मां को जहरीले सांप ने काटा तो बेटी ने अपने मुंह से जहर खींच कर बचा ली जान, साहस को लोग कर रहे सलाम

हमारे जीवन के शुरुआती समय में कोई हमारे सुख दुख में हमारा साथी होता है, तो वह हमारी मां होती है। मां हमें कभी इस बात का एहसास नहीं होने देती है कि संकट की घड़ी में हम अकेले हैं। इसीलिए हमारे जीवन में मां के महत्व को नकारा नहीं जा सकता। मां एक ऐसा शब्द है, जिसके महत्व के विषय में जितनी भी बात की जाए कम है। हम मां के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। वहीं मां के लिए बच्चों के प्यार की कोई सीमा नहीं होती।

मां पर अगर कोई संकट आता है तो बच्चे जान पर खेल जाते हैं। इसी बीच कुछ ऐसा ही कर्नाटक की एक जांबाज बेटी ने किया। जी हां, यहां एक बेटी ने अपनी मां की जान बचाने के लिए जो किया उसकी खूब सराहना हो रही है। दरअसल, एक मां को जहरीले सांप ने काट लिया था। फिर बेटी ने अपने मुंह से जहर को खींचकर अपनी मां की जिंदगी बचा ली। इस होनहार बेटी की कहानी खुद केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने अपने ट्विटर पर साझा किया है।

मुंह से खींच कर निकाला सांप का जहर

दरअसल, आज हम आपको जिस घटना के बारे में बता रहे हैं यह कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के पुत्तुर का है। श्रम्या पुत्तुर के विवेकानंद डिग्री कॉलेज की छात्रा है और उसकी मां ममता राय पुत्तुर के केय्यूर की ग्राम पंचायत सदस्य है। ममता खेत में पानी डालने के पंप का स्विच ऑन करने के लिए गई थी। जब वह खेत से वापस लौट रही थी तो उनका पैर गलती से एक विषैले सांप पर पड़ गया, जिसने उनके पैर में काट लिया।

जैसे ही उनको यह पता चला कि एक विषैले सांप ने उनके पैर में काट लिया है, तो उन्होंने अपने पैर को सांप काटने की जगह से ऊपर सूखी घास से बांध लिया ताकि सांप का जहर शरीर के ऊपरी हिस्से में नहीं फ़ैल सके और शरीर के महत्वपूर्ण अंगों तक ना पहुंच सके। ऐसा बताया जा रहा है कि उन्हें मालाबार पिट वाइपर ने काटा था। फिर जब ममता ने शोर मचाया तो उनकी बेटी श्रम्या को समझ आ गया कि मां ने जो घास बांधी है वह सांप के जहर को फैलने से नहीं रोक सकती।

ऐसे में बेटी ने अपनी मां की जान बचाने के लिए अपने मुंह से उनके पैर से जहर को खींचकर बाहर निकाला। फिर फौरन महिला को अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना था कि श्रम्या ने समय पर मां के शरीर से जहर निकालकर उनकी जान बचाई है। ममता को एक दिन के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में डिस्चार्ज कर दिया गया।

Mangalore Today के अनुसार, श्रम्या अपने कॉलेज में स्काउट और गाइड रेंजर भी है और अपनी मां की इस तरह जान बचाने के लिए उसकी साहस काफ़ी प्रशंसा हो रही है। श्रम्या का बताना है कि उसने इस तकनीक के बारे में पढ़ा हुआ था कि कैसे जहर को मुंह से खींचने से जहर को फैलने से रोका जा सकता है।