की तो यह भी कहा जा रहा है कि गौशाला में सभी जगह गायों को ठंड से बचाने के लिए अलाव जलाया जाएगा। इसके अलावा सभी कमरों में जूट के पर्दे की भी व्यवस्था की जाएगी। इतना ही नहीं जानवरों के जमीन पर नीचे बैठने के लिए पुआल डाली जा रही है। इसको एक-दो दिन में बदला भी जा रहा है। इसे मॉडल गौशाला के रूप में विकसित करने की योजना है। आप सोच सकते हैं कि यूपी सरकार गायों पर कितना ध्यान दे रही है, गौशाला हो या गाय योगी सरकार शुरूआत से ही ध्यान दे रही है।
इसके अलावा गौशाला में सभी जगह गायों को ठंड से बचाने के लिए अलाव जलाया जाएगा। इसके अलावा सभी कमरों में जूट के पर्दे की भी व्यवस्था की जाएगी। जानवरों के जमीन पर नीचे बैठने के लिए पुआल डाली जा रही है। इसको एक-दो दिन में बदला भी जा रहा है। इसे मॉडल गौशाला के रूप में विकसित करने की योजना है। इसको एक-दो दिन में बदला भी जा रहा है। इसे मॉडल गौशाला के रूप में विकसित करने की योजना है।