ड्राईवर को अंतिम दर्शन में निर्वस्त्र हालात में मिले थे ओमपुरी, बहुत ही गरीबी के हालातों से उभरकर बने थे अभिनेता

ऐसा कहा जाता है के दुनिया को अलविदा कह जाने के बाद भी कुछ लोग अपने किये गये कर्मों के चलते लोगों के दिलों में बसे होते हैं| और यह बात बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता ओमपुरी पर भी काफी सटीक बैठती है| आज भले ही ओमपुरी हमारे बीच नही हैं पर आ भी इनकी फ़िल्में और दमदार एक्टिंग हम सभी के दिलों में जिंदा है और यही कारण है के आज भी हम इन्हें याद करते हैं| बता दें के बीते साल 2017 में ओमपुरी ने 6 जनवरी की तारिख को 66 वर्षों की उम्र में इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया था| ऐसे में आज अपनी इस पोस्ट के जरिये हम आपको इनसे जुडी कुछ अनकही बातें बताने जा रहे हैं|

ओमपुरी एक पंजाबी परिवार में जन्मे थे जिनके पिता भारतीय रेलवे के एक कर्मचारी थे और ऐसे में अपने शुरूआती दिनों में ओमपुरी नें एक बिल्कुल मिडिल क्लास जिंदगी बिताई है| बता दें के अपने नीजी जिंदगी में इन्होने काफी कष्टों को सहा है और यहाँ तक के इन्होने रेलवे स्टेशनो पर बर्तनों की सफाई का काम भी किया था| और इस सब की जानकारी खुद ही उन्होंने कई इंटरव्यूज में दी थी|

महज़ 6 साल की छोटी सी उम्र में ये एक टी स्टाल पर ओमपुरी बर्तन साफ़ करने का काम किया करते थे पर यहाँ भी इन्होने अपनी एक्टिंग करने की चाहत को दबने नही दिया और नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा तक पहुँच गये| और यहाँ पर कुछ वक्त बिताने के बाद ओमपुरी को ‘घासीराम कोतवाल’ नाम की अपनी पहली फिल्म मिली| इसके बाद साल 1983 में इन्हें एक अलग पहचान मिली और उ\इसके पीछे रही इनकी फिल्म ‘अर्धसत्य’|

ओमपुरी आज भी कुछ ऐसे अभिनेताओं की सूची में शामिल है जो के एक दो नही बल्कि कई भाषाओं की फ़िल्में अपने करियर में कर चुके हैं और इतना ही नही इन्होने कई टीवी सीरिअल्स के जरिये भी एक्टिंग की दुनिया में खुद को साबित किया है| अगर बात करें इनकी कुछ सुपरहिट फिल्मों की तो इनमे ‘आक्रोष’, ‘चाची 420’, ‘घायल’, ‘अर्धसत्य’,और ‘मकबूल’ जैसी फ़िल्में शामिल हैं| वहीँ साथ ही इन्होने ‘द घोस्ट एंड द डार्कनेस’, ‘वूल्फ’ और ‘जॉय’ जैसी कुछ अंग्रेजी फ़िल्में भी दी है|

वहीँ अपने एक इंटरव्यू में भी ओमपुरी नें एक बड़ी ही रहस्यमयी बात कह दी थी जो के इनके दुनिया से जाने के बाद लम्बे वक्त तक लोगों के बीच बातचीत की वजह बनी हुई थी| ओमपुरी नें कहा था के जिंदगी कब खत्म हो जाये इसका किसी को पता नही| सोये सोये चल देंगे| उन्होंने कहा आपको अगले दिन पता चलेगा के कल सुबह 7 बजकर 22 मिनट पर आपको इस बात का पता चलेगा के ओमपुरी अब इस दुनिया में नही रहे और ऐसा कहने के बाद वो हसने लगे|

और कुछ इसी तरह का हुआ भी| और इनके दुनिया से जाने के बाद जब इनके ड्राईवर से पूछा गया तो उसका कहना था के ओमपुरी के सर पर गहरी चोट लगी हुई थी और उनके सर पर लगभग डेढ़ इंच गहरा और 4 सेंटीमीटर लंबा जख्म था| और वो मरने के बाद बिल्कुल निर्वस्त्र पड़े हुए थे|

बताते चले के ओमपुरी के ड्राईवर नें ही सबसे पहले उनके बॉडी देखी थी|