आज चन्द्रग्रहण के दिन इतने बजे से शुरू हो रहा है सूतक काल ,भूल से भी ना करे इस दौरान ये काम वरना हो जायेंगे बर्बाद

चंद्रग्रहण के दिन सूतक काल का विशेष महत्व होता है। साल 2018 का दूसरा और इस सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण 27 जुलाई 2018 को लगने वाला है जो की 27 जुलाई की रात 11 बजकर 54 मिनट पर शुरू हो कर 28 जुलाई की सुबह 3 बजकर 5 मिनट पर समाप्त होगा। ग्रहण के समय चंद्रमा लाल रंग का दिखाई देगा यह चंद्रग्रहण शताब्दी का सबसे बड़ा चंद्रग्रहण भी पड़ रहा है इस कारण दोपहर 2:54 बजे से सूतक लग जाएगा। सूतक काल से पूर्व ही गुरु पूजन करना होगा|

सूतक में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का काल अलग अलग होता है | यदि सूर्य ग्रहण आपके क्षेत्र में पड़ने वाला है और दिखाई दे रहा है चाहे कम समय के लिए ही क्यों ना हो उसकी धार्मिक मान्यता होती है | सूर्य ग्रहण में सूतक का प्रभाव 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण में सूतक का प्रभाव 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है |

सूतक का तात्पर्य ख़राब समय या ऐसा समय जब प्रकृति अधिक संवेदनशील होती है, अतः  घटना दुर्घटना होने की संभावना भी बढ़ जाती है | इसलिए ऐसे समय में सचेत रहे और ईश्वर का धयान लगाए | वैसे तो हम जीवन में भी नियमो का पालन करते है परंतु सूतक के दौरान हमे विशेष नियमो का पालन करना चाहिए | धर्म और शास्त्र में बताया गया है कि सूतक में कौन कौन से काम नहीं करने चाहिए और यदि हम इन कामों को करते है तो हमे काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है  |आज हम आपको उन्ही कार्यों के विषय में बताने जा रहे है जो चंद्रग्रहण के दौरान वर्जित माने जाते है |

सूतक के दौरान कौन कौन से काम माने जाते हैं वर्जित ,जानें

ज्योतिष के अनुसार सूतक में भोजन करना अनिवार्य माना गया है लेकिन आप इस दौरान दूध, फल, जूस या सात्विक भोजन कर सकते हैं।सूर्य ग्रहण के दौरान शौचालय ना जाएं लेकिन गर्भवती महिलाएं, बूढ़े, बच्चे और बीमार व्यक्ति पर यह नियम लागू नहीं होता ये  लोग इस दौरान फल, जूस, पानी का सेवन कर सकते है। सूतक के दौरान भोजन ना बनाए।

सूतक काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है खासकर  ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाएं चाकू से कुछ भी ना काटें और इसके अलावा  सूतक में सिलाई-कढ़ाई भी निषेध माना जाता है |विशेषकर से गर्भवती महिलाएं। चन्द्र ग्रहण को न देखें। विशेषकर नंगी आंखों से तो कतई नहीं।

सूतक काल के दौरान भगवान की मूर्ति को स्पर्श ना करें। व्यसन से दूर रहें। अपराध बुरे काम, बुरे विचार और झूठ से दूर रहे। क्योंकि इस समय किये गए बुरे कार्य का प्रभाव कई गुना  बढ़ जाता है। सूतक की अवधि में शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए।

इसके साथ ही ग्रहण के दौरान तुलसी पत्ता तोडना निषेध है इसलिए सूतक से पहले तोड़ लें।यदि कुछ विशेष भोजन है जो आप फेकना नहीं चाहते तो उसमे सूतक से पहले तुलसी पत्ता डाल देने से सूतक असर नहीं पड़ता है।

भारतीय ज्योतिष विद्या के अनुसार यह चंद्रग्रहण सबसे बड़ा होगा। इसका प्रभाव छह माह तक रहेगा। 28 जुलाई से सावन लग रहा है। ऐसे में इस दिन भोर पांच बजे से मंदिरों के पट खुल जाएंगे।चंद्रग्रहण  के सूतक  काल से चन्द्रग्रहण समाप्ति तक के समय पर एक नजर

A full moon “Super Blue Blood Moon” rises in Nicosia, Cyprus January 31, 2018. REUTERS/Yiannis Kourtoglou

सूतक काल -दोपहर 2:54 बजे से शुरू
ग्रहण प्रारंभ-रात 11:54 बजे
ग्रहण समाप्ति-रात 3:49 बजे