बेटी के लिए मां ने छोड़ी नौकरी, IAS बनकर बेटी ने उन्हें अपनी कुर्सी पर बैठाकर दिया सम्मान, वायरल हुई तस्वीर

मां-बेटी का रिश्ता बहुत अनमोल होता है। हर लड़की के लिए उसकी पहली रोल मॉडल और सब कुछ उसकी मां ही होती है। समय के साथ-साथ मां और बेटी का रिश्ता भी बदलता रहता है। लेकिन उन दोनों के बीच प्यार हमेशा एक जैसा ही रहता है। एक बेटी के लिए उसकी मां कई तरह के किरदार निभाती है। बेटी की सफलता में पिता के साथ ही मां का भी बड़ा हाथ होता है। जब बेटी अपने जीवन में कामयाब हो जाती है तो वह अपने माता-पिता को हर खुशी देती है।

इसी बीच आज हम आपको उत्तर प्रदेश कैडर की आईएएस जागृति अवस्थी के बारे में बताने जा रहे हैं। आईएएस जागृति का रिश्ता अपनी शिक्षिका मां मधुलता अवस्थी के साथ बहुत गहरा है। मधुलता ने बेटी के करियर के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी थी। मध्य प्रदेश की रहने वाली आईएएस जागृति अवस्थी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं।

IAS ने मां को अपनी कुर्सी पर बिठा पूरा किया सपना

आईएएस बनने के बाद जागृति को जब मौका मिला तो उन्होंने अपनी मां को अपनी कर्मभूमि के दर्शन करवाने की इच्छा को पूरा कर लिया। आईएएस जागृति अवस्थी को यह मौका मिला और वह अपनी मां को मेरठ स्थित अपने ऑफिस ले गईं। उन्होंने अपनी यह खुशी सोशल मीडिया पर अपने फॉलोअर्स के साथ साझा की। जब आईएएस जागृति अवस्थी अपनी मां को अपने ऑफिस ले गईं, तब उन्होंने उन्हें अपनी कुर्सी पर बैठाया। इसके बाद उन्होंने इस फोटो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया।

सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर जागृति के 1 लाख 36 हजार फॉलोअर्स हैं। जागृति अवस्थी के द्वारा शेयर की गई फोटो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है। मां-बेटी की इस वायरल फोटो को अब तक 68 हजार से ज्यादा यूजर्स लाइक कर चुके हैं। वहीं, 600 से ज्यादा ने इस पर कमेंट्स भी किए हैं। कमेंट्स में सभी इसे किसी खास सपने का साकार होना बता रहे हैं।

टॉपर्स में शामिल था नाम

आपको बता दें कि जागृति अवस्थी पेशे से इंजीनियर रही हैं। जागृति अवस्थी ने अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की थी। जागृति अवस्थी ने भोपाल के मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। इसके बाद कुछ समय तक भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) में नौकरी की। हालाँकि जागृति अवस्थी का सपना तो सिविल सर्विसेज में आने का था, जिसके लिए जागृति ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। जागृति अवस्थी को अपने पहले प्रयास में असफलता का सामना करना पड़ा था। इससे वह निराश हुईं परंतु उन्होंने हार नहीं मानी थी।

जागृति अवस्थी असफल होने के बावजूद भी निरंतर प्रयास करती रहीं और कड़ी मेहनत की। आखिरकार उनको अपनी मेहनत का फल मिल गया। जागृति अवस्थी साल 2020 की परीक्षा में सेकंड रैंक के साथ टॉपर बन गईं। उनकी सफलता में उनके माता-पिता का काफी योगदान रहा है। जागृति की मां एक स्कूल टीचर थीं, हालंकि जागृति की पढ़ाई में मदद करने के लिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी थी। उनकी तैयारी के दौरान उनके घर पर टीवी तक नहीं चलाई जाती थी।