क्या बेटी के जन्म के बाद जय भानुशाली-माही विज ने छोड़ दिया है अडॉप्टेड बच्चों का साथ? अभिनेत्री ने बताया ये सच

टीवी जगत के मशहूर कपल माही विज और जय भानुशाली अपने काम के लिए जाने जाते है. बता दे की शादी के बाद दोनो एक्टर्स ने अपने करीबी स्टाफ के दो बच्चो को गोद लिया था और खुद ही उनका पालन पोषण करते है. उन दो बच्चो का नाम खुशी और राजवीर है. वहीं 2019 में जय और माही ने अपनी बेटी को भी जन्म दिया जिसके बाद वो खुद को तीन बच्चो के माता पिता कहते है. मगर अब इसी वजह से उनपर तरह तरह के सफल खड़े किए जा रहे है.

दरसअल हुआ यूं कि हाल ही में माही और बेटी तारा को साथ में एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया था और इसी बीच उनके गॉड लिए हुए बच्चे यानी खुशी और राजवीर दिखाई नहीं पड़े. और इसी दौरान सोशल मीडिया यूजर्स ने माही और जय पर आरोप लगाए कि उन्होंने बेटी के जन्म के बाद खुशी और राजवीर को छोड़ दिया है और वह अब बच्चों का ध्यान नहीं रखते. इन आरोपों के बीच माही और जय ने सोशल मीडिया पर एक ओपन लेटर के जरिए सभी को मुंह तोड जवाब दिया है जों उनका मज़ाक बना रहे है.

बता दे कि माही और जय ने अपने लेटर में लिखा, ”आप में से बहुत से लोग पूछताछ कर रहे हैं, आप में से बहुत लोग बहुत कुछ लिख रहे हैं और ये सरासर गलत है. हां हम माता-पिता हैं, फॉस्टर माता-पिता भी हैं. तारा ने एक सुंदर आशीर्वाद के रूप में हमारे जीवन में प्रवेश किया लेकिन यह खुशी और राजवीर के लिए हमारी भावनाओं को नहीं बदलता है. जब खुशी हमारे जीवन में आई, हम माता-पिता बन गए लेकिन हम ये भी समझते हैं खुशी के लिए सभी निर्णय और पहला अधिकार उसके पिता और माता का है. वे आगे कहते है कि, ”वे हमेशा से चाहते थे कि बच्चे मुंबई में कुछ समय बिताएं लेकिन अंत में अपने होमटाउन लौट आएं. तो आज जो लोग सवाल कर रहे हैं कि उन्हें हमारे साथ हमारे बच्चे क्यों नहीं दिख रहे या सोच रहे हैं कि हमने उन्हें छोड़ दिया है, हम कहना चाहते हैं कि कृपया ऐसा न करें. इससे हमें दुख होता है और बड़े होने पर यह हमारे बच्चों को भी यह नुकसान पहुंचाएगा.”

वहीं ट्रोलर्स को करारा जवाब देते हुए कहा ”प्यार नहीं बदलता है और हमेशा बढ़ता रहेगा. हम आशा करते हैं कि आपके सभी प्रश्न और धारणाओं को जवाब मिल गया होगा और अब ऐसा दोबारा नहीं होगा. कृपया हमारे बच्चों को आशीर्वाद दें, उनके साथ अच्छा होने की कामना करें क्योंकि यही हम यही चाहते हैं, सकारात्मकता और अच्छे कर्म.”