UPSC में पूछा गया ‘दिल्ली में फ्री बिजली देनी चाहिए या नहीं?’ व्यक्ति ने दिया ऐसा जवाब कि अब मिला 26वां रैंक

जैसा कि आप सब लोग जानते ही हैं कि आईएएस की परीक्षा काफी ज्यादा कठिन होती है इस परीक्षा को 100 में से कोई एक विद्यार्थी क्रैक कर पाता है और इस बार की परीक्षा में तो कंटेस्टेंट से और भी उलझाने वाले सवाल पूछे गए. सवाल कुछ ऐसे थे कि जिनका जवाब हां और ना दोनों तरीकों से दिया जा सकता था.ऐसे में इस परीक्षा को वही पास कर सकता था जो सूझबूझ और दिमाग के साथ इन उलझे सवालों का जवाब दे. गौरतलब है कि बिहार में आईएएस की परीक्षा में 26वी अंक प्राप्त करने वाले. आनंद से जब उलझे हुए सवाल पूछे गए कि सरकार को बिजली फ्री कर देनी चाहिए या नहीं और वर्क फ्रॉम होम कल्चर तो चलिए जानते हैं कि आनंद ने इन सवालों का क्या जवाब दिया जिससे कि वह आईएएस की परीक्षा को क्रैक कर गए.

यूपीएससी की परीक्षा में 26 अंक प्राप्त करने वाले आनंद को जब वर्क फ्रॉम होम के बारे में सवाल पूछे गए थे कि वर्क फ्रॉम होम सही है या नहीं सरकार को इसके क्या फायदे हैं. तो इस सवाल का जवाब देते हुए विद्यार्थी ने कहा था कि यह संकर संस्कृति की तरह होना चाहिए. स्वतंत्रता अधिक होनी चाहिए लेकिन दफ्तर बंद नहीं होने चाहिए. इस पूरे मामले में कर्मचारियों को यह आजादी होनी चाहिए कि वह घर से काम कर सके . और साथ ही उनसे यह भी पूछा जान कि कोरोना काल के दौरान नौकरी सेक्टर में क्या नए बदलाव हुए हैं.

बिहार की समस्या पर पूछा गया सवाल

जानकारी के लिए आप सभी लोगों को बता दें कि इस दौरान उत्सव से बिहार की समस्याओं को लेकर भी कई सवाल जवाब किए गए. इस सवाल का जवाब देने के लिए इस कंटेस्टेंट ने भारत और चाइना के संबंधों का उदाहरण दिया. बिहार की समस्या को लेकर उत्सव ने कहा कि बिहार में केवल बाढ़ के निदान और इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि इसके अलावा भी कई बड़ी समस्याएं मौजूद है. जिनका समाधान होना जरूरी है.

अफसर सोशल मीडिया चलाएं या नहीं?

जब बिहार से ही 179 रैंक लेने वाले शुभ्रा से यह सवाल किया गया कि अफसरों को सोशल मीडिया यूज करना ही चाहिए या नहीं इस बात का जवाब भी उन्होंने बड़ी ही सरलता से दे दिया. उन्होंने कहा कि हां, अफसरों को सोशल मीडिया यूज करना चाहिए लेकिन उनको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए किस के दो पहलू हैं एक पॉजिटिव और एक नेगेटिव.

कोरोना काल के दौरान और क्या अच्छा कर सकते थे?

यूपीएससी की परीक्षा क्रैक करने वाले अंकित से जब पूछा गया कि कि कॉविड महामारी के दौरान आरबीआई और क्या कर सकता था. कोरोना काल के दौरान सरकार द्वारा जो कदम उठाए गए वह सही थे. क्या दिल्ली में सरकार को बिजली फ्री कर देनी चाहिए? इनका जवाब अंकित ने बड़ी ही सूझबूझ से दिया. अंकित ने कहा कि आरबीआई की मार्केट में डिमांड बनी रहे और कोविड-19 के दौरान सरकार को घर-घर में कल्याण योजना के तहत फ्री राशन बांटना चाहिए था और लोन पर भी छूट कर देनी चाहिए थी. अंकित ने और भी कई सवालों का ऐसे ही बखूबी से जवाब दिया जिसके बाद उनकी सरकारी जॉब लग गई.