जब लोगों ने एक मां की ममता पर उठाए सवाल, फिर भी नहीं मानी हार, महिला ने SDM बनकर दिया करारा जवाब

सपने तो हर कोई देखता है लेकिन सभी के सपने पूरे हो जाएं ऐसा हो नहीं सकता। जिन लोगों में अपने सपनों को पूरा करने का साहस होता है, वही लोग अपना सपना साकार कर पाते हैं। मुश्किल हालातों और दुनिया के तानों के सामने बहुत से लोग ऐसे हैं जो घुटने टेक देते हैं। वहीं कुछ लोग होते हैं, जो किसी भी परिस्थिति के आगे हार नहीं मानते हैं। हर कठिनाई का डटकर सामना करते हुए कई लोग अपना लक्ष्य हासिल कर लेते हैं।

कहते हैं कि जब कुछ करने का इरादा जहन में पक्का कर लिया जाता है फिर कितनी भी बाधाएं क्यों ना आ जाएं, फिर भी आप रुकते नहीं हैं। आज हम आपको एक ऐसी महिला अफसर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अफसर बनने के लिए अलग-अलग तरह की चीजों को झेला लेकिन इन सबके बावजूद उन्होंने अफसर बन कर दिखाया। जी हां, हम बात कर रहे हैं SDM पूनम गौतम की।

लोगों ने मां की ममता पर उठाए सवाल

पूनम गौतम के लिए SDM बनने का सपना साकार करना बड़ा मुश्किल था। दरअसल, पूनम ने अपने सफर की शुरुआत यूपीएससी की तैयारी से की थी। जब उन्होंने तैयारी करने का निर्णय लिया था तो लोगों के नेगेटिव कमेंट आए थे। इतना ही नहीं बल्कि पूनम की ममता पर भी सवाल उठाना शुरू कर दिए कि आप इतने छोटे बच्चे को छोड़ कर कैसे जा सकती हैं। आप उसकी केयर नहीं कर सकती हैं। आप इस फील्ड में जा रही हैं।

नेगेटिव लोगों ने कहा कि यूपी बोर्ड में पढ़ने वाली पूनम को सफलता नहीं मिल पाएगी। ऐसे सवाल कहीं न कहीं बहुत लो फील कराते थे। ऐसी स्थिति में पूनम ने नेगेटिव लोगों से दूरी बना ली और बेहतर तैयारी के साथ यूपीपीसीएस की परीक्षा दी। पूनम ने अपनी सभी कमजोरियों को अपनी ताकत बनाकर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की 2019 की परीक्षा में तीसरी रैंक प्राप्त की और एसडीएम बन गईं।

पूनम कहती हैं कि जो परिवार में सपोर्ट किया वह उनके लिए और पूरी सोसाइटी के लिए एक संदेश था कि बच्चे की केयरिंग केवल मां की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि पूरे परिवार की जिम्मेदारी है। आपको बता दें कि पूनम ने अपनी तैयारी दिल्ली में ही रहकर की थी। तैयारी के दौरान पूनम को अपनी बेटी की याद बहुत सताती थी और अपनी बेटी को याद करते हुए वह बहुत रोया करती थीं। लेकिन बेहतर भविष्य के लिए तैयारी जरूरी थी। जो कुछ भी किया वो एक बेहतर कल के लिए किया था।

नेगेटिव लोगों से दूरी बनाकर रखें

पूनम का ऐसा भी कहना है कि अगर आप सफल होना चाहते हैं तो नेगेटिव लोगों से दूरी बनाकर रखें। वहीं सबसे पहले अपनी क्षमताओं को पहचानें। अपने परीक्षा का सिलेबस चेक करें और उसे अच्छे से समझें कि कौन सी किताबें आपके लिए ज्यादा ठीक रहेंगी। उसके अनुसार स्ट्रेटजी बनाएं। पूनम का कहना है कि अपने रिफ्रेशमेंट का भी ध्यान रखना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा रिवीजन करना चाहिए। बता दें पूनम ने प्री, मेन्स और इंटरव्यू की तैयारी अलग अलग की। पॉजिटिव सोच रखी और मेहनत रंग लाई।